पश्चिम बंगाल भारत का पहला राज्य जिसने एक लाख से अधिक शिक्षकों को डिजिटल स्किलिंग में ट्रेंड किया

० संवाददाता द्वारा ० 
 Kolkata : पश्चिम बंगाल सरकार ने माइक्रोसॉफ्ट एजुकेटर (एमई) प्रोग्राम को पूरा करने वाले 101,464 शिक्षकों को मान्यता प्रदान की। इस प्रोग्राम में हाइब्रिड लर्निंग 3.0, एजुकेटर के लिए 21वीं सदी के लर्निंग टूल्स, माइक्रोसॉफ्ट O365 टूल्स एवं सोशल कनेक्ट जैसे विषय शामिल रहे। इस शिक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में शिक्षा का डिजिटल परिवर्तन करना है। यह हाइब्रिड लर्निंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पश्चिम बंगाल भारत का पहला राज्य है जिसने एक लाख से अधिक शिक्षकों को डिजिटल स्किलिंग में प्रशिक्षित और प्रमाणित किया है। यह स्कूलों को भविष्य के लिए तैयार बनाने की दिशा में पहला कदम है।

राज्य की ओर से उन शिक्षकों के लिए स्नातक दिवस समारोह की घोषणा की गई , जिन्होंने डिजिटल स्किलिंग पाठ्यक्रम - माइक्रोसॉफ्ट एजुकेटर (एमई) को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह आयोजन न केवल राज्य बल्कि देश भर के अनेकानेक शिक्षकों को डिजिटल रूप से कुशल बनने के लिए प्रोत्साहित करेगा। स्कूल शिक्षा सचिव, विभाग और राज्य परियोजना निदेशक, पश्चिम बंगाल समग्र शिक्षा मिशन - श्री शुभ्र चक्रवर्ती (आईएएस) ने कहा, “शिक्षा में अध्यापकों की प्राथमिक भागीदारी है; वे राष्ट्र निर्माण के सूत्रधार हैं। हमारे शिक्षकों को डिजिटल कौशल पर प्रशिक्षित करने के साथ, यह प्रोग्राम स्वामी विवेकानन्द और रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसे नवप्रवर्तकों के दिखाए रास्ते पर चलते हुए शिक्षा के एक नए युग की शुरुआत करेगा।"

माइक्रोसॉफ्ट के वर्ल्ड वाइड सार्वजनिक क्षेत्र के वरिष्ठ शिक्षा उद्योग सलाहकार डॉ. विन्नी जौहरी ने कहा, “आधुनिक उपकरणों और तकनीकों को अपनाने में पश्चिम बंगाल के शिक्षकों के समर्पण को देखकर मैं अत्यंत प्रसन्न हूं। यह पहल शिक्षा के भविष्य को आकार देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।" टेक अवंत-गार्डे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अली सैत ने कहा, “101,464 शिक्षकों की मान्यता ज्ञान युग में शिक्षकों को बढ़ावा देने में पश्चिम बंगाल की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।

 टीएजी और पश्चिम बंगाल राज्य के बीच सहयोग गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षकों के सशक्तिकरण के प्रति वचनबद्धता का प्रतीक है। हमारा मानना है कि शिक्षकों को आवश्यक डिजिटल कौशल प्रदान करके, हम शिक्षा की नई शैली बना रहे हैं जो सहस्राब्दी तक चलेगी। इस शिक्षा प्रणाली को अपनाने से भारत दुनिया का सबसे प्रगतिशील समाज बन जायेगा।”

पश्चिम बंगाल सरकार हर जिले में एक स्कूल को हाइब्रिड स्कूल बनाने पर भी विचार कर रही है ताकि राज्य के हर सुदूर हिस्से में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध हो सके। पश्चिम बंगाल सरकार, माइक्रोसॉफ्ट और टेक अवंत-गार्डे उन शिक्षकों को हार्दिक बधाई देते हैं जिन्होंने इस कार्यक्रम को पूरा कर लिया है और स्नातक हो रहे हैं। हम आशा करते हैं कि इससे अनेकानेक शिक्षकों को प्रेरणा मिलेगी और शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सफलता एवं प्रगति का अनुभव करने के लिए डिजिटल कौशल हासिल करेंगे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

हस्तशिल्प आर्टीजंस के प्रमोशन हेतु हुआ फ्लो जयपुर चैप्टर का ' जयपुर आर्ट फेयर

“द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार 2024“ का आयोजन 5 से 7 मई जयपुर में

इशरे का बिल्डिंग सेक्टर में स्थिरता को बनाये रखने हेतु हुआ सम्मेलन