ज़िविया आईवीएफ की वर्षगांठ पर महिला प्रजनन स्वास्थ्य शिविर आयोजित

० आशा पटेल ० 
जयपुर, प्रजनन और आईवीएफ केंद्र, ज़िविया आईवीएफ ने अपनी दूसरी वर्षगांठ बड़े शानदार आयोजन के साथ मनाया , जो पितृत्व के सपनों को साकार करने में एक महत्वपूर्ण यात्रा का प्रतीक है। फरवरी 2022 में अपनी स्थापना के बाद से ज़िविया आईवीएफ पूरे भारत में उन्नत प्रजनन उपचार और सेवाएं प्रदान करने में सबसे आगे रहा है। केंद्र ने इस मील के पत्थर का जश्न मनाया . 2000 शिशुओं के सफल प्रसव कराने वाली जीविया आइवीएफ़ प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल में उत्कृष्टता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।
पिछले दो वर्षों में जयपुर और पुणे में एक क्लिनिक से बढ़कर तीन क्लिनिकों तक पहुंच गया है। डॉ. नयना पटेल द्वारा स्थापित ज़िविया आईवीएफ जयपुर और पुणे में बांझपन से जूझ रहे जोड़ों के लिए आशा की किरण रहा है। डॉ. नयना पटेल 30 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ एक प्रसिद्ध प्रजनन विशेषज्ञ हैं. उन्होंने आईवीएफ उपचार में अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से 18,000 शिशुओं के प्रसव करवा कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 
उनका अटूट समर्पण और बेजोड़ योग्यताएं ज़िविया आईवीएफ को प्रजनन चिकित्सा के क्षेत्र में एक विश्वसनीय नाम बन गया हैं। विचार व्यक्त करते हुए डॉ. नयना पटेल ने बताया की " हम जयपुर में ज़िविया आईवीएफ की दूसरी वर्षगांठ मना रहे हैं मुझे उन प्रगति पर बेहद गर्व है जो हमने अनेक जोड़ों को माता-पिता बनने की खुशी प्रदान की । हमारी प्रतिबद्धता - श्रेणी प्रजनन उपचार, नैतिक मानक और अत्याधुनिक तकनीक हमारी सफलता की आधारशिला रही है।"
ज़िविया आईवीएफ ने 30 से 45 वर्ष की महिलाओं के लिए जयपुर में सबसे बड़ा महिला प्रजनन स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया । जिसमें फाइब्रोसिस, पीसीओडी/पीसीओएस के साथ-साथ बांझपन परामर्श, पोषण परामर्श और स्त्री रोग संबंधी परामर्श के परीक्षण शामिल थे । शिविर वैशाली नगर में आयोजित किया गया जो 30 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए खुला ..यह शिविर महिलाओं के लिए प्रजनन जांच में सक्रिय कदम उठाने का एक प्रयास है जो उन्हें अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने में सक्षम बनाएगा।

डॉ. नयना पटेल ने शिविर में उपस्थित महिलाओं से परामर्श किया और इस बात पर भी जोर दिया कि "शिविर में आना और प्रजनन जांच या उपचार से गुजरना सिर्फ एक चिकित्सा प्रक्रिया नहीं है; यह सपनों को साकार करना, परिवारों का निर्माण और आशा की जीत है। शिविर की सफलता ने साबित कर दिया है कि महिलाएं और जोड़े आज अपने शरीर का सम्मान करने के लिए आगे आ रहे हैं और पारदर्शी और सही चिकित्सा सलाह को प्राथमिकता देते हैं।

इस अवसर पर ज़िविया आईवीएफ की निदेशक स्वेता मंगल ने भी अपने विचार साझा किये , "हमारा मिशन चिकित्सा विशेषज्ञता से परे है; यह माता-पिता के लिए उनकी उपचार यात्रा के दौरान एक स्वस्थ और सुखद वातावरण बनाने के बारे में है। जैसा कि ज़िविया आईवीएफ पिछले दो वर्षों में अपनी उल्लेखनीय यात्रा पर नज़र डालता है तो जहां हमने उच्च सफलता दर और सर्वोत्तम चिकित्सा टीम प्रदान की है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक रोगी को व्यक्तिगत और समग्र देखभाल मिले।"

 उन्नत प्रजनन समाधानों तक पहुंच बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, ज़िविया आईवीएफ ने अपनी भविष्य की विस्तार योजनाओं की घोषणा भी की । केंद्र का लक्ष्य लखनऊ, मुंबई और जयपुर के मालवीय नगर में क्लीनिक खोलना है। बेहतर रोगी सेवाओं के लिए सी-स्कीम जयपुर में क्लिनिक का विस्तार भी किया गया है। ज़िविया आईवीएफ की निदेशक स्वेता मंगल ने कहा, "हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग माता-पिता बनने के अपने सपने को साकार करें और यह महत्वपूर्ण है कि हमारी विशेषज्ञता टियर 2 और टियर 3 शहरों तक पहुंचे, इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए हमने फ्रेंचाइज़ मॉडल की शुरुआत करने की योजना बनाइ है। 

ब्यावर में किसी क्लिनिक में पहली बार हमारी मेडिकल टीम और क्लिनिक प्रबंधन मरीजों को समान अनुभव सुनिश्चित करने के लिए इन क्लीनिकों में टीम के प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगे।"इस अवसर पर पूर्व जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव और व्यापार मंडल के सुभाष गोयल ने भी समारोह को सम्बोधित किया  समारोह में आइवीएफ़ के माध्यम पहली बार माँ -बाप बने माता- पिता भी अपने अपने नवजात शिशुओं के साथ जश्न का हिस्सा बने .

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