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नवंबर 25, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

IPATHCON 2023: ट्रांसजेंडर हेल्थकेयर सम्मेलन 26 से 30 नवंबर दिल्ली में

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० संवाददाता द्वारा ०  नई दिल्ली : भारत में पहली बार ट्रांसजेंडर स्वास्थ्य में फाउंडेशन और एडवांस्ड जेंडर अफर्मेटिव केयर कार्यशाला का आयोजन आईआईएचएमआर नई दिल्ली और एम्स नई दिल्ली द्वारा किया जा रहा है। एसोसिएशन फॉर ट्रांसजेंडर हेल्थ इन इंडिया (एटीएचआई), इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेजमेंट रिसर्च (आईआईएचएमआर), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) और एनएनटीपी के सहयोग से,  ट्रांसजेंडर हेल्थकेयर पर चौथे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, आईपीएथकॉन 2023 का यह कार्यक्रम 26 नवंबर से 30 नवंबर तक नई दिल्ली में होगा, जिसका प्राथमिक ध्यान "देखभाल प्रदाताओं के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की आवश्यकता को संबोधित करना" पर होगा।  पाठ्यक्रम वर्ल्ड प्रोफेशनल एसोसिएशन फॉर ट्रांसजेंडर हेल्थ (डब्ल्यूपीएटीएच) के ग्लोबल एजुकेशन इंस्टीट्यूट (जीईआई) और कोलोराडो विश्वविद्यालय,  यूएसए से ट्रांसजेंडर स्वास्थ्य में प्रमाणित अंतरराष्ट्रीय संकाय और पेशेवरों द्वारा संचालित किए जाएंगे। उन्हें ATHI की पेशेवर शाखा, इंडियन प्रोफेशनल एसोसिएशन फॉर ट्रांसजेंडर हेल्थ (IPATH) के डोमेन विशेषज्ञों द्वारा सहायता प्रदान

टिंकर फेस्ट 2023 में इनोवेशन केंद्र स्तर पर : मेकर्सलॉफ्ट ने आकाश बायजू से हाथ मिलाया

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० संवाददाता द्वारा ०  टिंकर फेस्ट 2023 में, ग्रेड 1-10 के छात्रों ने रोवर्स से लेकर अंतरिक्ष आवास तक, पृथ्वी के बाहर जीवन की संभावना तलाशने वाली परियोजनाओं तक, अंतरिक्ष के विषय पर इंटरैक्टिव मॉडल प्रदर्शित किए। ग्रेड 1-3 के छात्रों ने गैलेक्टिक बिल्डर्स चैलेंज में ब्लॉक का उपयोग करके अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।  Kolkata, टिंकर फेस्ट यहां आयोजित हुआ यह एक वार्षिक कार्यक्रम है जो स्कूली बच्चों के बीच रोबोटिक्स के माध्यम से नवाचार और रचनात्मकता प्रदर्शित करने के लिए समर्पित है। इस कार्यक्रम में पूरे पश्चिम बंगाल के स्कूलों से कक्षा 1-10 के 350 से अधिक उत्साही युवा आविष्कारक एक साथ आए। टिंकर फेस्ट के पिछले संस्करणों में 100 से अधिक स्कूलों को विभिन्न मनोरंजक एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) चुनौतियों में शामिल किया गया था। मेकर्सलॉफ्ट की एक पहल, टिंकर फेस्ट 2023 में अंतरिक्ष की थीम पर स्कूलों से एसटीईएम और रोबोटिक्स प्रोजेक्ट्स की एक श्रृंखला पेश की गई है। मेकर्सलॉफ्ट की संस्थापक और इनसीड की पूर्व छात्रा मेघना भूतोरिया ने कहा, “टिंकर फेस्ट का उद्देश्य छात्रों के ल

हरीश बिम्ब के नहीं भाव के कवि हैं

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली। ‘समकालीन कविता के दौर में भी हरीश अरोड़ा ने नयी कविता की परंपरा को बरकरार रखा है। उनकी कविताएँ अभिधात्मक शैली मे लिखी कविताएँ हैं लेकिन ये कविताएँ आयरनी में हैं।‘ ये विचार हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ आलोचक पवन माथुर ने अद्विक प्रकाशन, किआन फाउंडेशन और अरुंधति भारतीय ज्ञान परंपरा, पी जी डी ए वी कॉलेज (सांध्य) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वरिष्ठ साहित्य  हरीश अरोड़ा के दो कविता संग्रहों ‘कैनवास से बाहर झाँकती लड़की’ और ‘तटस्थ नहीं मैं’ तथा कोयल बिस्वास द्वारा किए गए इनके अंग्रेजी अनुवाद के लोकार्पण के अवसर पर रखे। उन्होंने यह भी कहा कि हरीश बिम्ब के नहीं भाव के कवि हैं। भले ही इनकी कविता में बिम्ब मिलते हैं लेकिन इनके दोनों संग्रहों की रचनाओं में भावुकता अधिक दिखाई देती है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ गीतकार रमाकांत शर्मा उद्भ्रांत ने कहा कि हरीश ने पैंतीस वर्षों में अपनी कविता यात्रा में जो रचा है उसमें तत्कालीन समाज की आवाज मौजूद है। वे समाज को बेहद करीब से देखते हैं और कविता में ढालते हैं। कविता के साथ-साथ आलोचना और अन्य साहित्यिक विधाओं मे

देहरादून में वीर शहीदों के सम्मान में वॉलीबॉल टूर्नामेंट की घोषणा

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० योगेश भट्ट ०  देहरादून - बलूनी पब्लिक स्कूल, वीर शहीद अनुसूया प्रसाद महावीर चक्र विजेता स्पोर्ट्स कमेटी के सहयोग से, 26 और 27 नवंबर को वॉलीबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए तैयार है। यह कार्यक्रम, वीर शहीदों, विशेष रूप से वीर शहीद अनसूया प्रसाद महावीर चक्र की स्मृति को समर्पित है। महावीर चक्र विजेता वीर शहीद अनुसूया प्रसाद खेल समिति का उद्देश्य खेल भावना को बढ़ावा देना और इन बहादुर व्यक्तियों के बलिदान का सम्मान करना है। बलूनी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य के अनुसार टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए उत्तराखंड की क्षेत्रीय टीमों और कॉलेज संस्थानों को आमंत्रित किया गया है। आयोजन समिति में माननीय आनंद चंद रमोला, विमल कंडवाल, विपिन गौड़, कर्नल प्रणीत डंगवाल, कर्नल के एल फर्स्वाण, रवि नेगी, गुडू नेगी राज राणा, सचिव जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं। अनिल प्रसाद, प्रदीप पवार,  अध्यक्ष मोहन प्रसाद गौड़ और मीडिया समन्वयक विवेक रावत, राकेश प्रसाद गौड़ और नितेश डबराल। प्रवीण पवार मीडिया प्रभारी युवा मोर्चा वा ग्राम प्रधान और पूर्व सैनिक संगठन महार सैनिक संगठन गौरव सैनानी सगठन भी शामिल रहा /

'खुल के बात : पद्म अवॉर्डीज के साथ'

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्‍ली । 'खुल के' की महत्‍वपूर्ण सीरीज 'खुल के बात : पद्म अवॉर्डीज के साथ' को खूब पसंद किया जा रहा है। इसका चर्चित समाचार वाचक ऋचा अनिरुद्ध पद्म पुरस्कार से सम्मानित नायकों के जीवन पर चर्चा करती हैं। प्रत्येक कड़ी का प्रसारण हर सप्ताह शुक्रवार को रात आठ बजे होता है। इनमें 2021 में पद्मश्री सम्मानित प्रकाश कौर की कहानी भी शामिल है। वह यूनिक होम की संस्‍थापक हैं। उन्‍होंने यूनिक होम के माध्यम से अनाथ बच्चियों को रहने के लिए सुरक्षित जगह प्रदान की। पद्मश्री से सम्मानित करीमुल हक भी इसमें हैं। उन्‍हें प्‍यार से 'बाइक-एम्‍बुलेंस दादा' पुकारा जाता है। वह अपनी बाइक को एम्‍बुलेंस में बदलकर जलपाईगुड़ी में 5000 से ज्‍यादा लोगों की जान बचा चुके हैं। 'खुल के' में ऊषा चौमर की जिंदगी के पुराने पन्ने भी पलटे जाते हैं। उन्हें 2020 में पद्मश्री प्रदान किया गया था। वह राजस्थान के अलवर की रहने वाली हैं। उन्होंने हाथों से गंदगी साफ करने का काम छोड़कर सामाजिक बदलाव का समर्थन किया। राजस्थान के पर्यावरण प्रेमी सुंदरम वर्मा, कश्‍मीर के जावेद अहमद, झारखंड की