जवाहर कला केंद्र में चल रहे मल्हार उत्सव में आयोजित हुई गुणीजन सभा

० आशा पटेल ० 
जयपुर । मल्हार उत्सव की संयोजक शबाना डागर ने बताया जवाहर कला केंद्र में चल रहे पांच दिवसीय मल्हार उत्सव के चौथे दिन गुणीजन सभा के साथ प्रात कालिन रागों की प्रस्तुति बेहद खास रही। गुणीजन सभा में कलाविद राजेश कुमार व्यास के साथ संगीत के विद्वानों ने चर्चा की। वहीं प्रात कालिन युवा शास्त्रीय गायक हुल्लास पुरोहित ने राग ललित और मीरा भजन की प्रस्तुति दी।
उस्ताद इमामुद्दीन खान डागर इंडियन म्यूजिक आर्ट एंड कल्चर सोसाइटी की ओर से चल रहे मल्हार उत्सव का। इस गुणीजन सभा में दरभंगा घराने के निशांत और प्रशांत मलिक ने अपने घराने से रूबरू कराया। इनके साथ ही पंजाब से आए संदीप सिंह और ईशर सिंह नामधारी ने अपने वाद्यों तार शहनाई और दिलरूबा से छात्रों को परिचित कराया।

मल्हार उत्सव की संयोजक शबाना डागर ने बताया इसमें पं. नयन घोष, सुनंदा शर्मा और साबिर सुल्तान खान कलाविद राजेश कुमार व्यास के साथ खास चर्चा में हिस्सा लेंगे। रंगायन में मल्हार उत्सव के तहत प्रस्तुति देंगे। विश्व मोहन भट्‌ट और सलिल भट्‌ट की जुगलबंदी रही खास ग्रैमी अवॉर्ड विजेता पद्म भूषण पंडित विश्व मोहन भट्ट और सात्विक वीणा वादक तंत्री सम्राट पंडित सलिल भट्ट ने मल्हार उत्सव में अपनी जुगलबंदी से वाहवाही लूटी। इन्होंने राग मेघ मल्हार से श्रोताओं को स्वर वर्षा की अनुभूति करायी।

 पंडित राम कुमार मिश्रा ने अनूठी तबला संगति से कार्यक्रम को आकर्षक बनाया। वहीं इसके बाद पिता पुत्र ने राग जोगेश्वरी की भी एक विशेष प्रस्तुति में आलाप, जोड़, झाला, विलंबित और द्रुत गति की रचनाओं को प्रस्तुत किया। इसके बाद दरभंगा घराने के पं. प्रशांत और निशांत मलिक ने ध्रुवपद गायन की युगलबंदी पेश की। उन्होंने राग मिया मल्हार में चौताल और सूलताल में अपने घराने की प्राचीन बंदिशें सुनाई।

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