श्री बालाजी मेडिकल इंस्टीट्यूट द्वारा चिकित्सा जगत में अदभुत प्रदर्शन ऐश्वर्या के जीवन में नई आशा
० आनंद चौधरी ० 19 वर्षीय लड़की ऐश्वर्या सैनी, जिसे हमलावरों से अपना बचाव करते समय रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लग गई थी, जिसके बाद उसके जीवन में कोई उम्मीद नहीं बची थी परंतु डॉक्टरों के समर्पण और सही समय पर सफल इलाज के माध्यम से अब ऐश्वर्या के जीवन में नई आशा जगी है। नई दिल्ली : चिकित्सा जगत में अद्भुत प्रदर्शन करते हुए श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में स्पाइनल सर्जरी और रिहैबिलिटेशन के चीफ डॉक्टर एच एस छाबड़ा के नेतृत्व में एक टीम ने सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देते हुए एक 19 वर्षीय लड़की ऐश्वर्या सैनी, जिसे हमलावरों से अपना बचाव करते समय रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लग गई थी, जिसके बाद उसके जीवन में कोई उम्मीद नहीं बची थी परंतु डॉक्टरों के समर्पण और सही समय पर सफल इलाज के माध्यम से अब ऐश्वर्या के जीवन में नई आशा जगी है। पूर्ण स्पाइनल कॉर्ड इंजरी चोटों के मामलों में (जिसमें चोट के नीचे के शरीर के हिस्से में मरीज को कोई छूने का एहसास या हलचल ना हो) चोट लगने के 48 घंटे बाद भी यदि किसी प्रकार का न्यूरोलॉजिकल परिवर्तन ना हो तो, फिर होना लगभग असंभव माना जाता है। हालांकि मरीज ऐश्वर्य