इसरो के वैज्ञानिकों को समर्पित इंदु नांदल द्वारा चौथा विश्व रिकॉर्ड

० आशा पटेल ० 
जयपुर वासी एवं बिरला बालिका विद्यापीठ, पिलानी, झुंझुनूं की अकैडमिक कॉर्डिनेटर सावित्री धायल, इंदु नांदल, इंडोनेशिया निवासी भारतीय के प्रोत्साहन से इसरो के वैज्ञानिकों को समर्पित चौथे विश्व रिकॉर्ड पुस्तक की सह-सम्पादक बनी। सावित्री धायल, राजेंद्र सिंह धायल (पति), आस्था धायल विजय (बेटी), नीतेश विजय (दामाद), श्रीमाला धायल गुप्ता (बेटी), सार्थक गुप्ता (दामाद), डॉ उद्दिप्ता धायल (बेटी), स्कूल सहयोगी निशा पारीक, कल्पना सोनी समेत 12 छात्राओं ने कविताएं लिखकर चंद्रयान-3 पर आधारित विश्व रिकॉर्ड बनाने में इंदु नांदल का सहयोग किया। 
 इस विश्व रिकॉर्ड स्थापित पुस्तक प्रधानमंत्री, इसरो के वैज्ञानिकों, विभिन्न दूतावासों, पुस्तकालयों को भेंट किया जाएगा। इस विश्व रिकॉर्ड का उद्देश्य भारत के चाँद पर तिरंगा फहराने के पलों को अमर बनाने का है। इंदु नांदल भारत पर 4 विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं । वे लगभग 30 वर्षों से विदेश में रह रही है । उन्होंने 3 विश्व रिकॉर्ड जर्मनी में व 1 विश्व रिकॉर्ड इंडोनेशिया में रहते हुए बनाया । 2008 से 2020 तक इंडोनेशिया में अध्यापिका के रूप में कार्य किया और विद्यार्थियों को देशभक्ति के गीत सिखाकर भारतीय दूतावास जकारता में गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लेकर जाती रही हैं।  उनकी भारत पर विश्व रिकॉर्ड की 3 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं ।

इंदु का ये चौथा विश्व रिकॉर्ड चंद्रयान-3 पर आधारित है और यह इसरो के वैज्ञानिकों को समर्पित है । इस विश्व रिकॉर्ड में विश्व भर से कवियों-कवयित्रियों ने भाग लिया और देश के ऐतिहासिक लमहों को कविताओं में ढाला। इंदु ने कहा कि हर रचना में चाँद पर फहरा रहे तिरंगे की गौरवशाली झलक देखने को मिलती है ।
दु नांदल ने साहिल नांदल , संजीव नांदल , सावित्री धायल (अकैडमिक कॉर्डिनेटर, बिरला बालिका विद्यापीठ, पिलानी), गिरीश गुप्ता, ज्योति राज, प्राची अग्रवाल, गोविंद गुप्ता व बी नेगी कृष्णा के योगदान के लिए तहेदिल से धन्यवाद किया ।

इस विश्व रिकॉर्ड में कादंबरी आदेश व डॉ दुर्गा अमरीका, साहिल नांदल कनाडा , स्वर्ण तलवाड़ यू के , आशीष शर्मा, योगिता शर्मा, सुरेश चौधरी, निलेश शर्मा, कमलेश गुप्ता, लीना शारदा, सुषमा श्रीवास्तव इंडोनेशिया, अमृत बिसारिया, निशा गिरि दुबई, स्मिता सिंह सिंगापुर से जुड़े। अनेक कवि - कवयित्री भारत से जुड़े जिसमें बिरला बालिका विद्यापीठ की छात्रायें भी हैं।

 विश्व रिकॉर्ड पुस्तक से उन्होंने स्वरचित पंक्तियाँ कही -
चाँद पर उतरा भारत, क़ायल हुआ जहान।
ठान ले ग़र एक बार, करे पूर्ण हिंदुस्तान॥
रे बंधु करे पूर्ण हिंदुस्तान ….
चाँद पर फहरा तिरंगा, आज रचा इतिहास ।
चहुँ ओर हुआ यशगान, दिवस ये बहुत ख़ास॥
रे बंधु दिवस ये बहुत ख़ास …

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