"आदि महोत्सव : आदिवासी कारीगरों की असाधारण प्रतिभा और शिल्प कौशल का अद्भुत संगम
० आनंद चौधरी ० नई दिल्ली। भारत की जनजातीय विरासत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से जनजातीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में ट्राइफेड द्वारा आयोजित "आदि महोत्सव, जिसका शुभारंभ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने दिल्ली स्थित मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में किया था। यह महोत्सव 10 से 18 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव में आदिवासी कारीगरों की असाधारण प्रतिभा और शिल्प कौशल देखने को मिल रही है। महोत्सव में 300 से अधिक स्टाल है, जिसमें जनजातीय कला, हस्तशिल्प, प्राकृतिक उपज और स्वादिष्ट जनजातीय व्यंजनों का विविध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। यह महोत्सव आदिवासी उत्पादों को प्रदर्शित करने और आदिवासी कारीगरों को मुख्यधारा की आबादी के साथ जुड़ने में मदद करने का एक राष्ट्रीय अवसर है, जिसमें व्यक्तिगत तौर पर अपनें उत्पादों के साथ आदिवासी कारीगर, आदिवासियों के लिए कार्यरत एजेंसियां एवं संगठनों ने भाग लिया हैं। आदी महोत्सव, आम जनमानस को आदिवासियों की समृद्ध विरासत और संस्कृति की एक झलक देता है। इससे वंचित जनजातियों को अपनी कला और शिल्प को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक बड़ा