गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैला कर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना चाहते है : कांग्रेस

० संवाददाता द्वारा ० 
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में भारतीय जनता पार्टी की नीति के अनुसरण में पोलोराईजेशन की राजनीति करने के उद्देश्य से कन्हैयालाल हत्याकाण्ड का मुद्दा उठाया है ताकि राजस्थान में धार्मिक उन्माद का वातावरण बना सके, किन्तु अमित शाह को यह जानकारी नहीं है कि स्व. कन्हैयालाल के हत्यारों को राजस्थान पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर गिरफ्तार कर लिया एवं राजस्थान सरकार ने उनके परिजनों को सरकारी सहायता देते हुए दोनों पुत्रों को अनुकम्पा नियुक्ति दी तथा सर्वश्रेष्ठ पैकेज सहायता के रूप में प्रदान किया जिससे स्व. कन्हैयालाल के परिजन संतुष्ट है ।
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उदयपुर की रैली में दिए गए उद्बोधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में भारतीय जनता पार्टी की नीति के अनुसरण में पोलोराईजेशन की राजनीति करने के उद्देश्य से कन्हैयालाल हत्याकाण्ड का मुद्दा उठाया है ताकि राजस्थान में धार्मिक उन्माद का वातावरण बना सके, किन्तु अमित शाह को यह जानकारी नहीं है 

कि स्व. कन्हैयालाल के हत्यारों को राजस्थान पुलिस ने 24 घण्टे के भीतर गिरफ्तार कर लिया एवं राजस्थान सरकार ने उनके परिजनों को सरकारी सहायता देते हुए दोनों पुत्रों को अनुकम्पा नियुक्ति दी तथा सर्वश्रेष्ठ पैकेज सहायता के रूप में प्रदान किया जिससे स्व. कन्हैयालाल के परिजन संतुष्ट है । इसी प्रकरण में राजस्थान पुलिस से एनआईए ने जाँच ले ली किन्तु 12 माह बाद भी एनआईए व केन्द्र सरकार अपराधियों को न्यायालय से फाँसी की सजा नहीं दिलवा सकी। गृह मंत्री अमित शाह प्रदेश में धार्मिक उन्माद फैला कर अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकना चाहते है किन्तु वे इसमें सफल नहीं हो सकेंगे।

डोटासरा ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री को यह गलतफहमी है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़कर भारतीय जनता पार्टी संसद की 300 सीटों जीत सकती है जबकि हिमाचल, पंजाब तथा हाल ही में हुए कर्नाटक चुनाव में मोदी के चेहरे पर वोट नहीं मिलने की बात को साबित किया है। उन्होंने कहा कि जब से विपक्षी दलों ने एकता के साथ पटना में मीटिंग की है भारतीय जनता पार्टी के नेता बौखला कर अर्नगल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महिला आदिवासी द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बनाया जो सम्मान की बात है 

किन्तु संसद के नए भवन के उद्घाटन में उन्हें नहीं बुलाकर भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति महोदया एवं देश का घोर अपमान किया है। डोटासरा ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जल जीवन मिशन के कार्यों को आधार बनाकर केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री की पीठ थपथपाई किन्तु भूल गए कि राजस्थान की भौगोलिक स्थिति एवं क्षेत्रफल के कारण राजस्थान प्रदेश को विशेष पैकेज मिलना चाहिए था क्योंकि यहाँ पर गाँव और ढाणियों में 15 और उससे अधिक का फासला है । जल जीवन मिशन के तहत् 50-50 के अनुपात में अन्य राज्यों की भाँति योजना प्रदेश के हितों के साथ कुठाराघात है जबकि प्रदेश के ही जनप्रतिनिधि आज जलशक्ति मंत्री है । 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाने का वादा किया था किन्तु अमित शाह ने इस विषय पर एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने कहा कि 13 जिलों को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए आवश्यक ईआरसीपी परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं कर भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की जनता को निराश किया है । डोटासरा ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उज्जवला योजना के तहत् मुफ्त गैस कनेक्शन देने का जिक्र किया किन्तु रसोई गैस सिलेण्डर की कीमत 1100 रुपये से अधिक होने के कारण 14 प्रतिशत भी उपभोक्ताओं ने पुनः गैस सिलेण्डर महँगाई के कारण नहीं भरवाया है।

 उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने इस योजना के उपभोक्ताओं को रुपये 500 की दर से 12 सिलेण्डर प्रतिवर्ष देने की योजना लागू कर प्रदेश की जनता को लाभान्वित किया है। उन्होंने कहा कि श्री अमित शाह आरोप लगा रहे हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बेटे को मंत्री बनवाना चाहते है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे अपने सांसद बेटे को मंत्री बनाने का प्रयास लम्बे समय से कर रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते है किन्तु वास्तविकता जो छुपायी जा रही है वह यह है कि भाजपा के बी. एस. येदियुरप्पा के बेटे भाजपा के ही विधायक है इसी प्रकार केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह है,

 कैलाश विजयवर्गीय के बेटे विधायक है, प्रमोद महाजन की पुत्री पूनम महाजन भाजपा की राजनीति में सक्रिय है, वेदप्रकाश गोयल के बेटे पीयूष गोयल केन्द्रीय मंत्री है, हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे अनुराग ठाकुर केन्द्रीय मंत्री है, राजस्थान में पूर्व मंत्री स्व. किरण माहेश्वरी की बेटी भाजपा से विधायक है डोटासरा ने प्रश्न किया कि क्या भारतीय जनता पार्टी किसी भी राज्य में भाजपा नेताओं के परिजनों को टिकट नहीं देने की घोषणा कर सकती है, यदि ऐसा नहीं करते तो उन्हें अन्य दलों पर अंगुली उठाने का कोई हक नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की अंदरूनी लड़ाई जगजाहिर है । उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश में सभा करने आये तो भाजपा नेताओं द्वारा एक-दूसरे को धकेलने व कोहनी मारने का दृश्य सभी ने देखा, कल केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की जोधपुर की सभा में भाजपा नेताओं द्वारा माईक की छीना-छपटी सबके सामने हुई, इसी प्रकार केन्द्रीय मंत्री अमित शाह की सभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रोटोकॉल में नाम होने व भाषण तैयार होने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को भाषण के लिए नहीं बुलाकर सीधे ही अमित शाह को भाषण के लिए बुलाया । 

उन्होंने कहा कि अमित शाह को दूसरे दलों पर टिप्पणी करने से पूर्व स्वयं की पार्टी के अंदरूनी कलह पर ध्यान देना चाहिए । डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार द्वारा गुड गर्वनेन्स के साथ प्रदेश की जनता को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई घटना होने पर सरकार द्वारा तुरन्त कार्यवाही की जाती है एवं पीड़ित को सहायता प्रदान की जाती है किन्तु भाजपा की केन्द्र सरकार ने अन्तर्राष्ट्रीय मेडल प्राप्त महिला खिलाड़ियों के 40-45 दिन तक चले धरने को धक्के देकर उठवा दिया किन्तु अभियुक्त के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की । उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीन काले कृषि कानूनों के विरूद्ध सर्दी, गर्मी एवं बरसात में देश के किसान 13 माह तक सड़कों पर बैठ कर आंदोलन करते रहे जिसमें 750 से अधिक किसान शहीद हुए। 

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र ने अपनी गाड़ी से किसानों को कुचल दिया किन्तु भाजपा ने अपने मंत्री से इस्तीफा लेना भी उचित नहीं समझा और राजस्थान में नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री को राजस्थान में आकर जनता को बताना चाहिए कि 9 वर्ष पूर्व जिन वादों के आधार पर भाजपा ने चुनाव लड़ा था उनमें से कितने वादे पूरे किए। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना में अग्निवीर के रूप में मात्र 4 वर्ष के लिए भर्तियाँ निकाल भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार ने किसानों के बच्चों के हितों पर कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि दो करोड़ नौकरियाँ देने का वादा किया था परन्तु कितनी नौकरियाँ दी इसका जवाब भाजपा नहीं देती है।

 डोटासरा ने कहा कि देश का उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर जातीय हिंसा से सुलग रहा है किन्तु प्रधानमंत्री विदेशों में पर्यटन कर रहे है एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान में आकर चुनावी रैली कर जातिगत व धार्मिक उन्माद फैलाकर आग में घी डालने का कार्य कर रहे है । उन्होंने कहा कि भाजपा को देशहित को दलीय हित से ऊपर रख कर कार्य करना चाहिए क्योंकि यदि देश में शाँति नहीं रही तो सत्ता किस काम की । उन्होंने कहा कि भाजपा धारा 370 हटाने की बात करती है यदि कश्मीर में सब ठीक हैं तो चुनाव क्यों नहीं करवाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि 25 में 25 सांसद राजस्थान से भाजपा के जीतने के बावजूद प्रदेश को केन्द्र सरकार से कोई सौगात नहीं मिली है बल्कि आरएसएस व भाजपा की गलत नीतियों के कारण प्रदेश की झोली खाली है। 

डोटासरा ने कहा कि सचिवालय में पैसा मिलने का आरोप भारतीय जनता पार्टी लगा रही है किन्तु यह पैसा भारतीय जनता पार्टी अथवा उनके नेताओं ने नहीं बल्कि राजस्थान पुलिस ने पारदर्शिता के साथ कार्यवाही करते हुए पकड़ा है। उन्होंने कहा कि संदिग्ध अलमारी की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री के निर्देशों की पालना में राज्य की मुख्य सचिव एवं आला अधिकारियों ने पूरी पारदर्शिता के साथ पत्रकारों को बुलाकर कार्यवाही की । उन्होंने कहा कि जिस पारदर्शिता के साथ राजस्थान सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्यवाही करती है ऐसी कार्यवाही देश में किसी भाजपा शासित राज्य में देखने का नहीं मिलती है । उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के शासन में एनआरएचएम व खान घोटाला हुआ जिसके विरूद्ध कांग्रेस ने दिल्ली तक आंदोलन किया था

 जिसके परिणामस्वरूप तत्कालीन भाजपा सरकार को 653 अवैध खानों को निरस्त करना पड़ा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों पर घोटाले का आरोप लगाती है किन्तु केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री के कार्यालय एवं विभाग में कार्यरत अधिकारी के घर अवैध रूप से करोड़ों रुपये बरामद हुए, किन्तु भारतीय जनता पार्टी ने इस पर टिप्पणी तक नहीं की। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जीरो टोलरेंस पॉलिसी के तहत् कार्यवाही करते हुए बड़े से बड़े अधिकारियों के खिलाफ एसीबी में मुकदमें दर्ज करवाये तथा आरपीएससी सदस्य की भ्रष्टाचार में संलिप्तता पर बर्खास्त कर गिरफ्तार किया तथा सदस्यता समाप्त करने की अनुशंषा राष्ट्रपति महोदया को भेजी, ऐसा उदाहरण किसी भी भाजपा शासित राज्य में नहीं मिलेगा ।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में मूल मुद्दा यह है कि ईआरसीपी परियोजना बनाकर प्रदेश के 13 जिलों के निवासियों की प्यास बुझाने हेतु पानी मिले तथा पेयजल हेतु प्रदेश को विशेष पैकेज मिलता किन्तु श्री अमित शाह ने इन मुद्दों पर एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने प्रदेश के किसानों का 14 हजार करोड़ रुपये का राज्य सहकारी बैंकों का कर्ज माफ किया तथा केन्द्रीय सहकारी बैंक जिस विभाग के मंत्री श्री अमित शाह है, को राजस्थान सरकार ने पत्र लिखकर किसानों के कर्ज की राशि वन टाईम सैटलमेंट राज्य सरकार से करवाने का आग्रह किया गया था किन्तु श्री अमित शाह ने ऐसा ना कर किसानों के हितों के विपरीत अपनी राजनीति चमकाने हेतु झूठे एवं अर्नगल आरोप लगाये है ।

डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की वीर भूमि के निवासी भारतीय जनता पार्टी एवं उसके नेताओं को भलीभाँति समझ चुके है तथा अब भाजपा के बहकावे में आने वाले नहीं है । उन्होंने कहा कि राजस्थान में भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार पुन: बनेगी तथा वर्ष 2024 में केन्द्र से मोदी सरकार का सफाया होगा ।

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