रत्नाकर ग्रुप और बार्कविले फाउंडेशन परित्यक्त और दुर्व्यवहार के शिकार जानवरों के लिए बनाएंगे ग्रीन ओएसिस

० संवाददाता द्वारा ० 
अहमदाबाद - रत्नाकर ग्रुप ने परित्यक्त और दुर्व्यवहार के शिकार जानवरों के लिए ग्रीन ओएसिस स्थापित करने के मकसद से बार्कविले फाउंडेशन के साथ सहयोग किया है। यह पहल बार्कविले फाउंडेशन की देखरेख में जानवरों के लिए एक सुरक्षित और पोषण से भरपूर माहौल प्रदान करने के लिए रत्नाकर ग्रुप की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इस प्रयास के जरिये रत्नाकर ग्रुप ने यह संदेश देने का प्रयास भी किया है कि ‘धरती सबके लिए है।’

बार्कविले फाउंडेशन की फाउंडर स्वाति वर्मा और हेमानी मॉड ने इस पहल को लेकर रत्नाकर ग्रुप की हार्दिक सराहना की और रत्नाकर के समर्पित कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने वृक्षारोपण संबंधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस पहल के तहत विभिन्न प्रजातियों के एक हजार पेड़ लगाए गए। इनमें मैजेस्टिक नीम से लेकर सहजन, बेल पत्र, मधुकामिनी, चंपा और गुड़हल जैसी जीवंत फूलों वाली किस्में भी शामिल हैं। वृक्षारोपण से पूर्व निर्दिष्ट क्षेत्र में सावधानीपूर्वक तैयारी की गई, जिसमें पौधरोपण के लिए जुताई और गड्ढे का निर्माण शामिल था।

 विशिष्ट पौधों की सुरक्षा के लिए सुरक्षात्मक बाड़ भी लगाई गई। इसके अतिरिक्त, पानी के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करने और नए लगाए गए पेड़ों के विकास में तेजी लाने के लिए ड्रिप सिंचाई प्रणाली का इस्तेमाल किया गया। ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर निशांत शाह ने कहा, ‘‘हमारी धरती और उसके निवासियों की देखभाल करना सिर्फ एक जिम्मेदारी भर नहीं है; बल्कि हमें इस बात को लेकर खुश होना चाहिए कि हमें यह अवसर मिला है। इसीलिए बार्कविले फाउंडेशन के साथ हमारी साझेदारी के माध्यम से, हम बचाए गए जानवरों के लिए एक ग्रीन ओएसिस की रचना कर रहे हैं। यह एक ऐसी फैसिलिटी होगी, जिसे सद्भाव और सह-अस्तित्व की भावना के प्रतीक के तौर पर पहचाना जाएगा।

 हम एक ऐसे रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं, जिसमें पर्यावरण के लिहाज से सस्टेनेबिलिटी का भी ध्यान रखा गया है। इस तरह हम यह भी सुनिश्चित कर सकेंगे कि ‘धरती सभी के लिए है’, चाहे वह मौजूदा पीढ़ी हो या आने वाली पीढ़ियों की बात हो।’’दाभोद, गांधीनगर में 17,000 वर्ग फुट के विशाल भूभाग पर स्थित बार्कविले फाउंडेशन हमारे आसपास विचरने वाले मवेशियों को दूसरा मौका प्रदान करने के मिशन पर है। उनकी अटूट प्रतिबद्धता इस बात को लेकर है कि जानवरों के लिए एक ऐसा सुरक्षित माहौल रचा जाए, जहां वे आसानी और निर्भीकता के साथ रह सकें। 

इनमें छोटे-बड़े और दुर्व्यवहार के शिकार, उपेक्षित या त्याग दिए गए सभी जानवर शामिल हैं। बार्कविले की कोशिश है कि लोगों और जानवरों के बीच स्थायी संबंधों को बढ़ावा दिया जाए और उनके प्रति होने वाले दुर्व्यवहार को रोका जाए। इसके लिए फाउंडेशन अन्य जरूरी कदम भी उठाता है, जिनमें शमिल हैं- आवश्यक बचाव कार्य, जानवरों को बधियाकरण/नपुंसकता कार्यक्रमों का संचालन, गोद लेने के कार्यक्रमों के माध्यम से और शैक्षिक पहलों के जरिये पालतू जानवरों के प्रति अनुकूल माहौल बनाना।

शुरुआती तौर पर बार्कविले का लक्ष्य बेघर (आवारा) कुत्तों और अन्य जरूरतमंद जानवरों को बचाना और पुनर्वास करना था। हालाँकि कोविड के बाद संगठन को अनेक नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ये ऐसी चुनौतियां थीं, जो मुख्य रूप से परित्यक्त पालतू जानवरों के आसपास केंद्रित थीं। वर्तमान में, बार्कविले 85 परित्यक्त पालतू कुत्तों को आश्रय प्रदान करता है, जिनमें लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, रॉटवीलर, सेंट बर्नार्ड्स, बीगल, पिटबुल और विभिन्न मिश्रित नस्लें शामिल हैं। कुत्तों के अलावा, बार्कविले की सुविधा में गाय, घोड़े, बिल्ली के बच्चे, खरगोश जैसे जानवर और अनेक परिंदे भी रहते हैं।

ऐसे विविध प्रकार के जानवरों के लिए आश्रय चलाना अपने आप में बड़ी चुनौती है, जिसमें फंडिंग एक बड़ी समस्या है। धन जुटाने, आश्रय के निवासियों की देखभाल करने, शैक्षिक प्रयासों में भाग लेने और व्यक्तिगत और सामाजिक मीडिया कनेक्शन के माध्यम से गोद लेने को बढ़ावा देने सहित विभिन्न क्षमताओं में स्वयंसेवकों और संगठनों की अमूल्य सहायता, इन चुनौतियों का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

रत्नाकर ग्रुप तीन दशकों से अधिक समय से निर्माण उद्योग में अग्रणी रहा है। समूह ऐसे घरों का निर्माण करता है, जो न सिर्फ सपनों को पूरा करते हैं, बल्कि विश्वास को भी प्रेरित करते हैं। 
जब बार्कविले ने अपने प्रिय जानवरों के लिए एक खुली और हरी-भरी जगह बनाने की कल्पना की, तो उन्हें पता था कि वे अपने प्यारे दोस्तों के जीवन में खुशी और उमंग लाने के लिए रत्नाकर ग्रुप पर भरोसा कर सकते हैं। संयुक्त प्रयास का उद्देश्य बार्कविले परिसर में एक निर्दिष्ट स्थान पर विभिन्न प्रकार के पेड़ लगाना है, जिसमें कमजोर जानवरों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए एक सुरक्षात्मक बाड़ भी शामिल है, जिससे उन्हें ठीक होने में मदद मिल सके।

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