मनु स्मृति दहन दिवस पर संविधान के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया

० आशा पटेल ० 
जयपुर। राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ के परिसर से जातिवाद, वर्णवाद को स्थापित करने वाली एंव महिला विरोधी मनु मूर्ति को तत्काल हटाया जाने की मांग की| दलित आदिवासी अल्पसंख्यक दमन प्रतिरोध आंदोलन के आह्वान पर जयपुर में अनेक संविधान समर्थक,सामाजिक,लोकतांत्रिक और जनवादी संगठनों ने मनुस्मृति दहन दिवस मनाया और राजस्थान उच्च न्यायालय की जयपुर पीठ के परिसर से मनु की मूर्ति को तत्काल हटाने की मांग की। इन संगठनों से जुड़े हुए कार्यकर्ता शहीद स्मारक, गवर्नमेंट हॉस्टल पर एकत्रित हुए।शहीद स्मारक पर आम सभा के पश्चात शहीद स्मारक के चारों तरफ एम.आई.रोड पर रैली निकालने के पश्चात सड़क पर मनुस्मृति का दहन किया गया।

आम सभा में आए सभी भागीदारों ने मनुस्मृति का दहन करते हुये,मनुवाद का विरोध करने की शपथ लेते हुए मनु मूर्ति को हटाने के संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया। आम-सभा को सम्बोधित करते हुये वक्ताओं ने राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर पीठ के परिसर से मनु मूर्ति को हटाने की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया। 33- साल पूर्व जब इस मूर्ति को न्यायालय परिसर में स्थापित किया गया था, तभी से राजस्थान की जनता की ओर से इसका विरोध शुरू हो गया था। लेकिन यह अत्यंत दुख और शर्म की बात है कि आज 33-साल बाद भी यह मनु की मूर्ति वहीं पर लगी हुई है ।

राजस्थान में भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों की सरकारें आती रही हैं, लेकिन किसी भी दल की यह मंशा नहीं है कि घोर दलित विरोधी और महिला विरोधी मनुस्मृति लिखने वाले मनु की मूर्ति को न्यायालय परिसर से हटा सके। वक्ताओं ने कहा कि उच्च न्यायालय परिसर में मनु की मूर्ति राजस्थान पर कलंक है। आम सभा को सी.पी.आई.(एम.) के राज्य सचिव का.अमराराम, पी.यू.सी.एल. की राष्ट्रीय अध्यक्षा कविता श्रीवास्तव,भीम आर्मी के गीगराज,अंबेडकर विचार मंच के महताराम काला , श्रीमती शोभा, प्रोग्रेसिव रायटर्स फोरम तमिलनाडु के.जी.आधवन,रिटायर्ड जज व वरिष्ठ चिंतक टी.सी.राहुल, क्रांतिकारी निर्माण यूनियन के रितांश आजाद आदि वक्ताओं ने संबोधित किया।

सभा के पश्चात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन प्रेषित किया गया।आमसभा की अध्यक्षता राजस्थान समग्र सेवा संघ के सवाई सिंह, अखिल भारतीय किसान सभा के डॉ.संजय"माधव", अंबेडकर स्वाभिमान आर्मी के रामस्वरूप , अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की कुसुम सांईवाल ने की।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

हस्तशिल्प आर्टीजंस के प्रमोशन हेतु हुआ फ्लो जयपुर चैप्टर का ' जयपुर आर्ट फेयर

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

इशरे का बिल्डिंग सेक्टर में स्थिरता को बनाये रखने हेतु हुआ सम्मेलन