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परिवहन विभाग द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल करना गम्भीर खतरा

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० आशा पटेल ०  जयपुर |  अन्तर्राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ और भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य डॉ कमल सोई ने राजस्थान राज्य में एक चिंताजनक मुद्दे पर रोशनी डाली है। परिवहन विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2024 से केवल डिजिटल ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र जारी करना मौजूदा कानूनों एवं दिशानिर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है, जो सड़क सुरक्षा एवं कानूनी अनुपालन के लिए गंभीर खतरा है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा भौतिक रूप में (लैमिनेटेड कार्ड या स्मार्ट कार्ड) ड्राइविंग लाइसेंस और पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी करने के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद राजस्थान परिवहन विभाग कानूनी अध्यादेशों एवं दिशानिर्देशों की अवहेलना करते हुए सिर्फ डिजिटल दस्तावेज जारी करने पर ज़ोर दे रहा है। राजस्थान परिवहन विभाग ने 8 फरवरी 2024 को अधिसूचना जारी कर दी है कि 1 अप्रैल 2024 से ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र केवल डिजिटल रूप में ही जारी किए जाएंगे। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की स्पष्ट अडवाइज़री का हवाला देते हुए डॉ सोई का कहना है कि केन

राजयपाल को पुस्तक ’मनी लांड्रिंग: प्रिवेंशन, लॉ एंड प्रैक्टिस’ की प्रति भेंट

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० योगेश भट्ट ०  जयपुर 19 मार्च । राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र को राजभवन में अधिवक्ता अभिजीत शर्मा ने अपनी लिखी पुस्तक मनी लांड्रिंग, प्रिवेशन, ला एंड प्रैक्टिस की प्रति भेंट की। अधिवक्ता अभिजीत शर्मा ने बताया कि पुस्तक में धनशोधन निवारण अधिनियम व इसपे पी.एम.एल.ए ट्रिब्यूनल, देश के विभिन्न उच्च न्यायायलों व  उच्चतम न्यायालय के सभी निर्णयों व दृष्टांतो का गहन शोध कर इस पुस्तक को लिखा है। उन्होंने बताया कि पुस्तक में विभिन्न नियामक संस्थाएं सेबी, आर.बी.आई, आई.आर.डी.ए.आई के मनी लांड्रिंग को रोकने के लिए जारी समस्त दिशा निर्देशों को भी शामिल किया गया है।  विभिन्न डिजिटल पेमेंट सिस्टम्स व इनके दुरुपयोग व इनके संबंध में कानून पर निष्कर्ष दिए गए हैं। आज जब प्रवर्तन निदेशालय अपनी कार्यवाहियों की वजह से पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है ऐसे समय में पुस्तक वकीलों, शोधकर्ताओं व विधि के क्षेत्र से जुड़े समस्त लोगों के लिए पुस्तक उपयोगी होगी व इनके कानूनी प्रारूप को समझने में मददगार साबित होगी। इस दौरान अभिजीत शर्मा की माताजी डा. पद्मजा शर्मा, अधिवक्ता पवन चौधरी भी उपस्थित रहे।

दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय फ़रीदाबाद की सलाहकार समिति की बैठक

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० योगेश भट्ट ०  फरीदाबाद,दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय फरीदाबाद की 67वीं क्षेत्रीय सलाहकार समिति की बैठक क्षेत्रीय निदेशालय परिसर में संपन्न हुई। बैठक अशोक कुमार बीएमएस के राज्य अध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में नियोक्ता संगठन,विभिन्न ट्रेड यूनियन नेतृत्व, विभिन्न सरकारी विभागों व शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।  बैठक का संचालन अमिताभ प्रकाश 'क्षेत्रीय सलाहकार समिति के क्षेत्रीय निदेशक एवं पदेन सचिव ने किया। अमिताभ प्रकाश ने बैठक के औचित्य को पर चर्चा करते हुए कहा कि यह समिति श्रमिकों के सबसे वंचित वर्गों के लाभ के लिए श्रमिक शिक्षा की संपूर्ण गतिविधियों और संचालन की देखरेख, मूल्यांकन और मूल्यवान सुझाव देने के लिए रखी गई है।उनके द्वारा बोर्ड की वार्षिक उपलब्धियों का विवरण दिया गया। इस बैठक में आदित्य भट्टाचार्य,शिक्षा अधिकारी ने श्रमिक शिक्षा की आगामी कार्यक्रम की कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए बताया कि नियमित श्रमिक शिक्षा गतिविधियों के साथ-साथ 'पूर्व शिक्षा की पहचान'(आर पी एल) और विभिन्न सरकार

अपने अस्तित्व की सुरक्षा से जूझती गौरैया

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०  श्याम कुमार कोलारे ०    "गौरैया की चहचहाहट से, भोर हुआ करती थी, गौरैया से करलव से, दिन-रजनी से मिला करती थीl" एक समय था जब हमारा जीवन गांवो में बसा करता था l जहाँ हमारे चारों ओर ग्रामीण परिवेश में बसे जीव-जन्तु निवास करते थे, उन्मुक्त गगन में जब हम इन जीव-जंतुओं के इर्दगिर्द रहते तो जमीन से जुड़े हुए होने का यथार्त आनंद की अनुभूति करते थे l हम सभी को याद होगा कि उन जीवों में से एक नन्ही सी चिड़िया गौरैया भी हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हुआ करती थी, इसकी चहचहाहट से ही दिन की शुरुआत होती थी, और इनके करलब से ही दिन का प्रकाश शांत होता था l  सभी के घर-आँगन की शोभा गौरैया हमारे आसपास अपना जीवन बड़े उमंग से व्यतीत करती थी l हमारे घर के नन्हे बच्चे गौरैया के पीछे-पीछे भागते-दौड़ते और साथ खेला करते थे l उस समय की कल्पना से ही मन में जैसे उमंग भर जाती हैl इस सुखद यादें अपने मन में रखे इस नन्हा सा जीव गौरैया को देख अब लगता है जैसे यह हमसे रूठ गयी है l बहुत-बहुत दिनों तक इसके दर्शन नहीं होते हैl उसकी चहचहाहट, करलब की ध्वनी को सुनने के लिए मन फिर से मचल उठता है l  उसकी फुदक के साथ हमारे

देश में तालाबों के हालात बद्तर, जिम्मेदार कौन

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० राम भरोस मीणा ०  हर वर्ष गर्मियां शुरू होते ही पानी की किल्लत जोरों से प्रारम्भ हो जाती है। कहीं पीने के पानी की समस्या है तो कहीं कृषि की सिंचाई के पानी की समस्या मुंह बाये खडी़ है। वैसे यह समस्या तो हर वर्ष दिसम्बर- जनवरी के आने के साथ ही प्रारंभ हो जाती है जो मई -जून आते-आते अपना असर दिखाने लगती है। पिछले एक - डेढ़ दशक से यह हर वर्ष विशेष रूप में दिखाई देने लगी है। जहां तक जल स्तर का सवाल है, देश में जल स्तर भी प्रति वर्ष लगातार तेजी से गिरता जा रहा है। अब प्रश्न यह उठता है कि आखिर इस सबका जिम्मेदार कौन है? प्रकृति, सरकार या स्वयं मानव ?  इस समस्या पर चिंतन बहुत जरूरी है। क्योंकि यह किसी एक व्यक्ति विशेष की समस्या नहीं है बल्कि यह तो सभी की समस्या है। इससे कोई अछूता नहीं है। तात्पर्य यह कि दावे कोई कुछ भी करे, हकीकत में इसकी मार से कोई बच ही नहीं सकता। वह चाहे मध्य प्रदेश हो, छत्तीसगढ़ हो, महाराष्ट्र हो, राजस्थान हो, हरियाणा हो या राजस्थान या फिर उत्तर प्रदेश ही क्यों न हो, देश का कोई राज्य, महानगर इस समस्या से अछूता नहीं है। राजस्थान को ही लें, यहां का पश्चिमी भाग रेतीले धोरों

यूईएम जयपुर, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट द्वारा " अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

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० आशा पटेल ०  जयपुर | यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (यूईएम) के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट विभाग द्वारा "नेशनल ताईपेई यूनिवर्सिटी ऑफ बिजनेस", ताइवान के सहयोग से यूईएम-जयपुर स्थित कैंपस में दो दिवसीय "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन मैनेजमेंट फॉर बिजनेस एंड इंडस्ट्रियल ग्रोथ 2024" कॉन्फरेंस का आयोजन किया। कार्यक्रम में महानुभावों द्वारा कॉन्फरेंस की स्मारिका का अनावरण किया गया। मैनेजमेंट विभाग प्रमुख प्रो डॉ प्रीति शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम के उपाध्यक्ष प्रो डॉ बिस्वजॉय चैटर्जी ने एक उपदेश भाषण दिया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में डॉ एलिजाबेथ इसलास लेओन जो पेरू के अंतर्राष्ट्रीय वक्ता हैं ने "एजुकेशन में एआई का वैश्विक परिदृश्य: ट्रेंड्स, चुनौतियाँ, और बेस्ट प्रैक्टिस" पर बताया; वेरोनिका थावोनेट, एक कॉर्पोरेट लीडरशिप एक्सपर्ट, ने "ब्रिजिंग विजन्स : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स और मैनेजमेंट की जुड़ावट में उद्यमिता की उत्कृष्टता" पर चर्चा की और डॉ मुनिश जिंदल, होवर रोबोटिक्स ग्लोबल प्रेसिडेंट और मेंटोरक्स के संस्थापक और सीईओ ने "ए

सीएमए जयपुर चैप्टर को मिला "बैस्ट चैप्टर अवार्ड"

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० आशा पटेल ०  जयपुर | दी इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया के द्वारा इन्दौर में आयोजित नेशनल चैप्टर्स मीट में सीएमए जयपुर चैप्टर को वर्ष 2022-23 के लिए केटेगरी ए चैप्टर मे बैस्ट चैप्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया| चैप्टर की ओर से चेयरमैन सीएमए हरेन्द्र कुमार पारीक एवं एनआईआरसी के वाइस चेयरमैन सीएमए राकेश यादव ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। चैप्टर के चेयरमैन सीएमए हरेन्द्र कुमार पारीक ने बताया कि सीएमए स्टूडेन्ट, मेम्बर व प्रोफेशन के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कि कैरियर काउंसलिंग प्रशिक्षण कक्षाएं,  मोटीवेशनल सेमीनार, इन्डस्ट्री विजिट, कैम्पस प्लेसमेंट, मेम्बर सेमिनार एवं बेहतर परीक्षा परिणाम आदि विविध गतिविधियों व साथ ही सदस्यों के तकनीकी ज्ञान में अभिवृद्धि और स्वास्थ्य जागरूकता के उद्देश्य से विभिन्न वेबीनार व सेमीनार आदि सराहनीय कार्यों के लिए जयपुर चैप्टर को बैस्ट चैप्टर अवार्ड से सम्मानित किया गया | एनआईआरसी के वाइस चेयरमैन व जयपुर चैप्टर के पूर्व चेयरमैन सीएमए राकेश यादव ने यह उपलब्धि हासिल करने का श्रेय प्रबंध कमेटी के सभी सदस्यों, स्टाफ और चैप्टर के सम्मानीय