रामजस कॉलेज में आयोजित हुआ कवि सम्मेलन

० योगेश भट्ट ० 
 नयी दिल्ली - आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन एकांश के तत्वावधान में हिन्दी विभाग, सक्षम प्रकोष्ठ एवं समान अवसर प्रकोष्ठ रामजस महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय) द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। महाविद्यालय प्राचार्या प्रो. हरदीप कौर के सानिध्य में महाविद्यालय सभागार में आयोजित कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों में सुप्रसिद्ध ओज कवि डॉ. हरिओम पवार, विनय विनम्र शुक्ल, गौतम राजऋषि, हास्य कवि विनीत पांडेय और दिनेश शर्मा 'दिनेश' ने दीप प्रज्वलन से किया। 

जिसके बाद अतिथियों और कवियों का स्वागत आयोजक समिति की ओर से फूल माला,अंगवस्त्र से किया गया। कवि सम्मेलन की शुरुआत कवि विनय विनम्र शुक्ल ने सरस्वती वंदना से की। कैथल के कवि दिनेश शर्मा 'दिनेश' ने शहीदों पर अपना मुक्तक 'लगा दी जान की बाजी तुम्हारी जान की खातिर, लिया था चूम फांसी को हमारी आन की खातिर, नहीं आसान सब कुछ यूं किसी पर भी लुटा देना , मिटे कितने ही दीवाने हैं हिन्दुस्तान की खातिर' सुनाकर तालियां बटोरी। 

 प्रसिद्ध टीवी शो 'लपेटे में नेता जी' से प्रसिद्ध हास्य कवि विनीत पाण्डे ने अपनी कविता से जिंदगी को परिभाषित करते हुए कहा 'फूल बनकर महक जाना जिंदगी है,गीत सुख के गुनगुनाना जिंदगी है। गम के बादल आएंगे और जाएंगे,गम भुला कर मुस्कुराना जिंदगी है'। कवि विनय विनम्र शुक्ल ने देश भक्ति की रचना 'हम सबसे अच्छे बच्चे हैं, हम हिंदुस्तान के बच्चे हैं' सुन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। जबकि गज़लकार गौतम राजऋषि ने अपनी गजलों से श्रोताओं का मन मोह लिया। 

 कवि डॉ. हरिओम पवार ने देशभक्ति रचनाओं से श्रोताओं में उत्साह का संचार किया और राष्ट्र प्रेम के लिए प्रेरित किया। उनकी कविता 'कलमकार हूँ इन्कलाब के गीत सुनाने वाला हूँ , कलमकार हूँ कलमकार का धर्म निभाने वाला हूँ' पर श्रोताओं उन्हें खड़े होकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम के समापन पर कवि सम्मेलन के संयोजक डाॅ. प्रीतम शर्मा ने आमंत्रित अतिथियों, कवियों और उपस्थित श्रोताओं का धन्यवाद किया।

 कवि सम्मेलन में उपस्थित गणमान्य लोगों में प्रो. धनीराम, डॉ. आशुतोष दास, डॉ. शिवम अग्रवाल के अतिरिक्त सैंकड़ों श्रोता सभागार में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशीष कुमार पांडेय ने किया।

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