समग्र आर्थिक विकास, आत्मनिर्भर , प्रगतिशील व अभूतभूर्व बजट- राजस्थान चेंबर ऑफ़ कोमर्स

० आशा पटेल ० 
जयपुर। राजस्थान चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री के अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन व मानद महासचिव आर. पी. बटवाडा, आनंद महरवाल, डॉ अरुण अग्रवाल, एन. के. जैन व ब्रज बिहारी शर्मा के अनुसार केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रस्तुत भारत का अन्तरिम बजट समग्र विकास व अर्थव्यवस्था को गति देने वाला बजट है।

अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा इस बजट के माध्यम से वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। जहां तक वर्ष 2024-25 का प्रशन है, इसमें पूंजीगत व्यय को बढ़ावा दिया है। जिसमें हमारे प्रधानमंत्री जी के स्वप्न औद्योगिक संसाधन, सामाजिक संसाधन, रोजगार में वृद्धि, आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देना, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, शहरी एवं ग्रामीण विकास, रक्षा, डैम् क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु पिछले वर्ष की तुलना में किये गये प्रावधानों को बढ़ाया गया है। निःसंदेह यह देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाला प्रगतिशील बजट है। इस बजट में किसानों, गरीबों, युवाओं और महिलाओं पर विशेष फोकस किया गया है।

देदेश का डेम सेक्टर विनिर्माण में प्रबल भागीदारी निभाता है। आर्थिक अक्षमता और वित्त की कमी से जूझ रहे इस क्षेत्र के विकास को गति देने हेतु किये गये प्रावधान स्वागतयोग्य हैं।कृषि क्षेत्र में जैविक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु जो योजनाएं इस बजट में दर्शाई गई हैं, वे निःसदेह किसानों की आय में वृद्धि करेंगी। आमजन एवं खासकर लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए सभी को यह आशा थी कि आयकर में छूट मिलेगी, परंतु ऐसा नहीं होने से आयकर दाताओं को निराशा हुई है। रिटेल इंडस्ट्री को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है।

जीएसटी में कोई बदलाव नहीं किया है, जिसकी की बहुत आशा थी। वहीं दूसरी ओर कस्टम एवं सीमाशुल्क में कुछ बदलाव किये गये हैं। खासकर वे क्षेत्र जिनमें निर्यात की संभावना है जैसे -जेम एंड ज्वैलरी तथा रेडीमेड गारमेंट। इन पर सीमाशुल्क में कमी की गई है।

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