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IFFI 2019 के पोस्‍टर और ब्रोशर का विमोचन किया गया

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भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई)के सहयोग से भारत सरकार का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 5-15 सितंबर के बीच कनाडा के टोरंटो में टोरंटो अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सव में अपनी भागीदारी कर रहा है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में फिल्‍म महोत्‍सव निदेशालय के अपर महानिदेशक चैतन्‍य प्रसाद और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की उपसचिव (फिल्‍म) सुश्री धनप्रीत कौर शामिल हैं।  कनाडा में भारत के उच्‍चायुक्‍त विकास स्‍वरूप ने 44वें टोरंटो अंतर्राष्‍ट्रीय  फिल्‍म महोत्‍सव (टीआईएफएफ) 2019 में भारत पवेलियन का उद्घाटन किया। टीआईएफएफ 2019 में भारत पवेलियन के उद्घाटन से विदेशी बाजारों में भारतीय सिनेमा को दर्शाने के लिए एक मंच मिलने के साथ-साथ व्‍यापार के नये अवसर भी मिलेंगे। इस वर्ष बाद में गोवा में आयोजित भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सव(आईएफएफआई) का स्‍वर्ण जयंती आयोजन इस उद्घाटन की मुख्‍य विशेषताओं में शामिल है। इस अवसर पर भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सव 2019 के पोस्‍टर और ब्रोशर का भी विमोचन किया गया। भागीदारों ने महोत्‍सव में वर्टिकलों, रेट्रोस्‍पेक्टिवों, मास्‍टरक्‍लासों और वार्तालाप सत्रों जैसे विभिन्

बिना विपक्ष के पक्ष का लिया गया निर्णय महत्वहीन है

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पक्ष और विपक्ष की चेतना शक्ति एक जैसी होनी चाहिए,तर्क सार्थक हो उसको कुतर्क में नहीं लेना चाहिए। पक्ष और विपक्ष  प्रकृति के अभिन्न अंश हैं। एक सिक्के दो पहलू।इसका स्पष्ट अर्थ है बिना विपक्ष के पक्ष का लिया गया निर्णय महत्व हीन है  क्योंकि उसमें आलोचना,समालोचना और प्रत्यालोचना का कोई स्थान नहीं था। यह एक बिशुद्ध प्रक्रिया है।इसी लिए संसद के दो सदन हैं जहां सार्वभौमिक रूप से किसी भी विषय की शुद्धता के साथ गहनता से अध्ययन किया जाता है। आज ऐसा दिखाई नहीं देता। क्योंकि पक्ष अपने को शासक और विपक्ष दंमित समझने लगता है। यह मात्र अहंकार और अहंकारी होना सावित करता है उदाहरण के लिए हमारे मुंह में दंत पंक्ति भी विपक्षी बन जाते हैं, तो वह काट खाते हैं नुकसान किसका हुआ,हम खा नहीं पाते फिर शरीर कमजोर तो होगा। यही हमारे समाज में भी जातिवाद ऊंच नीच आरक्षण  पार्टी और चाटुकारिता के संमोहन में समाज को काटता जा रहा है। इतिहास की नजर में आज देश अनपढ़ लोगों का नहीं जहां एक ने जो कहा सबने भेड़ चाल में मान लिया। आज पढ़े-लिखे विद्वान वैज्ञानिक,इंन्जीनियर सैनिक , किसान और समाज का उच्चस्तरीय नागरिक निवास करता है।

केन्द्रीय विद्यालय के 16 छात्र प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 को चंद्रमा की धरती पर उतरता हुआ देखेंगे

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बेंगलुरू  - प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-2 को उतरता हुआ देखने के लिए इसरो के बेंगलुरू स्थि‍त मुख्‍यालय जाएंगे। इस ऐतिहासिक पल के अवसर पर वे कक्षा-8 से कक्षा 10 के छात्रों के लिए आयोजित अंतरिक्ष पहेली के विजेताओं के साथ बातचीत भी करेंगे। एक प्रधानमंत्री के रूप में उन्‍होंने विज्ञान और इसकी उपलब्धियों की गहरी सराहना की है। मोदी की इसरो यात्रा से भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के मनोबल को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को नवाचारी मस्तिष्‍क और जिज्ञासी की भावना विकसित करने की प्रेरणा मिलेगी। चंद्रयान-2 मिशन में अपनी व्‍यक्तिगत रूचि दिखलाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान को भारतीय हृदय में भारतीय आत्‍मा की संज्ञा दी है। इससे प्रत्‍येक भारतीय को खुशी मिलेगी। यह पूरी तरह स्‍वदेशी मिशन है। इसरो ने एक वक्‍तव्‍य में कहा है कि 07 सितम्‍बर 2019 को एक से दो बजे आईएसटी के बीच लैंडर विक्रम के उतरने की प्रक्रिया शुरू होगी और यह  डेढ़ से ढ़ाई बजे के बीचटच डाउन होगा। देश भर के विभिन्न केन्द्रीय विद्यालयों के छात्र प्रधानमंत्री के साथ इसरो बेंगलुरु में चंद्रयान-2 की ऐतिहासि

दर्शकों के दिलों को छूने वाली है फिल्‍म ‘गुंडा’

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यह फिल्‍म अश्‍लीलता से परे पूरी तरह सामाजिक ग्राउंड पर बनाई गई, जिसके फ्रेम को इकबाल बक्‍श ने अपने वीजन से तराशा है। फिल्‍म हर मामले में किसी बॉलीवुड फिल्‍म से कम नहीं है। गोरखपुर , सिकंदर खान प्रोडक्‍शन प्रस्‍तुत भोजपुरी फिल्म 'गुंडा' यूपी के सभी सिनेमाघरों में बड़े पैमाने पर रिलीज हो चुकी है। वहीं, फिल्‍म को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ और सांसद रवि किशन की कर्मभूमि गोरखपुर के प्रेस क्‍लब में फिल्‍म के अभिनेता विनोद यादव, निर्माता - अभिनेता सिकंदर खान और पीआरओ संजय भूषण पटियाला ने संयुक्‍त रूप से संवाददाता सम्‍मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पत्रका रों से बातचीत में अभिनेता विनोद यादव ने मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और स्‍थानीय रवि किशन का उनके सपोर्ट के लिए आभार व्‍यक्‍त किया और कहा कि हमारी फिल्‍म 'गुंडा' विशुद्ध रूप से एक भोजपुरी कहानी और सरोकारों वाली है। यह फिल्‍म आपके दिल को छू लेगी। हमने इस फिल्‍म के लिए बेहद मेहनत की है, तब जाकर हम एक बेहतरीन फिल्‍म लेकर दर्शकों के समक्ष हैं। यह फिल्‍म अश्‍लीलता से परे पूरी तरह सामाजिक ग्राउंड पर बनाई गई, जिसके फ्रेम को इकब

चर्चा का विषय बना अक्षरा सिंह और रितेश पांडेय का रोमांस

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फिल्‍म 'डोली' के निर्माता केशव सिंह, जिन्‍हें अपनी फिल्‍म से काफी उम्‍मीदें हैं। फिल्‍म में अक्षरा सिंह और रितेश पांडेय के अलावा विपिन सिंह, नीलिमा सिंह, निशा पांडे, रूपा सिंह, ललित उपाध्याय, रश्मि श्रीवास्तव, विनीत विशाल, विवेक राम, नरेश सिंह, भानु पांडेय, अशोक गुप्ता, कृष्णा कुमार, रागिनी यादव मुख्‍य भूमिका में है। फिल्‍म की कहानी अरविंद तिवारी ने लिखी है और संगीत अविनाश झा घुंघरू का है। पीआरओ संजय भूषण पटियाला हैं। फिल्‍म के कोरियोग्राफर राम देवन हैं और सिनेमेटोग्राफी महेश अन्ना की है। भोजपुरी की सुपर हॉट अदाकारा अक्षरा सिंह और लोकप्रिय सिंगर – एक्‍टर रितेश पांडेय का रोमांस इन दिनों उत्तर प्रदेश के खूबसूरत वादियों में चर्चा का विषय बन गया है। भले अक्षरा और रितेश निर्देशक मंजुल ठाकुर की फिल्‍म 'डोली' की शूटिंग में जोर – शोर से लगे हैं, लेकिन कैमरे के सामने दोनों की केमेस्‍ट्री देख कर ये लगता ही नहीं है कि दोनों रील  लाइफ कपल हैं। वहीं, फिल्‍म 'डोली' के सेट पर मौजूद अक्षरा और रितेश के फैन भी उनकी केमेस्‍ट्री देख बेहद खुश नजर आये। इस बारे में शूटिंग से वक्‍त नि

उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिए 53 कौशल प्रशिक्षकों को पुरस्‍कृत किया गया

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नयी दिल्ली - कौशलाचार्य पुरस्‍कार प्रत्‍येक वर्ष आयोजित किया जाएगा। इससे कौशल प्रशिक्षकों के योगदान को पहचान मिलेगी। अनुमान है कि 2022 तक भारत में 2.5 लाख प्रशिक्षकों की आवश्‍यकता होगी। मंत्रालय ने ऐसे कार्यक्रमों की शुरुआत की है जिससे राष्‍ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्‍थान की अवसंरचना और क्षमता का प्रभावी उपयोग होगा। प्रशिक्षकों को और भी बेहतर बनाने के लिए एनआईएमआई, एनएसटीआई, केंद्रीय कर्मचारी प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्‍थान (सीएसटीआरआई) जैसे संगठन साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं। एनएसटीआई, आईटीआई, जेएसएस तथा अन्‍य प्रतिष्ठित संस्‍थानों के प्रशिक्षकों तथा विश्‍व कौशल प्रतियोगिता के विजेताओं समेत 53 प्रशिक्षकों को उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिए सम्‍मानित किया गया। इस अवसर पर मंत्रालय ने अगस्‍त 22-27 तक कजान, रूस में आयोजित वर्ल्‍ड स्किल प्रतियोगिता 2019 के दौरान पदक जीतने वाले 19 प्रतिभागियों को भी सम्‍मानित किया गया। इस प्रतियोगिता में भारत ने एक स्‍वर्ण, एक रजत और दो कांस्‍य पदकों सहित 15 उत्‍कृष्‍ट पदक जीते थे। 63 देशों में भारत को 13वां स्‍थान मिला। सामान्‍य प्रशिक्षण निदेशालय (डीजीटी) के प्रशिक

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत राज्‍यों और जिलों को सम्‍मानित किया जाएगा

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नयी दिल्ली - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी, 2015 में हुई थी। अब यह 640 जिलों में लागू हैं और इन सभी जिलों को मीडिया अभियान में शामिल किया गया है। इन जिलों में से 405 बहुक्षेत्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत शामिल है जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए डीएम/डीसी को सीधे केन्द्र प्रायोजित योजना के तहत 100 प्रतिशत सहायता दी जाती है। केन्‍द्रीय महिला और बाल विकास तथा वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी उन जिलों और राज्यों को सम्मानित करेंगी जिन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी) को सफलतापूर्वक लागू किया है। सम्मान और पुरस्कार समारोह आज नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी सम्मानित अतिथि होंगी। कार्यक्रम का उद्देश्य उन राज्यों और जिलों को सम्मानित करना है जो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों की स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के अनुसार जन्म के समय लिंग अनुपात सुधारने में कामयाब हुए हैं और जिन्होंने जागरूकता पैदा करने और आगे बढ़ने में उत्‍कृष्‍ट कार्य किया है। इस अवसर पर केन्‍द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री 5 राज्‍यों के प्रधान सच