किसान अयोग का गठन किया जाए जिससे किसान को अपनी फ़सल का मूल्य तय करने का अधिकार हो
ग़ाज़ियाबाद -ग्रेटर नोएडा, केंद्र सरकार द्वारा बिना किसी किसान संगठन व राजनीतिक दलों के चर्चा के तीन कृषि अध्यादेश पास कर क़ानून बना दिए गया । जिसके विरोध में पूरे ज़िले गौतमबुधनगर में ज़ेवर , रबपुरा, दनकौर, बिलासपुर , खेरली नहर, घंगौला कासना , परी चौक होते हुए सैकड़ों गाड़ियों के क़ाफ़िले के साथ रोड शो कर कलेक्ट्रेट में भाकियू भानु के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम अपर जिलधिकारी दिवाकर सिंह को ज्ञापन दिया गया । राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि,सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण पूरे देश का किसान क़र्ज़ में डूब कर आत्महत्या करने को मजबूर है। कई सालों से सरकार से हमारी माँग रही है कि, किसानों के सभी तरह के क़र्ज़ माफ़ किए जायँ, स्वामी नाथन अयोग की शिफ़रिशों को लागू किया जाय, जिसमें किसान की फ़सल में सभी तरह की लागत का डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य तय किया जाय, किसान अयोग का गठन किया जाय जिससे किसान को अपनी फ़सल का मूल्य तय करने का अधिकार हो, इन समस्याओं का समाधान तो सरकार ने किया नहीं उल्टे सरकार ने ये तीन अध्यादेश पास कर किसानों को बर्बाद करने का काम किय