पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय

० आनंद चौधरी ० 
नई दिल्ली। बिहार की जाप (जन अधिकार पार्टी) सुप्रीमो पप्पू यादव की पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया है। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में इसका ऐलान किया गया। पप्पू यादव कांग्रेस के टिकट पर पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं? उनकी पत्नी रंजीत रंजन राज्यसभा सदस्य हैं। उन्हें कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा भेजा है। 
बिहार के कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश ने पप्पू यादव की पार्टी का कांग्रेस में विलय कराया। बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान मौजूद थे। पप्पू यादव के साथ उनके बेटे सार्थक यादव भी कांग्रेस में शामिल हो गए।

 इस अवसर पर मोहन प्रकाश ने कहा, साझेदारी न्याय से प्रभावित होकर पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने का निर्णय लिया है। पप्पू यादव के आने से बिहार में कांग्रेस के साथ घटक दल को भी मजबूती मिलेगी।  पांच बार सांसद और एक बार विधायक रह चुके राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव 2019 लोकसभा चुनाव में जाप के टिकट पर मधेपुरा से चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में उन्हें करीब एक लाख वोट मिले और तीसरे नंबर पर रहे थे। जदयू के दिनेश चंद्र यादव को करीब 6.24 लाख और राजद के शरद यादव को 3.22 लाख वोट मिले थे।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद पप्पू यादव ने कहा- बिहार में क्षेत्रीय पार्टी सत्ता में रही और नहीं भी। एक संघर्ष की बड़ी लंबी फेहरिस्त है न्याय की और सेवा की। सेवा न्याय और संघर्ष के लिए हमारी पार्टी जानी जाती है। मेरी विचारधारा कांग्रेस की विचारधारा के साथ रही। यह मजबूत ऊर्जा देती रही। हमारी राजनीति सेक्युलर है। हर परिस्थिति में दूसरे के विचारों का सम्मान का हमारा इतिहास रहा है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तुलना वीर कुंवर सिंह से करते हुए कहा कि इस उम्र में भी सबसे ज्यादा संघर्षशील और एक तानाशाह के खिलाफ सबसे सशक्त आवाज खड़गे जी हैं।

पप्पू यादव ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि भले ही ईवीएम, पूंजीपति, मीडिया, ईडी और सीबीआई के द्वारा कोई चार सौ पार कर ले लेकिन हिंदुस्तान की जनता राहुल गांधी के साथ है। ओबीसी के प्रति जो कमिटमेंट राहुल गांधी का है, मैं उसके साथ एक साधारण गिलहरी की तरह रहना चाहता हूं। जन अधिकार पार्टी जो संघर्ष, सेवा में सबसे ऊपर हैं। मैंने कांग्रेस की मर्यादा का पालन करना बचपन में सीखा। ऊंट बैठ जाए तो गदहा से ऊंचा रहता है। समय बताएगा वे लोग कितने अंक का आंकड़ा पार करेंगे।

 पप्पू यादव राजद सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी यादव से राबड़ी आवास जाकर मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद पप्पू यादव की पार्टी की विलय करने की चर्चाएं तेज हो गई थीं। इस मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा- 'आज अभिभावक पितातुल्य आदरणीय लालू जी, माननीय नेता प्रतिपक्ष भाई तेजस्वी जी के साथ पारिवारिक माहौल में मुलाकात! मिलकर बिहार में BJP को जीरो पर आउट करने की रणनीति पर चर्चा हुई।

कांग्रेस से डील की चर्चा पर पप्पू यादव ने कहा कि कोसी और सीमांचल खासकर पूर्णिया उनकी लाइफ लाइन है। बीजेपी पूर्णिया और सीमांचल के आइडेंटिटी पर ही हमला कर रही है। इसे रोकने के लिए हम पूरी ताकत से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए चुनाव कोई मैटर ही नहीं करता है। मेरा लक्ष्य बीजेपी को रोकना है। पिछले 17 महीने में तेजस्वी जी ने जो विश्वास हासिल किया है, इसे ध्यान में रखते हुए हमें 24 और 25 में भी साथ रहना है।

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