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सितंबर 12, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

डॉ.पी.के.मिश्रा ने PM के प्रधान सचिव का कार्यभार संभाला

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हाल ही में डॉ. मिश्रा को संयुक्त राष्ट्र सासाकावा पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया गया है। आपदा प्रबंधन में यह सबसे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार है। डॉ. मिश्रा ने यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से अर्थशास्त्र / विकास अध्ययन में पीएचडी तथा विकास अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की है। उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से अर्थशास्त्र में एम.ए. किया था। डॉ. मिश्रा 1970 में जी.एम. कॉलेज (संबलपुर विश्वविद्यालय) से प्रथम श्रेणी में बी.ए.ऑनर्स (अर्थशास्त्र) की परीक्षा पास की थी। ओडिशा के सभी विश्वविद्यालयों में अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी हासिल करने वाले वे एकमात्र छात्र थे। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा की नियुक्ति की गई है। डॉ. मिश्रा को कृषि, आपदा प्रबंधन, ऊर्जा क्षेत्र, ढांचागत संरचना, वित्तीय प्रबंधन और नियामक मामलों से संबंधित कार्यक्रमों के प्रबंधन का लंबा अनुभव है। अनुसंधान, नीति निर्माण, कार्यक्रम / परियोजना प्रबंधन और प्रकाशन में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्हें नीति निर्माण और प्रशासन का लंबा अनुभव रहा है। डॉ. मिश्रा प्रधानमंत्री के अपर मुख्य

इंटरनेट सूचना का भंडार है, लेकिन पुस्‍तकें ज्ञान प्रदान करती हैं : अमित खरे

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25वां दिल्ली पुस्तक मेला 11 सितंबर से 15 सितंबर, तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स और आईटीपीओ ने किया है। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर  पुस्तक मेले की विषय-वस्‍तु उन्‍हें समर्पित की गई है। नयी दिल्ली -सूचना एवं प्रसारण सचिव  अमित खरे ने प्रगति मैदान, नई दिल्‍ली में दिल्ली पुस्तक मेले में प्रकाशन विभाग के स्टॉल का उद्घाटन किया। खरे ने प्रकाशन विभाग की पांच पुस्‍तकों का विमोचन किया। इस अवसर पर राष्‍ट्रीय गांधी संग्रहालय के निदेशक ए.अन्‍नामलाई भी मौजूद थे।  अमित खरे ने हिन्‍दी और अंग्रेजी के अलावा अनेक भारतीय भाषाओं में महान विभूतियों के जीवन परिचय से जुड़ी पुस्‍तकें प्रकाशित कर लोगों को उनके करीब लाने के लिए प्रकाशन विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्‍होंने इंटरनेट के युग में पुस्‍तकों की फलती-फूलती  संस्‍कृति की चर्चा करते हुए कहा, हालांकि इंटरनेट सूचना का खजाना है, लेकिन पुस्‍तकें ज्ञान प्रदान करती है। गांधीवादी विचारों पर पुस्‍तकों का एक प्रमुख प्रकाशक होने के नाते, प्रकाशन विभाग ने प्रिंट और ई-संस्‍करण में महात्