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फ़रवरी 5, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

देश को स्वस्थ जीवन का महत्व समझाने के लिए फिट इंडिया मूवमेंट शुरू किया : मुख्यमंत्री

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० आशा पटेल ०  जयपुर मैराथन लोगों में बढ़ती खेल भावना का प्रमाण है और एक ऐसा आयोजन है, जिससे आगामी वर्षों में भविष्य के एथलीट अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन हमें धैर्य, संघर्षशीलता और समर्पण के महत्व को समझाता है तथा जयपुर के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करता है। जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत को फिट एवं स्वस्थ राष्ट्र बनाने की सोच के साथ कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने देश को स्वस्थ जीवन का महत्व समझाने के लिए फिट इंडिया मूवमेंट शुरू किया है। इससे प्रेरणा पाकर योग और व्यायाम को लोगों ने अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा निरोगी जीवन के लिए युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता है। देश में यंग इंडिया, फिट इंडिया तथा खेलो इंडिया जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं। यह परंपरा युवाओं को स्वस्थ और गतिशील बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। शर्मा ने संस्कृति युवा संस्था और वर्ल्ड ट्रेड पार्क द्वारा आयोजित 15वीं जयपुर मैराथन को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर

67वें राष्ट्रीय शालेय खेल 2023-24 का समापन समारोह रंगारंग कार्यक्रमों के साथ

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० आशा पटेल ०  जयपुर । 67वें राष्ट्रीय शालेय खेल 2023-24 का समापन समारोह विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों के साथ  केन्द्रीय विद्यालय बजाज नगर, जयपुर में सम्पन्न हुआ । समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पद्मश्री अवनि लेखरा , विशिष्ट अतिथि के रूप में  एन. आर. मुरली जी ,अपर आयुक्त,के. वि. सं., मुख्यालय ,नई दिल्ली तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्र प्रमुख प्रांजल बाजपेयी, राजस्थान विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग की सहायक निदेशक डॉक्टर प्रतिभा रत्नु ने कार्यक्रम में शिरकत कर कार्यक्रम के शोभावर्धन के साथ प्रतिभागियों का मनोबलवर्धन किया। एस.जी.एफ.आई. के झंडे तले योगासन से सम्बंधित विभिन्न सर्वश्रेष्ट आसन प्रतियोगिताओं में अपने कौशल का जलवा बिखेरने देश भर के बीस राज्यों , तीन केंद्र शासित प्रदेशों एवं सात संस्थाओं के 186 छात्र एवं 188 छात्राओं ने अपने जज्बे एवं कौशल का विभिन्न आसनों के माध्यम से प्रदर्शन किया । मुख्य अतिथि पद्मश्री अवनि लेखरा ने अपने उद्बोधन में प्रतिभागियों को प्रोत्साहन देते हुए योग को दृढ मनोस्थिति का विस्तार सूचक बताते हुए विपरीत परिस्थितियों में भी जीवन

इंडिया स्टोन मार्ट-2024 प्रदेश के पत्थर उद्योग को वैश्विक स्तर पर ले जाने की एक नई शुरूआत

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० आशा पटेल ०  जयपुर । उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने 1 से 4 फरवरी तक चले चार दिवसीय इंडिया स्टोन मार्ट महाकुम्भ के समापन समारोह में पत्थरों की उपयोगिता दर्शाते हुए कहा कि हम रहें या न रहें लेकिन पत्थर हमेशा रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरा से निकलने वाले पत्थर अद्वितीय हैं और विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। उन्होंने राज्य में निवेश एवं व्यापार को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से सभी संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।  राठौड़ ने बताया कि इंडिया स्टोन मार्ट-2024 के 12वें संस्करण में कुल 948 व्यापारिक बैठकें हुई जिसमें 2 हजार 981 करोड़ रूपये के व्यापारिक प्रस्ताव पर चर्चा हुई और मुहर लगी जिसमें 150 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों एवं 189 मशीनरी एवं टूल्स एग्जीबिटर्स ने भी भाग लिया। मंत्री राठौड़ ने इस दौरान आयोजन के समापन समारोह में सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार भी दिए। उन्होंने पत्थर उद्योगों के प्रति राजस्थान सरकार के प्रयासों की चर्चा करते हुए सभी व्यापारियों एवं निवेशकों का राजस्थान की धरती पर स्वागत किया।  उन्होंने राजस्थान की खूबियों के हिसाब स

आशाओं के आंगन में रही बेस्ट शॉर्ट फिल्म

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० आशा पटेल ०  जयपुर में आयोजित राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल में श्री राधा गोविंद फिल्म के बैनर तले बनी शॉ़र्ट फिल्म आशाओं के आगंन में को बेस्ट शॉर्ट फिल्म का अवार्ड मिला हैं। फिल्म के लेखक-निर्देशक धर्मेंद्र उपाध्याय और फिल्म की निर्माता माया देवी उपाध्याय हैं। फिल्म में प्रमुख भूमिका ओमप्रकाश रछोया, बबिता शर्मा, हर्षित माथुर, विराज जादौन और नारायण सैन ने निभाई है। अवार्ड सेरेमनी में वरिष्ठ फिल्म निर्देशक-अभिनेता टीनू आनंद, अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र और एक्टर नंदीश संधु विशिष्ठ अतिथि रहे। फिल्म के लेखक निर्देशक धर्मेंद्र उपाध्याय ने बताया, फिल्म दो भाई बचपन में खेत पर लगाए दो आम के पेड़ों को लेकर आमने सामने हो जाते हैं। पर्यावरण प्रेमी बड़ा भाई चाहता हैं कि ये पेड़ नहंीं काटे जाएं पर छोटे भाई को अपने घर के फर्नीचर के लिए उन पेड़ों की लकड़ी की जरूरत हैं। फिल्म के अंत में परिस्थतियों के चलते छोटे भाई को अहसास होता है कि पर्यावरण और पेड़ आदमी की सुख सुविधाओं से ज्यादा आदमी के जीवन की जरूरत हैं। फिल्म की फिल्मांकन जयपुर के आसपास लोके्शंस पर की गई है।

असम में चाय उद्योग के 200 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने पर "अखड़ा" का आयोजन

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : असम में चाय उद्योग का 200 पूर्ण होने पर गौरवशाली वर्ष हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से स्वर्ण जयंती सभागार, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन आधुनिक इंडिया फाउंडेशन के द्वारा किया गया। आधुनिक इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष दिनेश कुमार चौहान ने कहा कि जैसा कि भारत दुनिया में चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और अकेले असम भारत में चाय उत्पादन का लगभग 55% योगदान देता है। असम में चाय उद्योग इस वर्ष 200 गौरवशाली वर्ष पूरे करने जा रहा है।  हम इस महत्वपूर्ण अवसर को चिह्नित करने के लिए नई दिल्ली में "अखड़ा" का आयोजन कर रहे हैं, जहां हम भारत की अर्थव्यवस्था में चाय उद्योग के योगदान और असम के चाय बागान श्रमिकों को रोटी और मक्खन देने वाले चाय उद्योग के सामने आने वाली समस्याओं के बारे मे चर्चा की गई।  चाय के विपणन के लिए सभी के लिए एक मंच बनें। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के साथ चाय की कीमत कैसे बढ़ाई जाए और असम में चाय कंपनियों के समग्र सतत विकास पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के दौरान एक स्मारिका प्रकाशित की गई और भारत की अ

फिजिक्स वाला का पीडब्ल्यू गुरुकुलम स्कूल शुरू

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० योगेश भट्ट ०  गुरुग्राम  : भारत के प्रमुख एड-टेक प्लेटफॉर्म पीडब्ल्यू (फिजिक्स वाला) ने पीडब्ल्यू गुरुकुलम स्कूल शुरू करने की घोषणा की है। यह भविष्य के नजरिये से सृजनशील और मूल्य-आधारित स्कूल है। यह "संस्कृति और नवाचार का संगम" के दर्शन पर आधारित है। पीडब्ल्यू गुरुकुलम सुशांत लोक III, सेक्टर 57, गुरुग्राम में स्थित है। पीडब्ल्यू गुरुकुलम स्कूल सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध है। यह प्ले स्कूल से ग्रेड 7 तक प्रारंभिक शिक्षा देगा। इसका सिलेबस राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित होगा। यह अपने शुरुआती बैच में 400 छात्रों का नामांकन करेगा।  यह संस्था अनुभव आधारित शिक्षा प्रदान करने के लिए समर्पित है। इसका लक्ष्य प्रतिभावान छात्र तैयार करना है। इसका फोकस वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता पर होगा, जिसे मॉडल यूनाइटेड नेशंस (एमयूएन) जैसे कार्यक्रमों द्वारा बढ़ावा दिया गया है, ताकि छात्रों को भविष्य में सफल होने के लिए जरूरी सभी कौशल से परिपूर्ण किया जा सके। पीडब्ल्यू गुरुकुलम में वहनीयता और सामाजिक उत्थान से संबंधित सामूहिक गतिविधियों में छात्रों को शामिल किया जाएगा। स्कूल करुणा और सम्मान की संस्कृ

जीवन के लिए खतरा बन रहा है माइक्रोप्लास्टिक

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०  ज्ञानेन्द्र रावत ०  आधुनिक जीवनशैली के तहत हम सभी अपने जीवन को सुखमय बनाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास कर रहे हैं। वह चाहे भौतिक सुख संसाधनों का सवाल हो, खाने-पीने का सवाल हो या फिर परिधान का ही सवाल क्यों न हो, अपनी सामर्थ्यानुसार अच्छे से अच्छे पा लेने या खाने-पीने में खर्च करने में कोई कोताही नहीं करते हैं। लेकिन पिछले लम्बे समय से माइक्रोप्लास्टिक की खाद्य पदार्थों में दिनोंदिन बढ़ती मौजूदगी चिंता का सबब बन गयी है। अब तो हालत यह है कि प्लास्टिक के ये कण नदियों और महासागरों ही नहीं, पर्वतों की ऊंची-ऊंची चोटियों पर जमी बर्फ में भी मिल रहे हैं।  आज स्थिति यहां तक आ पहुंची है कि अब ये पीने के पानी में भी मौजूद हैं। जिस बोतलबंद पानी को हम सबसे ज्यादा सुरक्षित मानते हैं, कई अध्ययनों ने यह खुलासा किया है कि वही पानी आज कल जानलेवा बना हुआ है। पैकेज्ड बोतलों में बंद पानी में प्लास्टिक के ये छोटे-छोटे कण जिन्हें हम माइक्रोप्लास्टिक के नाम से जानते हैं और उनको सामान्य दृष्टि से हम देख भी नहीं सकते, हमारे लिए कतई सुरक्षित नहीं हैं। इनसे हृदय रोग, मधुमेह और अन्य मानव जीवन के लिए खतरनाक बीमार

सीएसयू परिसर में आईएफएफसीओ द्वारा निर्मित सरस्वती मन्दिर का निर्माण सांस्कृतिक आस्था का प्रतीक

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,दिल्ली के लखनऊ में अवस्थित महत्त्वपूर्ण परिसर को इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (आईएफएफसीओ ) द्वारा सरस्वती मंदिर निर्माण के लिए 25/-लाख रुपये का अनुदान दिये जाने पर कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा है कि सीएसयू के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है । साथ ही भारतीय संस्कृति के नवजागरण की दृष्टि में भी सर्वथा गौरवशाली क्षण माना है भारत एक कृषि प्रधान देश है और उनके लिए बनायी गयी आईएफएफसीओ संस्था की ओर से दी गयी  यह महत्त्वपूर्ण प्रचुर राशि भारतीय किसान की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रुप में सहभागिता का प्रतीक भी माना जा सकता है । उन्होंने कहा कि हमें इस तथ्य का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि वैदिक ग्रंथों में कृषि कर्म को सर्वश्रेष्ठ कार्य माना गया है । इससे संस्कृत तथा कृषि के बीच वर्ण्य दृष्टि से महत्त्वपूर्ण संबंध भी उजागर होता है ।वस्तुत: यह संस्था राष्ट्र निर्माण के लिए अपनी ओर से अनेक रचनात्मक कार्यों में सहयोग के लिए आगे आता रहा है । लेकिन मां सरस्वती के मंदिर के निर्माण के लिए इक्ट्ठे इतनी ब

कवि सम्मेलन के माध्यम से कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने की अनोखी पहल

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० आनंद चौधरी ०  नई दिल्ली। विश्व कैंसर रोग दिवस के अवसर पर जनकपुरी, नई दिल्ली स्थित समिता मिश्रा मेमोरियल फाउंडेशन फॉर कैंसर रिसर्च द्वारा अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। हास्य कवि सम्मेलन में जाने माने कवि/कवयित्री वसीम बरेलवी, शाहबीन अदीब, डॉ. प्रवीण शुक्ला, डॉ. कृति काले, सईद नजीम ईकबाल और डॉ. राजीव राज ने अपनी कविताओं से हास्य व्यंग्य से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। फाउंडेशन के वाइस प्रेसिडेंट( मीडिया सेल) दिलीप कुमार पाठक के अनुसार कैंसर रोग से पीड़ित लोगों व इलाज करवाकर स्वस्थ हो चुके लोगों के मनोरंजन के साथ कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम किया गया। उन्होंने बताया कि कैंसर को सही समय पर यदि पकड़ लिया जाय तो इसका पूरा इलाज संभव है, जिससे लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो सकते हैं। लेकिन लोगों में इसको लेकर एक भ्रांति है कि इस बीमारी के होने का मतलब मृत्यु है। ऐसे ही भ्रम को दूर करने के लिए कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। और इसके माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि जिंदगी के हर पल को पूरे आनंद के साथ जीयें।  कैंसर का प्रथम स्ट