ललित कला अकादेमी द्वारा आयोजित 63वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का उद्घाटन 28 अगस्त को

० नूरुद्दीन अंसारी ० 
नई दिल्ली। 63वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी (एनईए) का उद्घाटन 28 अगस्त को प्रसिद्ध अभिनेता मनोज जोशी द्वारा किया जायेगा, ललित कला अकादमी के अध्यक्ष प्रो.वी.नागदास ने इस की जानकारी दी। उद्घाटन समारोह कमानी ऑडिटोरियम में होगा, जिसमें प्रसिद्ध लेखक, निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और चाणक्य का किरदार निभाने वाले चंद्रप्रकाश द्विवेदी अतिथि होंगे और प्रख्यात समकालीन कलाकार वासदुेव कामत सम्मानित अतिथि होंगे।

ललित कला अकादमी के अध्यक्ष प्रो.वी.नागदास की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन समारोह में बीस राष्ट्रीय परुस्कार विजेता कलाकारों को परुस्कृत किया जायेगा। इस परुस्कार के तहत एक पट्टिका, प्रमाण पत्र और 2 लाख रुपये नकद प्रदान किए जायगें े। 63वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी केआयोजन की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रो.वी.नागदास ने कहा कि राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी देश का सबसे प्रतीक्षित कला कार्यक्रर्य है और अकादेमी परुस्कार कलाकारों को नाम और प्रसिद्धि के साथ-साथ भविष्य के लिए अवसर भी प्रदान करता है।

ललित कला अकादमी अपने 69 वर्षों के इतिहास में पिछले 63 वर्षों से राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी का आयोजन कर रही है। 1954 मेंस्थापित, ललित कला अकादेमी नेहाल ही में (5 अगस्त 2023) को अपना 69वां स्थापना दिवस मनाया था। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी को देश की सबसे प्रतिष्ठित कला प्रदर्शनी में शमार ु किया जाता है, जहां परुस्कार विजेताओं का चयन दो स्तरीय निर्णायक मंडल द्वारा लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए किया जाता है। प्रथम स्तरीय निर्णायक मंडल इस प्रदर्शनी  में भागीदारी केलिए संभावित प्रतिभागियों का चयन करती है जबकि अतिंम निर्णायक मंडल विचार-विमर्श के बाद परुस्कार विजेताओं का चयन करती है।

स्टॉलेशन सहित विभिन्न शलिै यों की कलाकृतियों को आमंत्रित किया जाता है। 63वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के लिए 5714 प्रविष्टियों के साथ 2291 आवेदक शामिल हुए थे, जिनमें से 295 कलाकृतियों को भागीदारी के लिए चना ु गया था। अतिंम निर्णायक मंडल द्वारा इन 295 कलाकृतियों में से 20 प्रतिभाशाली कलाकारों को राष्ट्रीय परुस्कार के लिए चना ु गया। इस 63 वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के परुस्कार विजेता हैं: अभिप्सा प्रधान (दिल्ली), आकाश विश्वास(अडमान ं और निकोबार द्वीप समहू), अनामिका सिहं (यपी ू ), अनस सल्ुतान (यपी ू ), आरती पालीवाल(नई दिल्ली), भाऊराव बोदाडे(एमपी), चगु ुली कुमार साहू(ओडिशा), दीपक कुमार (हरियाणा), दीपककुमार (यपी ू ), जान्हवी खेमका (यपी ू ), किरण अनिल शरखान े े(कर्नाटक), कुमार जिगीशू(नई दिल्ली),

महेंद्रप्रताप दिनकर (नई दिल्ली), नागेश बालाजी गाडकर े (गुजरात), नरोत्तम दास (ओडिशा), पंकजकुमार सिहं ( यपी ू ), पवन कुमार (हरियाणा), प्रियौम तालकदार ु (असम), समाकांत रेड्डी (आध्रंप्रदेश)और सोमेन देबनाथ (त्रिपरा ु )। अध्यक्ष ने बताया कि कमानी ऑडिटोरियम में परुस्कार समारोह संपन्न होने के बाद, सभी गणमान्य अतिथि, परुस्कार विजेता कलाकार और कला प्रेमी समहू एक जलु सू के रूप में 63वें राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के औपचारिक उद्घाटन के लिए रवीन्द्र भवन, मंडी हाउस में ललित कला अकादेमी की गैलरी में आएंगे।

प्रो.वी. नागदास ने कहा कि इस अवसर पर ललित कला अकादेमी द्वारा तयार ै एक यादगार औरमहत्वपर्णू र्णकैटलॉग भी जारी किया जाएगा।एक महीनेतक चलने वाले इस राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में लगभग पचास हजार कला प्रेमी दर्शकर्श ों केशामिल होने की उम्मीद है। अध्यक्ष ने बताया कि ललित कला अकादेमी इस दौरान राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी को और भी सार्थकर्थ बनाने के उद्देश्य सेकुछ अतिरिक्त कार्यक्रर्यम भी आयोजित करेगी। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी र्श के दौरान ललित कला अकादेमी में सचित्र व्याख्यान, क्यरूेटोरियल वॉक और परस्पर संवाद केसत्र भी आयोजित किए जायगें े।

 हमारी योजना ऐसेयवा ु वार्ताकारों को भी शामिल करनेकी हैजो प्रदर्शनी र्शमेंआनेवालेकलाप्रेमी दर्शकर्श ों को कला विषयक जानकारी उपलब्ध करा सके। प्रोफेसर नागदास नेयह भी कहा कि अकादमी इस दौरान दिल्ली और एनसीआर की स्थानीय जनता और छात्र समदायु ों तक अपनीपहुंच बनानेके लिए विशषे कार्यक्रर्य म भी तयार ै किए गए ह

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

हस्तशिल्प आर्टीजंस के प्रमोशन हेतु हुआ फ्लो जयपुर चैप्टर का ' जयपुर आर्ट फेयर

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

वाणी का डिक्टेटर – कबीर