शांति अहिंसा के कार्य को देश दुनिया में प्रसारित करने का संकल्प लिया

० आशा पटेल ० 
बल्लभ गढ़ हरियाणा। राष्ट्रीय युवा योजना ट्रस्ट के द्वारा बालाजी कालेज परिसर में भाई जी की दूसरी पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने पधारे मुख्य अतिथि इंडोनेशिया गांधी आश्रम के प्रमुख पदमश्री इंद्र उदयन ने कहा कि भाई जी दुनिया के अनेक देशों में शिविर किए मैं स्वयं उनके शिविर के शिविरार्थी होने में गौरव की अनुभूति करता हूं। पेरु अमेरिका के ईगल ने भाई जी के साथ बीते कुछ संस्मरण साझा किया नेपाल के लमकोटी ने भाई जी के विशालकाय चित्र पर पुष्प अर्पित किए।
विशिष्ट अतिथि डा मनीष कुमार शर्मा निदेशक शांति अहिंसा विभाग राजस्थान सरकार ने कहां कि शांति अहिंसा विभाग के अस्तित्व में लाने के पीछे विचार भाई जी का ही है। जो बहुत अच्छे परिणाम दे रहा है।सेवाधाम आश्रम उज्जैन के संस्थापक सुधीर भाई गोयल ने कहा कि मैं आज जो भी सेवा कर पा रहा हूं वह भाई जी की ही देन है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हरियाणा चौधरी उदय भान करते हुए कहा कि डा एस एन सुब्बाराव भाई जी ने गांधी जी नेहरू, कामराज के साथ आजादी के समय काम किया यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।

 वे 1942 में 13 वर्ष की उम्र में क्वीट इंडिया लिखते गिरफ्तार किए गए थे नाबालिग होने के कारण छोड़ दिया गया था। हरियाणा में भी भविष्य में शांति अहिंसा के कार्य को आगे बढ़ाया जायेगा। जमना लाल बजाज पुरुस्कार से सम्मानित रमेश भइया ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर शांति अहिंसा के काम को बढ़ाए जाने से ही भाई जी को सही श्रद्धांजलि होगी। विधायक विनय शर्मा, गांधी स्मारक निधि चंडीगढ़ के सचिव आनंद शरण, चौधरी फौजदार पूर्व मंत्री शारदा राठौर ट्रस्टी डा आर सी गुप्ता आदि ने विचार व्यक्त किये संचालन एन वाई पी के सलाहकार लखनऊ के अजय पांडे ने किया ।

 सभी का स्वागत आयोजक जगदीश चौधरी और उषा चौधरी ने प्रतीक चिन्ह और भाई जी के चित्र देकर किया। पुडुचेरी क आदवन जो एक लंबे समय से जुड़े है ने वहां की संस्कृति की प्रतीक शाल सभी अतिथियों को भेंटकर सम्मानित किया। सभी का आभार व्यक्त हरिजन सेवक संघ के राष्ट्रीय सचिव संजय राय ने किया। शिविर में सभी 22 राज्यों के प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर पुष्पांजलि अर्पित की। संगीत घराने के एक बड़े कलाकार गौहर अली खान की टीम ने सुंदर शास्त्रीय संगीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

 शिव वंदना और वैश्णब जन तो तेने कहिए, भांगड़ा गरबा भरत नाट्यम की प्रस्तुति हुई। अंत में भाई जी की सर्वाधिक पसंद का कार्यक्रम भारत की संतान की बहुत सुंदर प्रस्तुति हुई। पंजाब के रंजीत सिंह ग्रेवाल , हिमाचल के यशपाल कपूर जम्मू काश्मीर के राजेश ,दिल्ली के रवीश, अंबिका प्रसाद, डा भारती आंध्र प्रदेश के ए भार्गव बिहार के शुभांसु पाठक झारखंड की गीता सिंह महाराष्ट्र के हंसमुख, दमन दीप से भरत कमलिया गुजरात संबरकांत से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डा सुबोध शर्मा और राजस्थान के राम भरोस मीना भी थे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

हस्तशिल्प आर्टीजंस के प्रमोशन हेतु हुआ फ्लो जयपुर चैप्टर का ' जयपुर आर्ट फेयर

इशरे का बिल्डिंग सेक्टर में स्थिरता को बनाये रखने हेतु हुआ सम्मेलन