दिल्ली द्वारका में समस्याओं से निजात पाने के लिए महापंचायत

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली। क्षेत्र में महीनों से कई समस्याओं से निजात पाने के लिए द्वारका सेक्टर-3 स्थित मधु विहार वार्ड में महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में मधु विहार वार्ड, राजापुरी, भरत विहार, विश्वाश पार्क, राजापुरी, महावीर इनक्लेव, साध नगर, अर्जुन नगर, पालम एक्सटेंशन, बिजवासन एवं आस पास के इलाकों के लोग, प्रधान, आरडब्ल्यूए के अलावा अन्य लोग शामिल हुए। महापंचायत में बिजली, पानी, सीवर जाम, ट्रैफिक जाम, इलाके में बढ़ती चोरी, दिल्ली नगर निगम द्वारा असवैधानिक हाउस टैक्स चालान, सड़क बनाने में अनियमितिता आदि घटनाओं का मुद्दा जोर सोर से उठा। 
महापंचायत की अध्यक्षता मधु विहार आरडब्ल्यूए के प्रधान एवं फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने किया। इन्होंने सभी की समस्याएं सुनीं। फेडरेशन के चेयरमैन रणबीर सोलंकी ने कहा कि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या सीवर ओवर फ्लो की है क्योंकि अनियमित तरीके से डाले गए सीवर ध्वस्त हो गया है जिससे लोगों के घरों में एक फुट तक गंदा पानी भर गया है ऐसे में वहां के लोगों का जीवन यापन की क्या स्थिति है यह सोचने की बात है।

उन्होंने कहा कि ब्लॉक सी मधु विहार में एक मात्र सरकारी स्कूल के रास्ते में सीवर का पानी भरने से बच्चे स्कूल जाने से वंचित है। मधु विहार (ब्लॉक सी, बी, ए 1) तथा महावीर एनक्लेव से अलताफ ने बताया की ब्लॉक ई की 68, 69, 70 व एफ ब्लॉक की 81, 82, 83, 84 की गलियों एवम घरों में सीवर का पानी भरा हुआ है जिससे निवासियों का चलना एवम दुर्गंध से घर में रहना भी दुश्वार हो गया है। साध नगर वार्ड से सुनील सोलंकी ने बताया की हमारे यहां पीने के पानी की लाइन 2021 में डाली गई लेकिन अभी तक इनको घरों से नही जोड़ा गया है।

राष्ट्रीय युवा चेतना मंच के महासचिव व फैडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के सचिव महेश मिश्रा ने बताया की मधु विहार के सातों ब्लाकों की गलियों में बिजली के बल्बों को आए दिन चोरी होना आम बात हो गई है बीएसईएस द्वारा गलियों में लटक रहे केबल के तारों से उत्पन्न खतरों को बिजली विभाग लगातार अनदेखी कर रहा है मगर सोचने वाली बात है कि यही बीएसईएस बिल्डरों के कहने से कही पर भी खंभा लगा देते है। वही किसी की मृत्यु के पश्चात नाम बदलवाना या लोड कम करवाना तो नाकों चने चबाने जैसा है साथ ही नए कनेक्शन लगवाने के लिए वह प्रकिया भी लगा दी जाती है जिसका आवेदन के समय कही पर कोई उल्लेख नहीं है

 जैसे इलेक्ट्रिसिटी फिटिंग एवम आर्किटेक्चर सर्टिफिकेट जो की लोगो के हजारों रुपए ढीले करने का जरिया बन गया है। वर्षो पुराने लगे ट्रांसफार्मर जो अभी की आबादी के हिसाब से लोड उठाने में सक्षम नहीं है जिससे आए दिन निवासियों के विद्युतीय उपकरण खराब होते रहते है तथा कोई बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी रहती है फिर भी बीएसईएस न तो नए ट्रांसफार्मर लगा रही है न ही इनका लोड कैपेसिटी बड़ा रही है।

महेश मिश्रा ने बताया कि एकता अपार्टमेंट, द्वारका (बीएसईएस ऑफिस, आकाश हॉस्पिटल, तिरंगा चौक, महाराणा प्रताप द्वार) से 60 फिट रोड महावीर एनक्लेव तक सर्विस रोड पर अवैध पार्किंग से ट्रैफिक की समस्या अलग से मुह बाए खड़ी है जिसका कोई भी स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है और इन सभी से संबंधित अधिकारी उदासीन है। इसके अतिरिक्त नाजायज तरीके से दिल्ली नगर निगम द्वारा 2004 से हाउस टैक्स के नोटिस से लोग क्षुब्ध हैं। ज्ञात हो कि अनधिकृत कालोनियों के मकानों पर दिल्ली नगर निगम द्वारा अनावश्यक रूप से वर्ष 2004 से अब तक हाउस टैक्स के नोटिस थोपने से लोगों की सांसे थम रही हैं।

बिजवासन से फेडरेशन के अध्यक्ष रवींद्र सोलंकी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा बीस सूत्रीय योजना के तहत पालम गांव में भूमिहीनों को भूमि उपलब्ध कराई गई थी जिसमे 105 वर्ग मीटर तक नगर निगम से कोई भी नक्शा पास कराने की आवश्कता होती है मगर नगर निगम द्वारा मकान बनाने पर उसको सील कर दिया जाता है साथ ही निगम द्वारा बीएसईएस को इन मकानों पर मीटर लगाने के लिए भी मना कर दिया जाता है और लोगो से नाजायज मांग की जाती है।

डीएसआईआईडीसी द्वारा मधु विहार वार्ड में रोड के कार्य में काफी अनियमितता बरती गई यह तक की सोलंकी मार्केट के साथ की गली में रोड ही नही बनाई गई तथा ब्लॉक सी गली न 4 में नाली नही बनाई गई नियमो की अनदेखी से आलम यह ही की हल्की सी बारिश में रोड़ों पर जल भराव हो जाता है। दिल्ली विकास प्रधिकरण द्वारा मधु विहार वार्ड के बस स्टैंड के पास नवनिर्मित फूट ओवर ब्रिज के सचालन एवम रख रखाव में भी भारी कोताही बरती जा रही है। न तो इसकी लिफ्ट चल रही है और न ही इसकी साफ सफाई होती है।

सीवर ओवर फ्लो की समस्या को देखते हुए सोलंकी ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड की कोताही एवम लापरवाही से पालम, मधु विहार, महावीर एनक्लेव एवम आस पास के क्षेत्रों में सीवर जाम की समस्या से आम जनजीवन नरकिय हो गई है तथा अधिकारी चुप बैठे हुए है। अधिकारियों द्वारा अपना कार्य न करना भी एक प्रकार से भ्रष्टचार की श्रेणी में आता है। सोलंकी व महासचिव नैलवाल ने समय समय पर इन परेशानियों के बारे में लिखित तौर पर संबंधित विभागों को अवगत कराया मगर अभी तक भी इसका कोई समाधान नहीं हुआ है 

इसलिए हम मुख्यमंत्री तथा उप राज्यपाल से मांग करते है कि उपरोक्त समस्याओं का संबंधित विभागों से तत्काल समाधान कराया जाए तथा अधिकारियो की जवाबदेही तय की जाए साथ ही इन्होंने कहा कि इन समस्याओं का अगली पंचायत में समीक्षा की जाएगी तथा समाधान नही होने पर जनता में इतना आक्रोश व्याप्त है कि वह धरना प्रदर्शन अथवा संबधित विभागो का घेराव से भी पीछे नहीं हटेगी। महापंचायत में हरिराज चौहान, हरिश्चंद्र राय,सुरेश लाला, प्रीतपाल सिंह, प्रेम प्रभाकर, किरण राय, अन्नपूर्णा राणा, सतबीर प्रधान, प्रेम मलिक, अरुण वत्स, शशि धरण नायर, सतपाल यादव आदि उपस्थित थे।

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