बल्ड कम्पोनेंट रिक्विजिशन टू ट्रांसफ्यूजन" संगोष्ठी में नर्सिंग कर्मियों को दिए टिप्स

० आशा पटेल ० 
जयपुर । ”स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक” एवं ”स्वास्थ्य कल्याण एजुकेशन सोसायटी” के संयुक्त तत्वावधान में रक्त संग्रहण केन्द्र में “बल्ड कम्पोनेंट रिक्विजिशन टू ट्रांसफ्यूजन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बी. एस. मीना ने नर्सिंग कर्मियों को सम्बोधित करते हुये “बल्ड कम्पोनेंट रिक्विजिशन टू ट्रांसफ्यूजन के बारे में उन्होंने कहा कि ब्लड बैंकिंग में हमारा मुख्य उद्देश्य आम जन को सुरक्षित रक्त पहुंचाना होना चाहिए। साथ ही हमें यह ध्यान रखना पड़ेगा कि नई टेक्नोलॉजी के नाम पर रक्त की जांच की कीमत आम जन की पहुंच से बाहर ना हो पाए।
एम्स के प्रेसिडेंट एवं स्वास्थ्य कल्याण ग्रुप के चेयरमैन डॉ. एस एस अग्रवाल संगोष्ठी में कहा कि राजस्थान में देश के अन्य प्रांतों की तुलना में ब्लड बैंकिंग का स्तर काफी उच्चतम है। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान भी हमारे प्रदेश में विगत वर्षो की तुलना में काफी बढ़ा है और जल्द ही हम देश के प्रथम पांच राज्यों में शामिल होंगे। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमें प्रदेश में नये ब्लड बैंक चालू करने की जगह ब्लड स्टोरेज सेन्टर्स खोलने एवं केन्द्रीयकृत ब्लड बैंकिंग व्यवस्था की तरफ बढ़ना चाहिए। इसके लिए उन्होंने ’’आवश्यकता का इंतजार ना करें - रक्तदान आज करें बार-बार करें’’ स्लोगन दिया।

स्वास्थ्य कल्याण ब्लड सेंटर के डायरेक्टर एवं राजस्थान हॉस्पिटल के वाईस चेयरमैन डॉ. सर्वेश अग्रवाल ने ब्लड कलेक्शन से लेकर ब्लड ट्रांसफ्यूजन तक नर्सिंग के अहम रोल को उदधृत करते हुए कहा कि इसके लिए उच्च स्तरीय तकनीकी प्रशिक्षण की सतत् आवश्यकता है। इस अवसर पर आरएचएल एडिक्शन सेंटर के डायरेक्टर डॉ. राघव शाह ने युवाओं में बढते नशे की प्रवृति को लेकर कहा कि दक्ष नर्सिंग केयर इस प्रवृत्ति को रोकने में सहायक हो सकती है।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर आनंद अग्रवाल ने स्वास्थ्य कल्याण ग्रुप के लक्ष्य, उद्देश्य एवं गुणवत्ताओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. उर्मिल धुरिया, टेक्निकल सुपरवाइजर गोपाल शर्मा एवं सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. ओ. पी. गुप्ता ने ट्रांसफ्यूजन ऑफ ब्लड एण्ड ब्लड कम्पोनेंट रिएक्शन एण्ड मैनेजमेंट, स्टोरेज एण्ड ट्रांसपोर्टेशन एण्ड प्रोसेसिंग ऑफ एस.डी.पी. के बारे में बताया।

संगोष्ठी के समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश माथुर, सीनियर कंसलटेंट डर्मेटोलॉजी, राजस्थान हॉस्पिटल जयपुर, स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक के सीनियर कंसलटेंट ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एवं पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. के के मिश्रा सहित अन्य अतिथियों ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये।
संगोष्ठी में जयपुर शहर के विभिन्न अस्पतालों (एडवांस न्यूरोलॉजी एण्ड सुपर स्पेशियलिटी (ब्रेन टावर), एपेक्स हॉस्पिटल (मालवीय नगर, 

मानसरोवर) बेबीलॉन हॉस्पिटल, भंडारी हॉस्पिटल, फोर्टिंस हॉस्पिटल, जयपुरिया हॉस्पिटल, आई.बी.एस, हॉस्पिटल, जीवन रेखा हॉस्पिटल, खण्डाका हॉस्पिटल, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे सेंट्रल हॉस्पिटल, प्रकाश हॉस्पिटल, राजस्थान हॉस्पिटल लि., शेल्बी हॉस्पिटल, सोमानी हॉस्पिटल, वेल्टन हॉस्पिटल) एवं अन्य अस्पतालों के 47 नर्सिंग कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।

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