जि़प इलेक्ट्रिक के राजस्व में तीन गुना वृद्धि भारत में 20,000 ई-स्कूटर्स की बिक्री

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली : जि़प इलेक्ट्रिक ने वित्त वर्ष 24 में राजस्व में तीन गुनी वृद्धि के साथ जबरदस्त उपलब्धि हासिल की है। यह तेज वृद्धि परिवहन के स्‍थायी समाधानों के माध्यम से अंतिम उपभोक्ताओं तक डिलीवरी की प्रक्रिया को बदल डालने की जि़प इलेक्ट्रिक की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एशिया-प्रशांत 2024 के सबसे तेजी से बढ़ते व्यवसायों की सूची में नंबर एक रैंक वाली कंपनी के रूप में उभरने के बाद जि़प इलेक्ट्रिक ने 2019 से 2022 के बीच 396% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) हासिल करने में सफल रही है।

 भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटरों के एक अतिरिक्त बेड़े की सफलतापूर्वक तैनाती के साथ ज़िप इलेक्ट्रिक ने दिल्ली एनसीआर, बेंगलुरू और मुंबई के छह प्रमुख महानगरीय शहरों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है। 11,000 से बढ़कर 20,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की वृद्धि पर्यावरण के अनुकूल लॉजिस्टिक्स और मोबिलिटी प्लेटफॉर्म को लेकर कंपनी के समर्पण को जाहिर करती है। क्विक-कॉमर्स, फूड डिलीवरी, बाइक टैक्सी, ई-कॉमर्स और अन्य ऑनलाइन व्यवसायों के साथ सहयोग करते हुए कंपनी 

भारत में 100% अंतिम उपभोक्ता तक इलेक्ट्रिक डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है। जनवरी 23 से फरवरी 24 के बीच जि़प इलेक्ट्रिक ने इलेक्ट्रिक वाहनों के माध्यम से 45 मिलियन से अधिक शिपमेंट डिलीवरी की है, जो पृथ्वी पर 76 लाख पेड़ उगाने के बराबर है। पिछले वर्ष में, हमने 53,000 से अधिक डिलीवरी अधिकारियों को इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने में सक्षम बनाया है, जिससे हमारे प्लेटफॉर्म पर अधिक कमाई करने का अवसर मिला है। 

प्रति सवार उनकी मासिक औसत कमाई में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जोकि 24,000 रुपये प्रति माह से अधिक है और इससे उन्हें पेट्रोल बाइक सवारों की तुलना में 50% अधिक बचत करने में मदद मिली है। उनकी पर्यावरण-हितैषी पहलों के कारण इसके संचालन की शुरुआत के बाद से 29 मिलियन किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। कंपनी के शानदार प्रदर्शन के बारे में, जि़प इलेक्ट्रिक के सह-संस्थापक और सीईओ, आकाश गुप्ता ने कहा, "पिछला वित्त वर्ष हमारे लिए महत्वपूर्ण रहा है। हमने पिछले वित्त वर्ष की तुलना में अपने राजस्व में लगभग 3 गुना वृद्धि की है, जिस पर मुझे गर्व है।"

 बदलते ईवी परिदृश्य के बीच हमारी टीम ने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए एनसीआर और बेंगलुरु में और अधिक हब जोड़कर इस साल मुंबई में अपना परिचालन शुरू किया है। हर तिमाही में एक नए शहर में लॉन्च करने के लक्ष्य के साथ हम हैदराबाद और बेंगलुरु में अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए उत्साहित हैं। बेड़े के मोर्चे पर, हमारा इरादा अगले 12 से 18 महीनों में 20,000 वाहनों की अपनी मौजूदा संख्या को बढ़ाकर लगभग 100,000 करने का है और फिर अगले 36 से 48 महीनों में इसे 500,000 तक बढ़ाने का है। मुनाफे की स्थिति हासिल करना हमारी अगली उपलब्धि है, जिस पर हम विकास के साथ-साथ करीब से नज़र रख रहे हैं।"

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

इशरे का बिल्डिंग सेक्टर में स्थिरता को बनाये रखने हेतु हुआ सम्मेलन

वाणी का डिक्टेटर – कबीर