दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय फ़रीदाबाद की सलाहकार समिति की बैठक

० योगेश भट्ट ० 
फरीदाबाद,दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय फरीदाबाद की 67वीं क्षेत्रीय सलाहकार समिति की बैठक क्षेत्रीय निदेशालय परिसर में संपन्न हुई। बैठक अशोक कुमार बीएमएस के राज्य अध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में नियोक्ता संगठन,विभिन्न ट्रेड यूनियन नेतृत्व, विभिन्न सरकारी विभागों व शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

 बैठक का संचालन अमिताभ प्रकाश 'क्षेत्रीय सलाहकार समिति के क्षेत्रीय निदेशक एवं पदेन सचिव ने किया। अमिताभ प्रकाश ने बैठक के औचित्य को पर चर्चा करते हुए कहा कि यह समिति श्रमिकों के सबसे वंचित वर्गों के लाभ के लिए श्रमिक शिक्षा की संपूर्ण गतिविधियों और संचालन की देखरेख, मूल्यांकन और मूल्यवान सुझाव देने के लिए रखी गई है।उनके द्वारा बोर्ड की वार्षिक उपलब्धियों का विवरण दिया गया।

इस बैठक में आदित्य भट्टाचार्य,शिक्षा अधिकारी ने श्रमिक शिक्षा की आगामी कार्यक्रम की कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए बताया कि नियमित श्रमिक शिक्षा गतिविधियों के साथ-साथ 'पूर्व शिक्षा की पहचान'(आर पी एल) और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए सहायता पंजीकरण भी शामिल किया जाएगा।लघु और मध्यम उद्योगों के नियोक्ता संगठन आईए एम एस एम ई का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमोद सचदेवा ने कहा कि नई तकनीक विशेष रूप से एआई के आगमन के साथ काम की प्रकृति में बदलाव आया है।उद्योग के भागीदार होने के नाते श्रमिकों को भी सभी पक्षों के लाभ के लिए अनुकूल मानसिकता रखनी चाहिए।डॉ.राजेश कुमार,

पीआरओ,विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी व समिति के सदस्य ने कहा कि श्रमिक शिक्षा और विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने कहा कि विश्वविद्यालय अपनी तरह का पहला विश्वविद्यालय है और श्रमिकों के लाभ के लिए हमेशा श्रमिक शिक्षा के साथ सहयोग करने का प्रयास करता है।उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि जहां तक ​​कौशल मिशन का सवाल है, संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने आगे सहयोग के लिए एक ठोस प्रस्ताव और बोर्ड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर जोर दिया।

देवीलाल(बीएमएस सचिव व समिति के सदस्य है) ने श्रमिक शिक्षा की सभी गतिविधियों के लिए अपने समर्थन का आश्वासन दिया।वीरेंद्र सिंह डंगवाल सीटू सचिव,ने अपने संबोधन में विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के शोषण को रेखांकित करते हुए कहा कि सामाजिक सुरक्षा व कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाता है।इसका मुख्य कारण श्रमिकों की अज्ञानता और नियोक्ताओं के एक वर्ग द्वारा किये गये अत्याचार हैं।

उन्होंने कहा कि श्रमिकों के वंचित वर्ग के लाभ के लिए श्रमिक शिक्षा को अपनी भूमिका अधिक प्रभावी ढंग से निभानी होगी।धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा अधिकारी आदित्य भट्टाचार्य ने किया।आज के सफल कार्यक्रम के आयोजन में रवि कुमार,स्टेनोग्राफर व सौरभ मंडल,अवर श्रेणी लिपिक का विशेष योग्यदान रहा।

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