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अप्रैल 9, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

खबरी का दृष्टिहीन और दृष्टिबाधितों के लिए एक्सक्लूसिव हेल्पलाइन पोर्टल

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नई दिल्ली, ऐसे समय जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी के मद्देनजर नई व्यवस्था के अनुसार खुद को एडजस्ट करने में व्यस्त है, हमारी आबादी का वह बड़ा हिस्सा जो दृष्टिबाधित है, अनदेखी का शिकार हो रहा है। जब सोशल डिस्टेंसिंग नया सर्वमान्य नियम बनकर लागू हो रहा है तब छूकर महसूस करने वाले दृष्टिहीनों और दृष्टिबाधितों के लिए पूरी दुनिया ही बदलने वाली है। इस विजन को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय भाषाओं में भारत के पहले डिजिटल ऑडियो प्लेटफार्म खबरी ने पूरे भारत में दृष्टिहीनों के लिए एक एक्सक्लूसिव हेल्पलाइन पोर्टल/प्लेटफार्म तैयार किया है। इस पहल के एक भाग के रूप में खबरी इस सेग्मेंट में चिकित्सा, मनोविज्ञान, सामाजिक या वित्तीय सहित अन्य क्षेत्रों में विशेषज्ञ जानकारी के साथ सहायता प्रदान करेगा। कॉरपोरेट घरानों के साथ-साथ सरकार भी इस पहल का हिस्सा बन सकती है जो डोनेशन या किसी अन्य सहयोग के जरिये उद्देश्य को पूरा करने में मदद कर सकते हैं। इस पहल के माध्यम से कंपनी का उद्देश्य जागरुकता बढ़ाना और इसके ईर्द-गिर्द दूसरों को जागरूक करने का प्रयास करना है। जिन्हें जरूरत है वे खबरी की टीम से सीधे 9810511211,

भारत का पहला कंज्यूमर टू बिजनेस डेटा मार्केटप्लेस लॉन्च

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नयी दिल्ली : ऐस्मा भारत में जन्मा डेटा मार्केटप्लेस है जो यूजर्स को ऐस्मा ऐप के जरिये सहमति और गुमनामी से डेटा से ट्रेड करने पर पुरस्कार देता है। मार्केटप्लेस की लोकेशन शेयरिंग और हेल्थ मैपिंग फीचर का उपयोग संपर्क को प्रभावी तरीके से ट्रैकिंग करने के लिए किया जा सकता है, जो कोविड-19 से लड़ने में अब तक की सबसे महत्वपूर्ण मदद रही है। ऐस्मा इकोसिस्टम द्वारा जुटाई गई अंतर्दृष्टि स्वाभाविक रूप से कोविड-19 प्रसार के खिलाफ एक डिजिटल फेंस बनाती है, वायरस से लड़ाई में नागरिकों और अधिकारियों की मदद करती है। ऐस्मा मोबाइल ऐप के जरिये यूजर्स सहमति और गुमनाम रूप से पुरस्कार पाने के लिए अपने व्यवहार संबंधी डेटा का व्यापार कर सकते हैं और विज्ञापन देखने पर अतिरिक्त राशि पा सकते हैं। व्यवसाय संबंधित प्रोडक्ट्स और सर्विसेस की ऑफरिंग के लिए कानूनी और किफायती फॉर्मेट में ऐस्मा डैशबोर्ड के माध्यम से डेटा का उपयोग करते हैं। इसके अलावा समान चैनल व्यवसायों की मार्केटिंग दक्षता बढ़ाने के लिए टारगेटेड टेक्स्ट, बैनर और वीडियो विज्ञापन प्रदान कर सकता है। मौजूदा कोविड-19 स्थिति के प्रकाश में ऐस्मा ने आम लोगों के ल

बुल्स ने तोड़ दी चेन; सेंसेक्स और निफ्टी में 9% की उछाल

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पूरी दुनिया कोविड-19 की चेन तोड़ने की कोशिश कर रही है, इस बीच मंगलवार को बुल्स ने ठीक ऐसा ही किया! महावीर जयंती के बाद खुले दोनों बाजारों में  9% की तेजी दिखी, जिसमें मजबूत वैश्विक संकेत, कोरोनोवायरस के मामलों में गिरावट, और 14 अप्रैल, 2020 तक लॉकडाउन में ढील की उम्मीद सहित कई कारक शामिल हैं। निफ्टी 708 अंकों की तेजी के साथ 8,792 अंक पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स ने 30,000 का महत्वपूर्ण स्तर पार किया और क्लोजिंग बेल पर 30,067 अंक पर खड़ा था अमर देव सिंह, हेड एडवायजरी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड ग्लोबल मार्केट्स में कोरोनावायरस की चरणबद्ध विदाई पर नजरः निवेशकों के सेंटीमेंट को ड्राइव किया कोरोनोवायरस मामलों की गिरावट ने। मार्च के मध्य से 2 अप्रैल तक 150,000 से 1 मिलियन मामलों तक तेजी से बढ़ने के बाद कोरोनोवायरस का कर्व आखिर कमजोर होता प्रतीत हुआ। अमेरिका में प्रमुख औसतों ने पिछले हफ्ते के नुकसान की भरपाई की क्योंकि नए मामलों के सामने आने की दर में गिरावट दर्ज हुई। आज के ट्रेड में एशियाई बाजारों में भी लगभग 2% की बढ़ोतरी हुई। इन ग्लोबल डेवलपमेंट्स ने भी ट्रेडर्स को मजबूत प्रोत्साहन दिया और बाजार

14 अप्रैल तक 15 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा

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नयी दिल्ली - इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) सबकी रसोई पहल के तहत दिल्ली समेत देश के 17 शहरों में जरूरतमंदों को अब तक 3.8 लाख से अधिक भोजन उपलब्ध करा चुकी है। दिल्ली में लगभग 21,000 भोजन प्रदान किए गए थे | दिल्ली में 4  ग्रासरूट फीडिंग पार्टनर की मदद से 3,550  ताजा भोजन उपलब्ध कराया गया।  इस पहल के पहले चरण के तहत COVID-19 महामारी के दौरान जरूरतमंदों को 10 दिनों में (14 अप्रैल तक) कम से कम 15 लाख ताजा भोजन (1.5 लाख प्रतिदिन) उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल के बारे में अधिक जानने के लिए या हिस्सा लेने के लिए, कृपया हमसे संपर्क कर सकते हैं। आप हमें info.sabkirasoi@indianpac.com पर ईमेल भेज सकते हैं या हमें यहां कॉल कर सकते हैं: 6900869008 ड्रॉप पॉइंट स्थान (दिल्ली में): Vasant Kunj, Old Mustafabad, ITO Metro Station, New Seemapuri, Baby Nagar

देवकी देवी ने अपनी संचित पूंजी  दस लाख प्रधानमन्त्री कोरोना रक्षा कोष में दान किए

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पौड़ी गढ़वाल - देवकी भंण्डारी गौचर जनपद चमोलीउत्तराखण्ड की निवासी हैं। इनकी मातृभूमि खिर्सू  ब्लाक जनपद पौड़ी गढ़वाल की है। इनके पिता अवतार सिंह आजाद फौज के स्वतंत्रता सेनानी थे। जिन्होंने ने अपना जीवन देश सेवा में अर्पित किया था। वहीं रक्त लक्षण उनकी पुत्री में भी अवतरित हुए। श्रीमती देवकी देवी ने अपनी संचित पूंजी  दस लाख प्रधानमन्त्री कोरोना रक्षा कोष में भेंट कर दिए। आपका विवाह हुकमसिंह भंण्डारी से हुआ ,उनका देहान्त आज से बाहर साल पहले हो गया। वे रेशम विभाग में कार्यरत थे। प्राचीन काल में माता देवकी ने अपने पुत्र कृष्ण को माता यशोदा को सौंपा था। लेकिन इस मां देवकी ने पुत्र गोद लिया  जिसको योग्य बनाने में वह कर्म रत हैं। आपकी माता श्रीमती बचन देई की धार्मिक शिक्षा का आप पर प्रभाव आज भी दिखाई देता है। आपका सामाजिक जीवन उन्हीं की प्ररेणा शक्ति है। गौचर में आपका अपना घर था जिसको बेच कर आप कुछ बच्चों को गोद लेकर शिक्षा का भार उठा रहीं हैं।वे बीटेक जैसी शिक्षा में आवद्ध हैं। जबकि आप किराये के घर में रहती हैं। देश विदेश और अपने देश में कोरोना के संक्रमण से विह्वल मन में एक भावुक मन बोल उठ