पावर टू द पीपल; स्ट्रेंथनिंग पब्लिक सर्विस गारंटी लॉ इन इंडिया पुस्तिका का विमोचन
० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली। इंडिया अनबाउंड किताब के लेखक और विचारक गुरचरन दास ने कहा है कि निजी प्रयासों और न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप के साथ होने वाला विकास ही असली और दीर्घकाल तक परिणाम देने वाला विकास होता है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के दो शहरों गुरुग्राम और फरीदाबाद का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार निजी प्रयासों के कारण एक पथरीला और मूलभूत सुविधाओं से रहित गांव गुरुग्राम आज विश्वस्तरीय शहर में परिवर्तित हो गया है। यहां दुनिया की सभी कंपनियां अपना ऑफिस और आउटलेट स्थापित करना चाहती हैं। वहीं दूसरी तरफ तमाम सरकारी प्रयासों के द्वारा स्थापित फरीदाबाद शहर अब भी अपेक्षित मुकाम हासिल नहीं कर सका है। वह अग्रणी थिंक टैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी (सीसीएस) की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान विचार व्यक्त कर रहे थे। सीसीएस द्वारा इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित ‘इंडियन लिबरल्स एन्युअल लेक्चर 2023’ के दौरान ‘द डिलेमा ऑफ एन इंडियन लिबरल’ विषय पर विचार व्यक्त करते हुए गुरचरन दास ने कहा कि सरकार के द्वारा इक्विटी और लिबर्टी दोनों पर साथ साथ ध्यान दे