"उत्तराखंडी महाकुंभ तृतीय" का आयोजन विनोद नगर-मंडावली में किया जाएगा

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - 25 फरवरी "उत्तराखंडी महाकुंभ तृतीय" का आयोजन डीडीए ग्राउंड रास विहार, विनोद नगर-मंडावली मेट्रो स्टेशन के नजदीक किया जाएगा जिसमें उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच दिल्ली, भुम्याल विकास मंच एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड बहुल क्षेत्रों में अपनी मातृभाषा एवं संस्कृति के संवर्धन के लिए चलाई जाने वाली ग्रीष्मकालीन गढ़वाली- कुमाउनी एवं जौनसारी भाषाओं के छात्रों और सहयोगी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाएगा।

 भुम्याल विकास मंच के अध्यक्ष एवं उत्तराखंड प्रकोष्ठ मयूर विहार जिला संयोजक दयाल सिंह नेगी ने बताया कि डीपीएमआई के चैयरमैन डॉक्टर विनोद बछेती जी जो कि उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच दिल्ली एवं भुम्याल विकास मंच के संरक्षक भी हैं उनके द्वारा 2012 से अपनी भाषा एवं संस्कृति को बचाने के लिए उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच दिल्ली के माध्यम से लगातार एक मुहिम चलाई जा रही है जिसके अंतर्गत दिल्ली एनसीआर और अन्य उत्तराखंड बहुल क्षेत्र में गढ़वाली -कुमाउनी एवं जौनसारी कक्षाओं का आयोजन किया जाता है

 ताकि नयी पीढ़ियां अपनी मातृभाषा सीख सकें। विगत 2023 में दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड बहुल इलाकों में 42 कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में इन कार्यशालाओं में भाग लेने वाले छात्रों एवं सहयोगी कार्यकर्ताओं का सम्मान, गढ़वाली कुमाऊनी जौनसारी भाषाओं को संविधान की आठवीं सूची में जगह एवं भव्य सांस्कृतिक प्रोग्राम जिसमें कि उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोग गायक गढ़ रतन नरेंद्र सिंह नेगी जी के अलावा प्रकाश आर्य, भुवन रावत और भागवत मनराल टीम सहित भाषा कार्यशाला में भाग लेने वाले छात्रों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी

 साथ ही इन कक्षाओं में जो बच्चों ने सिखा उनका संबोधन भी होगा। दिल्ली में उत्तराखंड को लोकसभा में प्रतिनिधित्व हेतु आवाज उठाई जाएगी दयाल सिंह नेगी ने बताया कि जिस तरीके से डॉक्टर विनोद बछेती जी लगातार समाज के बीच में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करते आए हैं और वह विगत तीस साल से भारतीय जनता पार्टी में भी सक्रिय कार्यकर्ता की भूमिका निभा रहे हैं वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश के मंत्री हैं और पूर्व में मयूर विहार जिला अध्यक्ष रह चुके हैं हम डॉक्टर विनोद बछेती जी को अपने प्रतिनिधि के रूप में लोकसभा में देखना चाहते हैं।

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