मध्य प्रदेश में बेरोजगारी तथा पेपर लीक की समस्या राजस्थान से ज्यादा गंभीर


० आशा  पटेल ० 
जयपुर।  पिंक सिटी प्रेस क्लब जयपुर में मध्य प्रदेश के बेरोजगार युवाओं द्वारा नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के बैनर तले प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया| संगठन के राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य राधे जाट ने बताया कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश में बेरोजगारी तथा पेपर लीक की समस्या राजस्थान से बहुत ज्यादा गंभीर है । राधे जाट ने तुलना करते हुए बताया कि राजस्थान सरकार ने अब तक 213839 युवाओं को नियुक्तियां दी है और 129000 भर्तीयां प्रक्रियाधीन है 

इस प्रकार कुल संख्या लगभग 3,43,000 होती है जबकि मध्यप्रदेश में 5 साल में अब तक केवल 51,973 पदो पर विज्ञप्ति जारी की है जिसमें भी 12 पेपर लीक हो चुके है। जबकि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने प्रत्येक साल 1 लाख भर्ती निकालने का वादा किया था इस हिसाब से 5 लाख भर्तियां होनी चाहिए थी लेकिन मध्यप्रदेशसरकार ने युवाओं के साथ रोजगार के नाम पर बहुत बड़ा धोखा किया है जिस पर केंद्र नेतृत्व अपनी चुप्पी साधे हुए है ।

भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व राजस्थान में आकर नौकरियों पर बड़े-बड़े वादे कर रहा है इधर भाजपा शासित मध्य प्रदेश राज्य में राजस्थान की तुलना में एक चौथाई भी भर्तीयां नही हुई है , उस पर भी एक दर्जन से अधिक पेपर लीक हुए हैं । राजस्थान में पेपर लीक को लेकर सरकार ने आजीवन कारावास सहित कठोर कानून बनाया है जबकि मध्य प्रदेश सरकार में व्यापम घोटाले की हैट्रिक के साथ इतने बड़े स्तर पर पेपर लीक होने के बावजूद भी अभी तक ना तो किसी गिरोह की धर पकड़ हुई है और ना कोई पेपर लीक से संबंधित कानून बना है ।

 व्यापम घोटाला पहला- आज़ाद भारत का सबसे बड़ा भर्ती परीक्षा घोटाले , साल 2013 में मध्य प्रदेश में व्यवसायिक परीक्षा मंडल यानी व्यापम घोटाले का खुलासा हुआ था। मध्य प्रदेश सरकार के मुताबिक रिश्वत लेकर प्रवेश परीक्षाओं और भर्तियों में नकल करने के मामले में 4046 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें से 956 आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो पाई है। वहीं CBI ने 1242 लोगों को आरोपी बनाया है।  इस मामले में मध्य प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नरेश यादव के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है। इतना ही नहीं व्यापम घोटाले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। एक अनुमान के मुताबिक व्यापम से जुड़े 40 से ज्यादा लोगों और पत्रकारों की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो चुकी है।

 व्यापम घोटाला दूसरा- वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती का पेपर लीक हुआ , परीक्षा निरस्त करनी पड़ी (2020-21) पैरामेडिकल सेवा, ग्रुप-दो और सबग्रुप-चार की भर्ती परीक्षा पेपर लीक (2020-21) 2023 में 10 एवं 12 बोर्ड परीक्षा का 13 दिन में 10 से ज्यादा पेपर लीक, 19 से अधिक लोग गिरफ़्तार मध्यप्रदेश में एनएचएम संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा पर्चा लीक , परीक्षा निरस्त  पटवारी भर्ती पेपर लीक - जिस परीक्षा एजेंसी से कराई गई है 

वह कंपनी केंद्र सरकार द्वारा ब्लैक लिस्ट की हुई है। फिर भी ESB ने इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को टेंडर दिया। और लगातार ब्लैकलिस्टेड कंपनी को टेंडर दिया जा रहा है (व्यापम घोटाला तीसरा) प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) की प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (MP-TET) पेपर लीक -2022 इतना ही नहीं एमपी में 12 पेपर लीक हो चुके है ।

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