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अगस्त 20, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

वस्त्र की विविध परंपराओं को एक साथ लाने के लिए 'सूत्र संतति' प्रदर्शनी

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  ० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली -  संस्कृति मंत्रालय और राष्ट्रीय संग्रहालय ने अभेराज बालडोटा फाउंडेशन के सहयोग से देश में वस्त्र की विविध परंपराओं को एक साथ लाकर एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत के जन्म के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कल एक प्रदर्शनी 'सूत्र संतति' का आयोजन किया। प्रदर्शनी 20 सितंबर, 2022 तक नई दिल्ली में जारी रहेगी। संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। ‘सूत्र संतति’ का शाब्दिक अर्थ - ‘सूत की निरंतरता’ है। प्रदर्शनी के शीर्षक के रूप में, यह भारतीय संस्कृति और समाज में चल रहे संवादों का एक रूपक है, जो इसके विकास को आकार देता है और अतीत को भविष्य के साथ जोड़ता है। इस प्रदर्शनी में 75 प्रमुख कारीगरों, शिल्पकारों, डिजाइनरों और कलाकारों के 100 से अधिक वस्त्र प्रदर्शित किए जा रहे हैं। यह प्रदर्शनी लवीना बालडोटा द्वारा क्यूरेट की गई है। इसमें शिल्प कौशल और पारिस्थितिक संरक्षण को मुख्य विशेषता के तौर पर दर्शाया जा रहा है। हाथ से बुनाई, कढ़ाई, रेसिस्ट-रंगाई, छपाई, पेंटिंग और एप्लिक की प्रक्रियाओं के साथ-साथ सूत और फैब्रिक के अन्य

विश्व फोटोग्राफी दिवस पर ललित कला अकादमी में फोटोग्राफी प्रदर्शनी 28 अगस्त तक

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० संवाददाता द्वारा ०  नयी दिल्ली - विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर ललित कला अकादमी ने नई दिल्ली में ललित कला अकादमी की दीर्घाओं में "फोटोग्राफी प्रदर्शनी" आयोजित की। प्रख्यात फोटोग्राफर पद्मश्री, रघु राय ने ललित कला अकादेमी की अध्यक्ष श्रीमती उमा नंदूरी की उपस्थिति में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम स्थल, किले, पहाड़, प्राचीन मंदिर और भारत के विरासत स्थल इस प्रदर्शनी के मूल विषय हैं। फोटोग्राफी प्रदर्शनी के लिए देश भर से 423 कलाकारों की कुल 1603 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। उनमें से जूरी ने प्रदर्शनी में दर्शाए जाने के लिए 135 तस्वीरों का चयन किया। ललित कला अकादेमी, पिछले 7 दशकों से पेंटिंग, ग्राफिक, सिरेमिक, मूर्तिकला, फोटोग्राफी आदि के क्षेत्र में कला को बढ़ावा दे रही है और कलाकारों को प्रोत्साहित कर रही है। भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में अकादेमी ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों जैसे शिविरों, प्रदर्शनियों, व्याख्यानों, कार्यशालाओं, संगोष्ठियों आदि का आयोजन किया है। इस अवसर पर  रघु राय ने कहा क

राजस्थानी भाषा में फिल्म निर्माण प्रोत्साहन एवं अनुदान नीति 2022 पर चर्चा

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० संवाददाता द्वारा ०  जयपुर। राजस्थानी सिनेमा आज भी पिछड़ा हुआ क्यूं है? राजस्थानी फिल्मों को दर्शक नहीं मिलने के कारण क्या हैं? नए उभरते फिल्मकारों के लिए प्रदेश के सिनेमा में क्या सम्भावनाएं हैं? क्या सरकार की नीतियां वास्तव में राजस्थानी सिनेमा को प्रोत्साहित करती हैं? इस तेवर के कितने ही प्रासंगिक प्रश्न हैं, जो शुक्रवार की दोपहर उठाए गए। गौरतलब है कि जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की ओर से राजस्थान फिल्म टूरिज़्म प्रमोशन पॉलिसी 2022 के लिए फोरम आयोजित किया गया, जहां सरकार की ओर से बनाई गई नीति पर सिने विशेषज्ञों जैसे के सी मालू, एम् डी सोनी, महेंद्र सुराणा, श्रवण सागर, धनराज दाधीच, राजेंद्र सारा, अजीत मान, नमन गोयल, राहुल सूद, अशोक बाफना, नंदू झालानी, अमिताभ जैन, राजेंद्र गुप्ता, नितिन शर्मा , राजेंद्र बोड़ा और हनु रोज ने भाग लिया और अपने विचार रखे. इस गंभीर विमर्श का आयोजन जयपुर अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह (जिफ) ने राजस्थान प्रौढ़ शिक्षण समिति में किया था। सभी की यह राय तो थी कि राज्य सरकार ने राजस्थान में और राजस्थानी में फिल्मों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए जो नीति बनाई है

50 लाख का मुआवजा व परिवार को सरकारी नौकरी की मांग

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० योगेश भट्ट ०  जयपुर। मुरलीपुरा की शंकर विहार कॉलोनी की विकास समिति से परेशान श्री लक्ष्मीनारायण तत्कालेष्वर महादेव मंदिर के पुजारी गिर्राज प्रसाद ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली और 90 प्रतिशत तक झुलसे पुजारी की देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मृत्यु हो गई। सर्व ब्राह्मण महासभा के जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत ने बताया कि पुजारी की घटना को लेकर सर्व ब्राह्मण महासभा की पूरी टीम पुजारी के घर पहुंची और पीड़ित परिवार से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया और हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है। सारस्वत ने बताया कि थाने में जाकर डीसीपी से बात की और पूरी घटना की जानकारी लेकर सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा व विप्र कल्याण बोर्ड के चेयरमैन महेश शर्मा को अवगत कराया। राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने पुरे प्रकरण की जानकारी लेने के बाद कहा कि पुजारी 25 साल से शंकर विहार में किराए के मकान में रह रहा था, घर में पत्नी, 5 बेटियां व 2 बेटे है। मिश्रा ने बताया कि दर्ज रिपोर्ट के अनुसार पुजारी वर्ष 2000 से कॉलोनी के पार्क में बने मंदिर में पूजा कर रहा था। पुजारी गिर्रा

20 टन सब्जियों की विभिन्‍न किस्मों से बनाया 7500 वर्गफीट से बड़ा तिरंगा

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० योगेश भट्ट ०   बेंगलुरु : 75वें स्‍वतंत्रता दिवस- आजादी का अमृत महोत्‍सव के अवसर पर, भारत के प्रमुख खाद्य एवं कृषि-प्रौद्योगिकी मंच वेकूल फूड्स ने कन्‍नामंगला, बेंगलुरू में अपने वितरण केन्‍द्र के पास लगभग 7632 वर्ग फीट के क्षेत्र में फलों एवं सब्जियों से अपनी तरह के अनूठे झंडे का निर्माण किया। खाद्य पदार्थों से बनाया गया यह झंडा खाद्य की कमी से खाद्य की प्रचुर मात्रा वाला देश बनने तक के भारत के सफल बदलाव का प्रतीक था। इसमें भारत के दुनिया का फूड पावरहाउस बनने के सफर को दर्शाया गया। यह दुनिया में फलों एवं सब्जियों के सबसे बड़े उत्‍पादकों में से भी एक है। झंडा बनाने में इस्‍तेमाल हुए फलों और सब्जियों को आयोजन के तुरंत बाद अक्षय पात्र फाउंडेशन के सुपुर्द कर दिया गया। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर एक नये दृष्टिकोण के साथ वेकूल ने भारत में उगाई गई ताजा उपज के सावधानी से किये गये चयन से झंडे के तीन रंग बनाने में सफलता पाई। इसके लिए गाजर, मूली, भिंडी, फलियाँ, शिमला मिर्च और मूल्‍यवर्द्धित उत्‍पाद, जैसे आलू के लच्‍छे, आदि का उपयोग किया गया। ताजी उपज की 20 टन से ज्‍यादा विभिन्‍न किस्‍मों का इस्‍तेम