अचानक हृदय गति बंद होने की स्थिति में इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डेफ़ीब्रिलेटर मशीन हृदय वक्ष-स्थल में रोपित कर जान बचायी जा सकती है
"सडेन कार्डियक अरेस्ट (अचानक हृदय गति का बंद होना) अकाल मृत्यु के पूर्व की ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति बेहोश हो जाता है। और दो या तीन मिनट के अंदर उस व्यक्ति का इलाज न शुरू किया जाए तो उसकी अकाल मौत हो जाती है, " यह कहना है डॉ कार्तिकेय भार्गव का जोकि मेदांता हार्ट इंस्टीट्यूट में ऐसोसिएट डायरेक्टर, इलेक्ट्रो-फ़िज़ियोलॉजी एवं पेसिंग के पद पर कार्यरत हैं। प्रस्तुत हैं उनके साथ किये गये साक्षात्कार के कुछ प्रमुख अंश : प्रस्तुति – ज्ञानभद्र प्रश्न : सडेन कार्डियक अरेस्ट (अचानक हृदय गति का बंद होना) की वजह से अकाल मृत्यु की दर काफ़ी बढ़ गयी है। कृपया हमारे पाठकों को इससे बचने की इलाज-प्रक्रिया बताएं। उत्तर : सडेन कार्डियक अरेस्ट, जैसा कि नाम से विदित है, इस स्थिति में अचानक दिल काम करना बंद कर देता है। दिल की धड़कन-गति काफ़ी तेज़ हो जाती है। व्यक्ति बेहोश हो जाता है। दो या तीन मिनट के अंदर उसका इलाज न शुरू किया जाए, तो उसकी अकाल मृत्यु हो जाती है। ऐसा आवश्यक नहीं है कि हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति ही सडेन कार्डियक अरेस्ट की गिरफ़्त में आते हैं। वस्तुतः ऐसे व्यक्ति भी, जिनके दिल की धड़