क्या प्रधानमंत्री विधायक और मुख्यमंत्री का भी काम करेंगे ?

० संवाददाता द्वारा ० 
क्या प्रधानमंत्री विधायक और मुख्यमंत्री का भी काम करेंगे ? प्रधानमंत्री ने जो जुमले दिये थे, 15 लाख रूपये देने का, दो करोड़ युवाओं को प्रतिवर्ष रोजगार देने का वादा किया था, यदि पूर्ण किया होता तो आज भारत दुनिया का दूसरा विशाल देश होता। प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में अंतर है, यह समझना जरूरी है। कांग्रेस ने जो कहा है वो प्रतिबद्धता के साथ पूर्ण किया है। कुछ लोग काम करते हैं और कुछ लोग प्रचार करते हैं । राजस्थान की सरकार ने जो कल्याणकारी कार्य किये हैं वे सर्वविदित है।

जयपुर । चुनाव के समय हर दल को अपनी बात कहने का अधिकार है, तीखी बातें कांग्रेस विरोधियों द्वारा कही जा रही है और यह सिलसिला पूरे चुनाव जारी रहेगा, ऐसा भाजपा की मानसिकता से प्रतीत हो रहा है । हर दल को जनता के समक्ष अपने कार्य गिनाने का अधिकार है, अपनी नीतियां जनता तक पहुँचानी चाहिये, अपने विपक्षियों की कमी उजागर करनी चाहिये, सरकार अपना लेखा-जोखा प्रस्तुत करती है, क्योंकि मतदाता जवाबदेही तय करता है, किन्तु भाजपा के समक्ष कई कठिनाई है, भाजपा का राजस्थान में घर बिखरा हुआ है, आपस में मन-मुटाव है, चुनाव में वे चेहरा प्रस्तुत नहीं कर सके हैं, जो चेहरे हैं वे केन्द्रीय नेतृत्व को पसंद नहीं है। जनता को भाजपा का नेतृत्व कौन करेगा इसकी जानकारी नहीं है, भाजपा की सरकार नहीं बन रही है यही सोचकर उन्होंने किसी का नेतृत्व के लिये चेहरा आगे नहीं किया है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनन्द शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, जयपुर पर सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा के नेता है, उन्हें अधिकार है कि भाजपा के पक्ष में प्रचार करें, पर हर जगह जिम्मेदारी स्वयं लेना उचित नहीं है क्योंकि यह विशाल देश है, कन्याकुमारी से कश्मीर तक फैला हुआ है, इसलिये उन्हें पहले देश को सम्भालना चाहिये, बाद में राज्यों की जिम्मेदारी लेना चाहिये । उन्होंने कहा कि 2014 से पहले किये गये वादे ही पूर्ण नहीं हुये, किन्तु प्रधानमंत्री अब विधायक के लिये वोट मांगते हुये उसकी जिम्मेदारी ले रहे हैं,

उनमें प्रमुख रूप से महिलाओं को 500 रूपये में गैस सिलेण्डर देना, घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली फ्री देना, किसानों को 2000 यूनिट प्रतिमाह बिजली फ्री देना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को 125 दिन के रोजगार की गारंटी देना, एक हजार रूपये पेंशन देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। मुख्यमंत्री कामधेनु लागू हुई, चिरंजीवी योजना लागू हुई जिसके तहत् 25 लाख रूपये का मुफ्त ईलाज है । उन्होंने कहा कि राजस्थान पहला राज्य है जिसमें अपने नागरिकों को स्वास्थ्य की गारंटी दी गई है, बच्चियों को स्मार्ट फोन दिये। उन्होंने कहा कि ये काम इसलिये सम्भव हो सके क्योंकि सरकार ने संवेदनशीलता के साथ जनता की आवश्यकताओं को महसूस किया ।

आनन्द शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभ पाने वालों की संख्या छोटी नहीं है, राज्य में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिये 20 हजार करोड़ का प्रावधान किया, कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी, जिन गरीब बच्चों को 8वीं की नि:शुल्क शिक्षा दी जाती है वह अब राजस्थान में 12वीं तक निःशुल्क है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बच्चों को प्रथम वर्ष में निःशुल्क टेबलेट दिये जायेंगे, 500 रूपये में सिलेण्डर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की योजनाओं का अनुसरण करते हुये भाजपा ने 50 रूपये कम कर 450 रूपये में सिलेण्डर देने का वादा किया है। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब अगली बार राजस्थान आयें तो दिल्ली से सभी देशवासियों को 450 रूपये में गैस सिलेण्डर देने की घोषणा करके आयें, हम सब स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मतदाता को गुमराह करने के लिये झूठे वादे नहीं करे, पुरानी पेंशन स्कीम पर चुप्पी तोड़े। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिये अंग्रेजी माध्यम के 3600 स्कूल खोले गये, जो पेंशन स्कीम दी जा रही है उनके बारे में प्रधानमंत्री की क्या राय हैं, इसका जवाब दें, क्योंकि भाजपा इन योजनाओं को जारी रखेगी या बंद करेगी। उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों के सशक्तीकरण का कार्य कांग्रेस ने किया है, 

यूपीए की सरकार ने खाद्य सुरक्षा कानून, राईट टू एज्यूकेशन, मनरेगा जैसी योजना लागू की। उन्होंने कहा कि आज भाजपा को कांग्रेस द्वारा किये गये वादे की याद आ रही है, कांग्रेस द्वारा दो रूपये किलो गोबर खरीदने की बात की गई, भाजपा भी इसका वादा कर रही है, जबकि कांग्रेस की अन्य सरकारें दूसरे राज्यों में यह योजना लागू कर चुकी है । उन्होंने कहा कि काम तब सम्भव होते हैं जब शासन सुचारू रूप से चले, राजस्व बढ़े और लोगों की आमदनी बढ़े। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार की आमदनी बढ़ी, राजस्व 9 लाख करोड़ से बढ़कर 15 लाख करोड़ तक पहुँचा, 

इसलिये सरकारी नौकरियां देना सम्भव हो सका, राजस्थान सरकार ने प्राईवेट सेक्टर में 4 लाख रोजगार दिये, 3 लाख सरकारी नौकरियां दी गई जिनमें डेढ़ लाख युवा नियक्ति पा चुके हैं, ये सभी कार्य राजस्थान सरकार ने करके दिखाये हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में राजस्थान की जीडीपी 350 बिलियन डॉलर करने का वादा किया है लेकिन देश की जीडीपी कितनी है यह देखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जरूरी है कि देश तेजी से आगे बढ़े, किन्तु यह भी सत्य है कि मोदी शासन से पहले भी देश सोया हुआ नहीं था । 

देश पहले भी मजबूत था और मोदी के प्रकट होने से पहले भी परमाणु शक्ति बन चुका था । उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब देश की अर्थव्यवस्था 2 ट्रिलियन डॉलर की थी जब हमने सरकार छोड़ी, 2004 में 480 बिलियन डॉलर जीडीपी थी देश की, इतने कम समय में अथक् मेहनत एवं सही नीतियों से देश का विकास करने से यह सम्भव हो सका।

उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे पहली औद्योगिक क्रांति इग्लैण्ड में हुई थी उन्हें अपनी जीडीपी दुगुनी करने में 12 वर्ष लगे, दूसरी औद्योगिक क्रांति अमेरिका में हुई, उन्हें भी अपनी जीडीपी दुगुनी करने में 12 वर्ष लगे, जापान ने अपनी जीडीपी को 10 वर्ष में दुगुना किया, इसके अलावा एशिया में कोरिया ने 10 वर्ष में अपनी जीडीपी को दुगुना किया, तीन गुना जीडीपी करने वाला दुनिया का पहला देश चीन बना, एक दशक के अन्दर कांग्रेस के नेतृत्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार के शासन में भारत 480 बिलियन से 2 ट्रिलियन की इकोनोमी वाला राष्ट्र बना, यह तथ्य कोई नहीं नकार सकता। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन को 10 वर्ष होने वाले हैं क्या वे विकास का हिसाब जनता के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को आगाह करना आवश्यक है कि आगामी लोकसभा चुनावों में जनता को जवाब देना होगा । उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में मतभेद तो रहते हैं लेकिन भाजपा ने उन्हें मनभेद बना दिया, राजनीति में कटुता नहीं होनी चाहिये ।

उन्होंने कहा कि राजनीति में विचारधारा को लेकर मतभेद हो सकते हैं, विरोध हो सकते हैं, क्योंकि अलग-अलग विचार नहीं होंगे तो प्रजातंत्र प्रणाली कैसे चलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में समस्त संवैधानिक संस्थाओं पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है और उनका दुरूपयोग किया जा रहा है, चुनाव के वक्त आरोप-प्रत्यारोप लगाकर एजेंसियों को सक्रिय किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री जिन विपक्षी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते थे, एजेंसियों की कार्यवाही होती थी,

 उनके भाजपा में शामिल होते ही सभी आरोप समाप्त हो जाते हैं । उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक नेशनल लॉनड्रेट पॉलिसी अपनाते हुये कार्य किया है, प्रधानमंत्री सहित भाजपा नेताओं ने जिन विपक्षी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाये, वे भाजपा में शामिल होते ही साधु-संतों की तरह पाक साफ हो गये । उन्होंने कहा कि दुःखी करने वाला विषय है, किन्तु सत्य है कि प्रजातंत्र में धमकी नहीं दी जाती है, जो जितने बड़े पद पर हो उसे उतना ही शालीन होना चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कथन कि वोटिंग मशीन का बटन ऐसे दबाओ कि सामने वाले को फांसी हो जाये, अनुचित है,

 यह कथन खेद व्यक्त करते हुये वापस लेना चाहिये क्योंकि यह अच्छी परम्परा नहीं है । उन्होंने कहा कि भाजपा नेता दंगों की बात करते हैं किन्तु सच्चाई सबको पता है कि दंगों के पीछे कौन लोग होते हैं । उन्होंने कहा कि अपराधों को लेकर सामाजिक जीवन जीने वाले हर व्यक्ति का चिंतित होना लाजमी है, किन्तु चुनावों में ऐसे मुद्दों को लेकर भाजपा ही राजनीति करती है जबकि महिला अपराधों में सर्वोच्च स्थान भाजपा शासित मध्यप्रदेश का है । उन्होंने कहा कि भाजपा स्वयं के शासित प्रदेशों में महिला अपराधों की जिम्मेदारी नहीं लेती है 

लेकिन राजस्थान में चुनाव के दौरान आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रही है । उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति, हमारी धरोहर और हमारी विरासत है, विशाल देश में 63 प्रतिशत लोगों ने 2019 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विरूद्ध मतदान किया था, वे भी ही राष्ट्रभक्त और भारत की सांस्कृति विरासत को मानने वाले हैं । उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो जनकल्याणकारी कार्य कांग्रेस सरकार ने किये हैं उसके आधार पर प्रदेश की जनता भारी बहुमत से पुन: कांग्रेस की सरकार बनायेगी ।

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