मंदिरा , राजेंद्र सेतिया, एन. रघुरमन सहित कई हस्तियां शामिल : रचनात्मकता से तन-मन को स्वस्थ रक्खें- कलराज मिश्र

० आशा पटेल ० 
जयपुर । जयपुर में हेल्थ व वेलनेस के महाकुंभ 'एस के फाइनेंस वर्ल्ड हेल्थ एंड वेलनेस फेस्ट' का भव्य समापन हुआ। समारोह में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र मुख्य अतिथि के रूप मे संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज के दौर में लोगों की दिनचर्या बिगड़ गई है, जिससे उन्हें शारीरिक ही नहीं मानसिक बीमारियों से भी जूझना पड़ता है। जब शरीर ही निरोग नहीं रहेगा, तो आप जीवन में कुछ भी हासिल कर लें, सब व्यर्थ है। व्यापारिक, पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जीवन में सकारात्मकता और रचनात्मकता से तन-मन को स्वस्थ रखा जा सकता है। 
इस फेस्ट के माध्यम से लोगों को हर क्षेत्र के अनुभवी और विशेषज्ञों के विचारों का लाभ मिला है। समापन समारोह के दौरान मंच पर कार्यक्रम संयोजक अमित अग्रवाल, पं सुरेश मिश्रा, डॉ. सुधीर भंडारी और राजेंद्र सेठिया भी उपस्थित रहे। फेस्ट का आयोजन जवाहर सर्किल स्थित एंटरटेनमेंट पैराडाइज में एस के फाइनेंस और संस्कृति युवा संस्था द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। कार्यक्रम को करीब 50 देशों में लाईव प्रदर्शित किया गया।
फेस्ट के दूसरे दिन कई प्रेरक व प्रभावी सैशन आयोजित किए गए। सुबह की शुरूआत हिमाद्री भटनागर के योगा सेशन और लुलु बर्टन द्वारा टॉक के साथ हुई। जिसके बाद 432 लोगों ने पुशअप्स लगाए। इस प्रकार कुल 43272 पुशअप्स लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया गया। इसका टारगेट 10 हजार रखा गया था। इसके साथ ही दूसरे दिन के सेशंस का आगाज हुआ। पहला सेशन वैदिक अकेडमी ऑफ साइंस एंड आर्ट्स, वैन्कूवर, कनाडा के फाउंडर जेफरी आर्मस्ट्रांग द्वारा संबोधित किया गया। जिसमें उन्होंने 'वाय मॉर्डन मेडिसिन इन अ वन लाईफटाइम पैराडाइम एंड हाउ टू चेंज इट्स वर्ल्ड व्यू' विषय पर अपने विचार साझा किए। बाद में, ईएचसीसी हॉस्पिटल के डॉ. संजीव शर्मा और आरजे कार्तिक के साथ 'दिल की बात दिल से, हर दम, हर कदम' सेशन आयोजित हुआ।

इसी कड़ी में अन्य ज्ञानवर्धक सेशंस आयोजित किए गए। पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट, प्रमुख सचिव, वैभव गलरिया सहित हैल्थीयंस रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर अभिक मोएत्रा, मणिपाल हॉस्पिटल के डायरेक्टर, रंजन ठाकुर और दलीप कुमार चोपड़ा ने 'मेडिकल टूरिज्म—स्कोप इन प्रजेंट सिनेरियो' विषय पर चर्चा की और अपने विचार रखे। इसी प्रकार हैल्थी माउथ- अ मिरर ऑफ योर हैल्थ; 'जर्नी ऑफ एब्डामनल कैंसर पेशेंट डायग्नोसिस टू रीहबिलटैशन'; 'बेनिफिट्स ऑफ मेंटल हेल्थ'; 'एंटीबायोटिक्स: मिथ्स एंड फैक्ट्स'; राजस्थान पत्रिका के स्टेट हेड श्री अमित वाजपेयी द्वारा 'शब्द और हमारी वेलनेस' पर सेशन आयोजित हुआ था। जिसमें उन्होंने शब्दों का चयन और किसी व्यक्ति के जीवन पर शब्दों के प्रभाव के बारे में बात की।

मैनेजमेंट गुरू एन. रघुरमन ने वीडियो क्लिप्स और प्रजेंटेशन के माध्यम से 'वेलनेस मैनेजमेंट' के फंडे बताए। जिसमें उन्होंने 'गुडनेस', 'लेट गो', 'एथिकल लिविंग', वर्तमान में जीना और अपनी जड़ों से जुड़े रहने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जितनी अच्छाई हम दुनिया में देंगे, उतनी ही हमारे पास वापस लौट कर आएगी। जो भी चीज हमें परेशान करती है, उसे जाने देना चाहिए, इससे हमारे दिमाग और मन को शांति मिलती है।

प्रख्यात अभिनेत्री और लेखिका, मंदिरा बेदी ने मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, फिटनेस, आभार, दु:ख आदि से संबंधित अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं को साझा किया। मंदिरा ने कहा कि उन्होंने 'सेल्फ-लव' का कॉन्सेप्ट लाइफ में बहुत देर से सीखा। व्यक्ति को सभी दोषों के साथ स्वयं से प्रेम करने की आवश्यकता है और स्वयं से कठोर नहीं होना चाहिए।बेदी ने कहा कि 'ग्रेटिट्यूड' उनकी शक्ति है। दु:ख से निपटने के लिए, उन्होंने कहा कि इससे उबरने का एकमात्र तरीका इससे गुजरना ही है।

अपने फिटनेस मंत्रा पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि वॉकिंग, एक्सरसाईज शुरू करने का सबसे अच्छा और मुफत तरीका है। उन्होंने फिट रहने के लिए छोटे लक्ष्य निर्धारित करने और हैल्थी भोजन खाने की भी बात की। उन्होंने कहा कि अच्छा खाना, व्यायाम करना और खुश रहना भी उन्हें अच्छी त्वचा बनाए रखने में मदद करता है। बेदी अनीता हाडा सांगवान के साथ बातचीत कर रहीं थी।

इससे पहले, अभिनेत्री एस के फाइनेंस के प्रबंध निदेशक राजेंद्र सेठिया के साथ भी बातचीत कर रही थीं, जहां दोनों ने 'फाइनेंसियल वेलबींग' पर चर्चा की। सेठिया ने वर्क-लाईफ बैलेस बनाए रखने, तनाव प्रबंधन, कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी, वेलनेस को बढ़ावा देने में कॉर्पोरेट की भूमिका पर उनकी अंतर्दृष्टि साझा की।कार्यक्रम का समापन 'म्यूजिक- अ ट्रीट टू योर सोल एंड बॉडी' के साथ हुआ, जिसमें डॉ. समीर शर्मा, डॉ. जितेंद्र मक्कड़ व आईपीएस प्रसन्न खमसेरा ने प्रस्तुति दी।

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