10 नाटकों को मेटा पुरस्कार प्रदान किये गये

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - 19वें महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा ) के रेड कार्पेट अवार्ड्स नाइट में थिएटर और कला जगत के कई दिग्गज शामिल हुए। महिंद्रा ग्रुप द्वारा स्थापित और टीमवर्क आर्ट्स द्वारा निर्मित, कमानी और श्री राम सेंटर सभागार में आयोजित सप्ताह भर चले मेटा थिएटर फेस्टिवल में देश भर के बेहतरीन भारतीय नाटकों का मंचन किया गया।  फेस्टिवल के रेड कारपेट अवार्ड्स नाईट में इस वर्ष के प्रदर्शन के शीर्ष 10 नामांकित नाटकों को प्रतिष्ठित मेटा पुरस्कार प्रदान किये गये।
भारतीय रंगमंच का महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स - राष्ट्रीय स्तर पर रंगमंच में उत्कृष्टता को मान्यता देता है। मेटा थिएटर भारतीय रंगमंच में सम्मानित मंच है. मेटा प्लेटफार्म 13 पुरस्कार श्रेणियों में ऑन-स्टेज और ऑफ-स्टेज प्रतिभाओं को सम्मानित करता है। हर साल की तरह, मेटा ने असमिया, बांग्ला, अंग्रेजी, हिंदी, हिंदुस्तानी, मलयालम और मराठी जैसी विभिन्न भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली 390 से अधिक प्रविष्टियों को शॉर्टलिस्ट किया। 
मेटा के इस संस्करण के लिए जूरी में भारतीय थिएटर अभिनेत्री, कास्टिंग निर्देशक और लेखक डॉली ठाकोर; प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता कुलभूषण खरबंदा; प्रख्यात निर्देशक, अभिनेता, प्रशंसित नाटककार और लेखक महेश दत्तानी; प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता, संगीतकार, गायक और सेट डिजाइनर रघुवीर यादव; सेरेन्डिपिटी आर्ट्स फाउंडेशन और सेरेन्डिपिटी आर्ट्स फेस्टिवल की निदेशक स्मृति राजगढ़िया; मशहूर थिएटर और फिल्म अभिनेता विनय पाठक शामिल थे ।

 इस साल मशहूर अभिनेता, निर्देशक और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के पूर्व निदेशक राम गोपाल बजाज को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया. बजाज के शानदार करियर ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं, जिनमें 1996 में पद्म श्री और नाट्य कला में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए 2003 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार शामिल हैं। महिंद्रा समूह के सांस्कृतिक आउटरीच के उपाध्यक्ष और प्रमुख जय शाह ने कहा, “19वां मेटा ने थिएटर जगत में अपनी उत्कृष्टता और मानको और मजबूती से स्थापित किया है. यह फेस्टिवल भारत के कोने-कोने से बेहतरीन भारतीय रंगमंच को मंच पर प्रस्तुत करता है। मेटा फेस्टिवल में प्राप्त सभी प्रविष्टियाँ धैर्य, निपुणता और प्रतिभा का प्रमाण हैं। ”

टीमवर्क आर्ट्स एंड फेस्टिवल प्रोड्यूसर के प्रबंध निदेशक, संजॉय के. रॉय ने कहा, “थिएटर भारत में जीवित है और सक्रिय है और सामाजिक चुनौतियों, सच्चाइयों और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करना जारी रखा हुआ है, ऐसा कोई अन्य कला नहीं कर सकती। 19वां मेटा भारतीय रंगमंच की विविधता, लोकप्रियता और रचनात्मक अभिव्यक्ति का प्रमाण है। हमारे इस वर्ष के सारे नाटक विभिन्न भाषाओं और विषयों पर होने के बावजूद होउसफुल रहे जो थिएटर के बढ़ते कद को बखूबी दर्शाता है।''

 जिन्होंने 19वें महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स विभिन्न श्रेणियो में अपने नाम किये : बेस्ट स्टेज डिज़ाइन - रघुनाथ - बिद्युत क्र. नाथ  2. बेस्ट लाइट डिज़ाइन-रघुनाथ-गौतम सैकिया  3. बेस्ट साउंड और म्यूजिक डिज़ाइन - डू यू नो दिस सोंग ? -चयन अधिकारी, बिंदु मालिनी एन 4. बेस्ट कॉस्टूम डिजाइन - हयवदना - मेलोडी डोरकास 5. सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) - गोपाल उरे एंड को.-तरुण भट्टाचार्य 6. सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (महिला) - गोपाल उरे एंड को.- निबेदिता मुखोपाध्याय, हयवदना-पल्लवी जाधो 

7. मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) - रघुनाथ - बिद्युत क्र. नाथ 8. मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला) – डू यू नो दिस सोंग? - मल्लिका तंजिया, घंटा घंटा घंटा घंटा घंटा - मल्लिका सिंह हंसपाल 9. बेस्ट कोरियोग्राफी - अग्निसुता द्रौपदी - मैसनाम जॉय मीतेई और महक 10. बेस्ट एस्सेम्बल - हयवदना 11. बेस्ट ओरजिनल स्क्रिप्ट-रघुनाथ- बिद्युत क्र. नाथ 12. बेस्ट डायरेक्टर - बिद्युत क्र. नाथ-रघुनाथ 13. सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन-रघुनाथ

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