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जुलाई 14, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर की बच्चों और परिवारों के लिए अनोखी प्रस्तुति

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० संवाददाता द्वारा ०  नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर की बच्चों और परिवारों के लिए अनोखी प्रस्तुति · कई फ़ॉर्मेट में बनी बच्चों की प्रोग्रैमिंग · इसे आप देख सकते हैं 20 से 30 जुलाई तक · इसमें हैं थिएटर, संगीत, नृत्य, वर्कशॉप और भी बहुत कुछ मुंबई : श्रीमती नीता अंबानी का सपना है कि हम कला और संस्कृति को उसके सर्वश्रेष्ठ रूप में अगली पीढ़ी तक पहुँचाएँ और उसी सपने को साकार करने की ओर बढ़ते हुए नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर पेश कर रहा है ‘एनएमएसीसी बचपन’। 2 से 14 साल की उम्र के बच्चों के लिए इसे बनाया गया है।   जब बच्चे बड़े हो रहे होते हैं तो सीखना और क्रिएटिविटी का विकसित होना कैसे होता है? खेल-खेल में बच्चे कला और संस्कृति से कैसे प्रेरित होते हैं और सीखते हैं? ऐसे ही कुछ सवालों से जन्मा है – ‘एनएमएसीसी बचपन’ जहाँ बच्चे और उनके माता-पिता, सब हिस्सा ले सकते हैं।  “‘एनएमएसीसी बचपन’ 11 दिन तक चलनेवाला एक उत्सव है जिसकी शुरुआत की घोषणा करते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है। दिल की बात हो या दिमाग की, खेल की या सीखने की – मुझे लगता है कि कला और संस्कृति पर आधारित ‘एनएमएसीसी बचपन’ के शो, वर्कशॉप

दिल्ली जल बोर्ड के लापरवाह अधिकारी दे रहे हैं हादसों को दावत : सोलंकी

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली-मधु विहार ,महाराणा प्रताप द्वार के पास जल बोर्ड द्वारा डीप सीवर सिस्टम लगाने के लिए खोदे गए गड्ढे में अब तक दर्जनों दुर्घटनाएं घट चुकी है परंतु जलबोर्ड ने अभी तक इस पर कोई कार्यवाइ नही किया है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।  पालम इलाके के पच्चीस कालोनियों के फेडरेशन के प्रधान एवम आरडब्ल्यूए मधु विहार के प्रधान चौधरी रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि कई बार दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को लिखित प्रार्थना कर चुके है कि इसे तत्काल पूर्ण कर रास्ता ठीक करवाया जाए परंतु अभी तक गड्ढा जस का तस बना हुआ है जो बरसात के कारण रास्ता कट कट कर गड्ढा और बड़ा होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिन भर में मुहल्ले से निकास का एक ही रास्ता होने के कारण हजारों लोग गाड़ियों से इसी रास्ते से आते जाते है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटन हो सकती है। सोलंकी ने प्रशासन एवम जल बोर्ड के अधिकारियों से मांग की है कि इस कार्य को सम्माप्त कर तत्काल गड्ढे को पाट दिया जाय ताकि लोगों की अटकी प्राण पुनः वापस आ सके। उन्होंने कहा कि ऐसे कामों को पूरा करने की मियाद पैंतालिस दिन की होती है जब कि इस कार्य क

सिंधी समाज दिल्ली मनाएगा भगवान झूलेलाल का चालीहा

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : सिंधी समाज दिल्ली राजेंद्र नगर भगवान झूलेलाल का चालीहा 16 जुलाई से 25 अगस्त तक बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा इसकी जानकारी सिंधी समाज दिल्ली के महासचिव नरेश बेलानी ने एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को दिया। उन्होंने बताया सिंधी समाज प्रत्येक वर्ष अपने ईस्ट देवता झूलेलाल की 41 दिनों तक आराधना करते है। हुआं यूं की सिंध जो अब पाकिस्तान मैं हैं वहा एक मुस्लिम राजा था जो उस समय वहां के हिंदुओं को मार मार कर मुसलमान बना रहा था। तब उस समय परेशान होकर हिंदुओं ने सिंधु नदी के किनारे उस राजा से मुक्ति पाने के लिए वरुण देव की कठिन तपस्या करना शुरू किया।  तब 40 दिन तपस्या करने पर सिंधु नदी में एक बड़ी सी मछली पर वरुण देव सवार होकर प्रकट होते हैं और वो तपस्या करने वालों को कहते हैं आने वाले चैत्र नवरात्रों में वरुण देव अवतार बनकर माता देवकी पिता रत्न राय के यहां जन्म होगा जो आगे चलकर भगवान झूलेलाल के रूप में जाना जायेंगे। फिर वो सभी को इस अत्याचार से मुक्ति दिलाएंगे क्योंकि जब जब मानव पर आत्याचार होता है तब तब कोई अवतार जन्म लेता। तभी से सिंधी समाज भगवान झूलेलाल को वरुण अवतार

श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया सद्ग़ुरुदेव सुशील कुमार का अवतरण दिवस

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० विनोद तकियावाला ०  नयी दिल्ली। माँ मनोकामना की 9पींडियों में माँ वैष्णो देवी ही अपनी पूरी प्रभा के साथ प्रतिष्ठित हैं।इस विश्वास के साथ पूजन-अर्चन करें,तो निश्चित ही माता सभी भौतिक कामनाओं की भी पूर्ति करेंगी। किंतु एक साधक को भौतिक-कामनाओं से ऊपर उठकर,आत्मोत्थान के लिए इस्सयोग कीआंतरिक-साधना को दृढ़ता से पकड़नी चाहिए।आध्यात्मिक उन्नति के लिए सद्ग़ुरुदेव महात्मा सुशील के बताए मार्ग पर श्रद्धा और विश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए,जिन्होंने 'इस्सयोग' के रूप में संसार को आध्यात्मिक ऊन्नति का अत्यंत सरल किंतु अत्यंत प्रभावशाली मार्ग प्रदान किया। यह बातें माँ मनोकामना मंदिर में,अन्तर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के तत्त्वावधान में, माँ मनोकामना की नौ-पींडियों की प्राण-प्रतिष्ठा की वर्षगाँठ और संस्था के संस्थापक ब्रह्मलीन सदगुरुदेव महात्मा सुशील कुमार के अवतरण दिवस समारोह में, अपना आशीर्वचन देती हुईं, संस्था की अध्यक्ष एवं ब्रह्मनिष्ठ सद्ग़ुरुमाता माँ विजया जी ने कही। माताजी ने कहा कि, सद्ग़ुरुदेव ने अपनी वर्षों की आंतरिक-साधनासे 'इस्सयोग' प्रवर्तन किया और उसे जगत-कल्याण के लिए संसा

सीएमए राकेश यादव नार्थन इंडिया रीजनल काउन्सिल मैम्बर निर्वाचित

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० आशा पटेल ०  जयपुर। दी इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया के नार्दन इंडिया रीजनल काउन्सिल के चुनाव सम्पन्न हुए जिसके परिणाम घोषित हुए हैं । जयपुर चैप्टर के पूर्व में चेयरमेन रहें सीएमए राकेश यादव ने दी इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया इन्स्टीट्यूट के नार्दन रीजनल काउन्सिल मैम्बर के रूप में जीत हासिल की।  सीएमए राकेश यादव ने जयपुर चैप्टर में करीब 6 वर्षों से विभिन्न दायित्वों पर रह कर टीम भावना के साथ कार्य किया। जयपुर चैप्टर के चेयरमेन हरेन्द्र कुमार पारीक ने बताया कि काफी वर्षों के उपरान्त जयपुर चैप्टर के मैम्बर ने रीजनल काउन्सिल में जीत हासिल की है। समस्त जयपुर चैप्टर टीम एवं सदस्यों ने इनकी शानदार जीत पर हर्ष व्यक्त किया है । सीएमए राकेश यादव ने जीत का श्रेय सभी मैम्बर्स को देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने शुरू की महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना

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० आशा पटेल ०  मुंबई। बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (एमएसएससी) योजना शुरू की है, जो महिलाओं के लिए सरकार की ओर से एक नई पहल है। एमएसएससी 2-वर्षीय जमा योजना है, जिसमें प्रति वर्ष 7.5% की ब्याज दर की पेशकश की गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2023-24 में महिलाओं और लड़कियों के लिए एक छोटी बचत योजना, महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र की घोषणा की है। यह योजना 31 मार्च 2025 तक दो वर्षों की अवधि के लिए वैध है।ग्राहक और गैर-ग्राहक दोनों बैंक ऑफ़ बड़ौदा में महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना संबंधी खाता खुलवा सकते हैं। सभी महिलाएं खाता खोलने के लिए पात्र हैं, जिसे स्वयं के लिए या किसी नाबालिग लड़की की ओर से अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है। इस योजना के तहत, एक खाताधारक रु. 100 के गुणक में एक समय में या चरणों में रु. 1,000 की न्यूनतम जमा राशि के साथ रु. 200,000 की संचयी जमा राशि जमा कर सकता है। एक व्यक्ति कई खाते खोल सकता है लेकिन मौजूदा खाते और दूसरे खाते को खोलने के बीच न्यूनतम तीन महीने का समय अंतराल बनाए रखना होगा। ब्याज तिमाही आधार पर दिया जाएगा और महिला सम

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का 3 दिवसीय राजस्थान दौरा

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० आशा पटेल ०  जयपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का तीन दिवसीय राजस्थान दौरे का कार्यक्रम है। राष्ट्रपति की 13 से 15 जुलाई तक प्रस्तावित राजस्थान यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। राष्ट्रपति मुर्मू स्पेशल प्लेन से गुरुवार शाम को जयपुर पहुंच रही हैं। 14 जुलाई को जयपुर में विधानसभा की कार्रवाई में शामिल होने के बाद राष्ट्रपति सीकर खाटू श्याम के दर्शन के लिए भी जा सकती हैं।  अगले दिन 14 जुलाई को राष्ट्रपति मुर्मू विधानसभा और राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगी। इसके बाद राष्ट्रपति जयपुर से खाटू श्यामजी के लिए रवाना होंगी। खाटूश्यामजी से जयपुर राजभवन लौटेंगी। 15 जुलाई को दोपहर में जयपुर से वापस लौटेंगी।  विधान सभा अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने बताया कि 14 जुलाई को विधान सभा पहुंचने पर राष्‍ट्रपति की अगवानी की जाएगी। राजस्‍थान विधान सभा में राष्‍ट्रपति का सम्‍बोधन पहली बार हो रहा है। यह गौरवशाली और ऐतिहासिक पल होगा। राष्‍ट्रपति के स्‍वागत के लिए विधान सभा भवन पर भव्‍य रोशनी की जा रही है। विधान सभा अध्‍यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी स्‍वागत उदबोधन देंगे। इस मौके