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एलन ग्लोबल, एलन करियर इंस्टिट्यूट ने जयपुर में नया सेंटर लांच किया

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० संवाददाता द्वारा ०  जयपुर : इवेंट एजुकेशन के फील्ड के इम्पोर्टेन्ट स्टेकहोल्डर्स जिसमें स्कूल के ओनर्स, एजुकेशन एंट्रेप्रेन्योर्स, इन्फ्लुएंशियल एडुकेशनिस्ट्स और कॉर्पोरेट लीडर्स ने एजुकेशन के फ्यूचर, कोलैबोरेशन के पॉसिबिलिटीज और स्टूडेंट्स का करियर बनाने में ग्लोबल इंस्टीटूशन्स के रोल पर बात की | इस इवेंट में 200 से ज़्यादा स्कूल्स ने हिस्सा लिया और 400 से ज़्यादा स्टूडेंट्स ने अटेंड किया | एलन ग्लोबल का ट्रांस्फ़ॉर्मेटिव एजुकेशन के लिए कमिटमेंट लॉन्च के दौरान क्लीयरली दिखा,  जहा उनके विज़न और मिशन पर एम्फेसाइज़ किया गया |एलन ग्लोबल स्टेम, बिज़नेस, इकोनॉमिक्स, आर्ट्स और हयूमैनिटिज़ फ़ील्ड्स में अंडरग्रेजुएट स्टडीज के लिए टॉप 200 इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए प्रीपेयर करने के लिए प्रीमियम ऑनलाइन कोर्सेज प्रोवाइड करता है | इन कम्प्रेहैन्सिव कोर्सेज में स्टैंडर्डाइज़्ड टेस्ट प्रिपरेशन (सैट/ एपी/यूकेट/टोएफल/आईल्त्स), प्रोफाइल बिल्डिंग, एप्लीकेशन डॉक्यूमेंटेशन, इंटरव्यू स्किल्स, और यूनिवर्सिटी ऍप्लिकेशन्स, स्कालरशिप ऍप्लिकेशन्स, और स्टूडेंट वीसा प्रोसेसेज के लिए सपोर्ट प्रोवाइड किया जा

मणिपाल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल देंगे 2166 छात्रों को डिग्री

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० आशा पटेल ०  जयपुर। मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर के 10 वें दीक्षांत समारोह 2 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है । इसमें यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायों मे अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके 2166 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी | राजस्थान के राज्यपाल मिश्र मुख्य अतिथि होंगे। एमयूजे के प्रेसिडेंट, डॉ. जी.के प्रभु ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। डॉ. प्रभु ने बताया कि प्रत्येक विभाग के एकेडमिक टॉपर्स को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। कुल मिलाकर इस वर्ष 58 गोल्ड मेडल विजेता हैं। रजिस्ट्रार, एमयूजे, डॉ. नीतू भटनागर ने बताया कि ग्रेजुएट हो रहे 2166 छात्रों में से, 1770 अंडर ग्रेजुएट श्रेणी के हैं और 396 पोस्ट ग्रेजुएट व पीएचडी स्टूडेंट्स को डिग्री से नवाजा जाएगा । यही नहीं समारोह के दौरान राज्यपाल मिश्र द्वारा 58 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल प्रदान करके सम्मानित किया जाएगा। इनमे सर्वाधिक 18 स्टूडेंट फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के हैं । इनके अलावा फैकल्टी ऑफ डिजाइन के 7 , फैकल्टी ऑफ लॉ के 4 और फैकल्टी ऑफ साइन्सेज के 12 और फैकल्टी ऑफ मैनजमेंट के 7 स्टूडेंट्स शामिल हैं । इसके अतिरि

23000 से अधिक नोटबुक्स से सबसे बड़े नोटबुक सेंटेंस गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया

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० आशा पटेल ०    लखनऊ -  अपने कैंपेन ‘बी समवन्स वी’ जिसका उद्देश्य लोगों को प्यार एवं देखभाल का अहसास कराकर बेहतर आज एवं उज्जवल कल का निर्माण करना है, के मद्देनज़र जाने-माने दूरसंचार सेवा प्रदाता वी ने 23071 नोटबुक्स का उपयोग कर दुनिया के सबसे बडे़ नोटबुक सेंटेंस के लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इस का आयोजन लखनऊ स्थित जनेश्वर मिश्रा पार्क में किया गया, जहां वी के कर्मचारियों एवं उनके परिवारों, उम्मीद फाउन्डेशन, केयर एजुकेशन ट्रस्ट, आदिज्योति सेवा समिति और बाल शाश्वत फाउन्डेशन से 500 ज़रूरतमंद बच्चों सहित 700 से अधिक लोगों ने एक साथ मिलकर दुनिया का सबसे बड़ा नोटबुक सेंटेंस- ‘बी समवन्स वी’ बनाया और इसके माध्यम से समावेशन एवं एकजुटता का संदेश दिया। वी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में इस्तेमाल हुई 23071 नोटबुक्स को उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्रालय को दान में देगा। इस गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड को बनाने का मुख्य उद्देश्य इस बात पर रोशनी डालना है कि किस तरह एक नेटवर्क पूरे समुदाय को एकजुट करता है और मानवीय/सामजिक रिश्तों को जोड़ने वाले पुल की तरह काम करता है। इसके अलावा समावेशन एवं एकजुटता की भावना को बढ़ा

राजस्थान के स्टार्टअप में फंडिंग के लिए मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन करेगी प्रयास

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० आशा पटेल ०  जयपुर। मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन के संस्थापक महासचिव सचिव सीए विजय गर्ग ने बताया कि मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन के द्वारा राजस्थान के स्टार्टअप में अधिक से अधिक फंडिंग आए इसके लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया| इस कार्यशाला में स्टार्टअप कमेटी के पदाधिकारी के अलावा वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन के विदेश में मारवाड़ी बिजनेस मित्र एवं देश के विभिन्न राजस्थान उद्योग मित्रों ने भी भाग लिया एवं राजस्थान के स्टार्टअप में फंडिंग के लिए अपनी विशेष रुचि दिखाई। कार्यशाला के दौरान मारवाड़ी बिजनेस मित्र जो कि आस्ट्रेलिया, कनाडा ,जर्मनी ,नीदरलैंड ,दुबई, स्पेन ,यूके एवं अमेरिका से जुड़े हुए प्रवासी राजस्थानियों ने राजस्थान में कृषि से संबंधित स्टार्टअप एवं आईटी से संबंधित स्टार्टअप में अपनी निवेश की इच्छा जाहिर की | इस अवसर पर स्टार्टअप कमेटी के सदस्यों ने प्रेजेंटेशन दिया , इस प्रेजेंटेशन के दौरान यह बताया गया कि जिन स्टार्टअप्स को फंडिंग चाहिए उनको फंडिंग की आवश्यकता के लिए वित्तीय विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी रूप से जांच कर उसे प्रेजेंटेशन एवं उस व्यक्ति की आव

वरिष्ठ लेखिका संतोष श्रीवास्तव ने की 2023 के अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच के विधा पुरस्कारो की घोषणा

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० संवाददाता द्वारा ०  भोपाल। वरिष्ठ कथाकार व विश्व मैत्री मंच की संस्थापक अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव ने आज विश्व मैत्री मंच के अति प्रतिष्ठित विधा पुरस्कारों की घोषणा की । साहित्य की सभी विधाओं कहानी, उपन्यास, लघुकथा ,कविता, गजल, संस्मरण की चयनित किताबों के लेखक हरी भटनागर, नीता श्रीवास्तव, मल्लिका मुखर्जी ,सुषमा मुनींद्र ,अर्चना मिश्र,कुमकुम गुप्ता, डॉक्टर कामिनी, डॉ सविता चड्ढा, निवेदिता झा,कमलेश पाठक सम्मानित होंगे । यह पुरस्कार 3 फरवरी,2024 को भोपाल में आयोजित संस्था के राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रदान किये जायेंगे इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के निर्णायक मंडल में डॉ बलवंत जानी (कुलाधिपति जनार्दन राय नागर राजस्थान यूनिवर्सिटी,उदयपुर),कथाकार डॉ प्रमिला वर्मा व कवयित्री डॉ क्षमा पांडेय शामिल थीं।

डॉ. बीआरसी की पुस्तक 'द सर्केडियन डॉक्टर' का विमोचन

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : हिम्स के संस्थापक, आचार्य मनीष ने आयुर्वेद की अविश्वसनीय उपचार क्षमता के बारे में शंकाओं को दूर करते हुए और आशा जगाते हुए, कैंसर, लिवर फेल, किडनी फेल और थैलेसीमिया जैसे जटिल रोगों के इलाज में आयुर्वेद की प्रभावशीलता को सामने रखा।   डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी ने अपनी पुस्तक - द सर्केडियन डॉक्टर का अनावरण किया, जो समग्र स्वास्थ्य के लिए नज़रिया पेश करती है।  कार्यक्रम ने न केवल आयुर्वेद की जीत का जश्न मनाया, बल्कि स्वास्थ्य और जीवन शक्ति के लिए वैकल्पिक रास्ते तलाशने वालों को आशा की एक किरण भी दिखाई। इसके साथ ही वहां आपात स्थिति से निपटने और दर्द प्रबंधन के लिए वासो-स्टिम्यूलेशन थेरेपी भी पेश की गई।  "द सर्केडियन डॉक्टर सिर्फ एक किताब नहीं है; यह हमारे स्वास्थ्य के प्रति दृष्टिकोण में एक आदर्श बदलाव है। अपने शरीर की प्राकृतिक लय को समझ कर और उसके साथ तालमेल बिठाकर, हम पुरानी बीमारियों को रोकने और उलटने के लिए खुद को सशक्त बना सकते हैं। द सर्केडियन डॉक्टर किताब बॉडी क्लॉक के महत्व पर प्रकाश डालती है, जो स्वास्थ्य को नियंत्रित करने वाली एक समयबद्ध मानवीय घटना ह

नागरिकता, महामारी और राजसत्ता’ विषय पर परिचर्चा

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली. 'रचयिता' और 'नेहरू डायलॉग्स' के संयुक्त तत्वावधान में राधाकृष्ण प्रकाशन से प्रकाशित प्रवीण कुमार के उपन्यास अमर देसवा के सन्दर्भ में ‘नागरिकता, महामारी और राजसत्ता’ विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। इस परिचर्चा में डॉ. रविकांत, डॉ. नरेश गोस्वामी, डॉ. धनंजय राय, डॉ. कमल नयन चौबे और डॉ. मुन्ना कुमार पांडेय बतौर वक्ता उपस्थित रहे।
 कार्यक्रम में प्रो.अपूर्वानंद ने कहा कि ‘नेहरू अगर राजनेता न होते तो एक बड़े लेखक होते।’ पुस्तक पर बोलते हुए डॉ. राय ने कहा कि ‘अमर देसवा’ के परिप्रेक्ष्य में कोरोना महामारी के दौरान फैली हुई दशाओं को रेखांकित किया गया है। इस उपन्यास में नागरिकता के हक में आवाज उठाई गई है।  डॉ. कमल नयन चौबे ने कहा कि यह उपन्यास जब पढ़ा तब कोरोना महामारी खत्म हो रही थी। इस उपन्यास में लेखक प्रवीण इस वकील साहब की भूमिका में है।  कमल नयन चौबे कहते हैं कि जातियों की राजनीति बहुत होती है। मैला आंचल का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ‘अमर देसवा’ उपन्यास उसी कड़ी में जाना जाएगा। इस उपन्यास में हमारे वर्तमान समय के चरित्रों को प्रवीण कुमार ने उठाय