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कांग्रेस की सोच है कि महिलाओं का विकास होगा तो देश एवं प्रदेश का भी विकास होगा

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० संवाददाता द्वारा ०  केन्द्र सरकार 500 रुपये में सिलेण्डर इसलिए नहीं दे रही है क्योंकि भाजपा की केन्द्र सरकार महिला हित में काम नहीं करना चाहती है। नोटबंदी समेत जो जनविरोधी निर्णय किए गए उनसे सर्वाधिक परेशानी महिलाओं को ही उठानी पड़ी है क्योंकि जब देश में बेरोजगारी एवं महंगाई बढ़ती है तो सर्वाधिक परेशानी और चिंता का सामना घर की महिलाओं को ही करना पड़ता है। महिलाओं की परेशानियों को दूर करने हेतु राजस्थान की सरकार ने महिला हित में अनेक कार्य किए है, जिनमें एक करोड़ गरीब परिवारों को फ्री राशन देने का कार्य किया है जयपुर। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में किए गए जनकल्याणकारी कार्यों से साबित किया है कि राजस्थान सरकार दिल से और मन से महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उनके विकास के लिए कार्य कर रही है, यह ऐसा संभव तभी हो सकता है जब कार्य करने की भावना सच्ची हो। उक्त विचार अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय, जयपुर पर आयोजित प्रेस वार्ता में व्यक्त किए। डिसूजा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने महिला हित में

बार-बार आ रहा भूकंप भयावह खतरे का संकेत

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० ज्ञानेन्द्र रावत ०  भूकंप, ज्वालामुखी, क्लाउड बर्स्ट कहें या बादल फटना या सुनामी आदि ये ऐसी आपदाएं हैं जिनका पूर्वानुमान असंभव है। विज्ञान और तकनीक की चहुंमुखी प्रगति के बावजूद इन आपदाओं के बारे में पूर्व चेतावनी तंत्र विकसित करने में हम आज भी नाकाम हैं। यही नहीं हम इनका सही समय का निर्धारण भी कर पाने में नाकाम हैं जिससे इन आपदाओं से समय रहते बचाव के प्रयास भी कर सकें। बीते दिनों उत्तर भारत ने चार भूकंपों का सामना किया। एक तीन अक्टूबर को अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में आये भूकंप ने दिल्ली एनसीआर में दहशत बरपा की,  दूसरा पन्द्रह अक्टूबर को जिसका केन्द्र फरीदाबाद से नौ किलोमीटर पूर्व और दिल्ली से तीस किलोमीटर दक्षिण पूर्व में था, तीसरा नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत में सोलह अक्टूबर को और चौथा रविवार यानी बाईस अक्टूबर की सुबह 7 बजकर 39 मिनट पर नेपाल के ही धाडिंग जिले में आया। इनमें बाईस अक्टूबर को नेपाल में 6.1 तीव्रता के आये भूकंप ने नेपाल के बागमती और गंडकी प्रांत के दूसरे जिलों सहित बिहार तक की धरती को कंपकपा दिया। राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केन्द्र की मानें तो भूकंप के झटको

इनफर्टिलिटी के इन संकेतों को न करें नजरअंदाज

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० नूरुद्दीन अंसारी ०  इनफर्टिलिटी की समस्या आजकल पुरुषों और महिलाओं दोनों में आम हो गई है। अगर आपको बच्चे के लिए प्रयास करते हुए एक साल से अधिक समय हो गया है और आप गर्भवती नहीं हो पा रही हैं, तो यह इनफर्लिटी का संकेत हो सकता है। आज के समय में यूवा अपने पढ़ाई और करियर को लेकर काफी तनाव में रहने लगे है। इनके सोने-जागने और खाने-पीने का कोई निर्धारित समय नहीं है।  यही कारण है कि बड़ी उम्र में फैैमिली प्लानिंग के बारे में सोचते हैं तो प्रेग्नेंसी में दिक्कतें आने लगती है। आशा आयुर्वेदा स्थित डॉ. चंचल शर्मा के कहना है की विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक वैश्विक औसत 17.5 फीसदी का ही है। एक आंकड़े के मुताबिक, भारत में 15 प्रतिशत से ज्यादा कपल्स को इनफर्टिलिटी प्रभावित कर रही है। जिस पर आज भी खुलकर बात नहीं की जाती है। अगर समय रहते इनफर्टिलिटी की समस्या का पता चल जाए तो इसे जीवनशैली में बदलाव और इलाज के जरिए ठीक किया जा सकता है। डॉ. चंचल बताती है कि यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनकी मदद से आप समझ पाएंगे कि आपको इनफर्टिलिटी की समस्या है या नहीं, अगर आपको ये संकेत मिल रहे हैं तो समय रहते समस्या का

बीजेपी के पूर्व विधायक संदीप के बिगड़े बोल , सिख समाज में जबरदस्त नाराज़गी

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० आशा पटेल ०  जयपुर। तिज़ारा की चुनावी सभा में बीजेपी के पूर्व विधायक संदीप दायमा द्वारा गुरुद्वारा को नासूर बताने पर समाज में भारी आक्रोश है। सभा में मस्जिद व गुरुद्वारो को उखाड़ फेंकने की बात कही है। जिसका समाज में भारी रोष है। इसका सिक्ख समाज पुरजोर विरोध करता है । धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों को समाज कभी बर्दाश्त नहीँ करेगा। संयोजक जगजीत सिंह सूरी ने बताया कि समाज विरोधी ताकतों को कभी भी बर्दाश्त नही किया जायेगा व समाज ऐसे लोगों को अपने स्तर पर हर तरह से जवाब देने के लिए तैयार है।  सभा में नफरत भरे स्टेटमेंट देने वाले व घटिया शव्दावली ईस्तेमाल करने वाले के खिलाफ चुनाव आयोग को तुरन्त कार्यवाही करनी चाहिये। समाज मांग करता है कि संदीप दायमा अपने बयान पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे व बीजेपी के आलाकमान से अपील है कि ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर करे जो समाज में पार्टी की छवि खराब करते हैं। इस मौके पर राजस्थान सिख समाज के अध्यक्ष अजयपाल सिंह, पूर्व जज,गुरचरण सिंह होडा,खालसा हेल्पिंग हेंड के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह,,पंजाबी एकेडमी के चेयरमेन मनिन्दर सिंह बग्गा, यूथ विंग के अध्य

यूनिसेफ और फ्यूचर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में हुई 'जेंडर सेंसेटिव राजस्थान' पर कार्यशाला

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० आशा पटेल ०  देश में लैंगिक समानता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिस पर बात होती है लेकिन अमल नहीं किया जाता। राजस्थान के हालात पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के इतने सालो बाद भी लैंगिक समानता नहीं है, जो हैरान कर देने वाली बात है। जयपुर। फ्यूचर सोसायटी एवं यूनिसेफ की पहल पर "जेंडर सेंसेटिव राजस्थान" अभियान का आगाज हुआ। इस अवसर पर इंदिरा गांधी पंचायत भवन में पत्रकारों एवं पत्रकारिता के विद्यार्थियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें "महिला मुद्दों" को प्रकाशन में प्राथमिकता देने पर चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण में पीआईबी की सहायक महानिदेशक रितु शुक्ला, यूनिसेफ़ राजस्थान प्रमुख इसाबेल बार्डेम, वरिष्ठ पत्रकार एवं हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफ़ेसर त्रिभुवन, महिला मुद्दों के वरिष्ठ पत्रकार नसीरुद्दीन एवं जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष अमित अग्रवाल और सोसायटी के अध्यक्ष सुशील शर्मा ने संबोधित किया। पीआईबी राजस्थान की एडीजी रितु शुक्ला ने पत्रकारिता के क्षेत्र को मेल डोमिनेटेड बताते हुए महिला भागीदारी पर ज़ोर दिया है। उन्होंने कहा

Jaipur : BJP और AAP के अनेक नेता कांग्रेस में शामिल RAJASTHAN ASSEMBLY E...

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भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को गारंटी से क्या परेशानी है : कांग्रेस

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० संवाददाता द्वारा ०  भाजपा नेताओं को यह तकलीफ है कि राजस्थान में एक गरीब, मजदूर, किसान का बेटा अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा लेकर कहीं अंग्रेजी में इनके बच्चों से बात करते हुए मुकाबला ना करने लग जाए।  यदि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा की गारंटी से आपत्ति है तो विरोध करने से पूर्व अपने बच्चों को विदेशों से वापस बुलाएं उसके पश्चात् अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा का विरोध करें।   जयपुर। किसी वस्तु को खरीदने के लिए जाने पर हम लोग सबसे पहले यह देखा करते हैं कि उस वस्तु पर कितनी गारंटी है। वस्तु खरीदते समय जब गारंटी देखते है तो सरकार को चुनते समय गारंटी शब्द अपने आप में महत्वपूर्ण हो जाता है। कांग्रेस पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार अभियान गारंटी शब्द से ही प्रारम्भ किया है और जो सबसे महत्वपूर्ण गारंटी लगती है वो सबको अंग्रेजी माध्यम शिक्षा की गारंटी है क्योंकि बचपन से देखा है कि बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दिलवाने हेतु माता-पिता और परिवार ने अनेक कुर्बानियां दी है। उक्त विचार अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं कम्यूनिकेशन विभाग के चेयरमेन