संदेश

अप्रैल 24, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बालिकाओं को शिक्षित करने जैसा अभियान जनआंदोलन बनना चाहिए

    चेन्नई - उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने लोगों से अपनी मातृभाषा के संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेने का आह्वान किया है। उन्‍होंने मातृभाषा के संरक्षण के अभियान को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्य सरकारों से प्राथमिक विद्यालय स्तर तक मातृभाषा को अनिवार्य बनाने का आग्रह किया। देशी भाषाओं के संरक्षण के प्र‍ति अपनी गहरी रुचि व्यक्त करते हुए, उपराष्ट्रपति ने छात्रों को घर पर अपनी मातृभाषा में बोलने की सलाह दी।  चेन्नई में केसरी स्कूलों के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित करते हुए  शैक्षिक संस्थानों को बच्चों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच की भावना पैदा करने की सलाह दी। उन्होंने केसरी स्कूल के एक नए परिसर की आधारशिला भी रखी।    छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए, उपराष्ट्रपति ने स्कूलों को छात्रों को महान स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां पढ़ाने और उनमें भारतीय मूल्यों को विकसित करने के लिए अनुकूल माहौल बनाने तथा पाठ्यक्रमों में सुधार लाने को कहा। श्री नायडू ने 21 वीं सदी की दुनिया और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति की ज्ञान पर निर्भरता का हवाला देते हुए इस बात पर जोर दिया कि स्‍क

उच्‍च गुणवत्‍ता वाली शिक्षा के लिए व्‍यवस्‍था सुधारें : उपराष्‍ट्रपति

चेन्नई - उपराष्‍ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्‍थानों से व्‍यवस्‍था में लगातार सुधार लाने और उच्‍च शिक्षा प्रदान करने वाले संस्‍थानों से देश में गुणवत्‍ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया है।           चेन्नई में वीईएलएस इंस्‍टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्‍नॉलजी एंड एडवांस्ड स्‍टडीज के 9वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए, श्री नायडू ने तेजी से विकसित हो रही दुनिया में प्रौद्योगिकी में नित हो रहे बदलाव का उल्लेख किया और छात्रों को अपने चुने हुए क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अपने ज्ञान और कौशल को नियमित रूप से समय के अनुरूप ढालने की सलाह दी।        देश की समृद्धि और विकास में तेजी लाने के लिए गुणवत्‍तायुक्‍त शिक्षा की जरूरत पर जोर देते हुए उपराष्‍ट्रपति ने उच्‍च शिक्षण संस्‍थाओं से अपने यहां ज्ञान और अनुसंधान के नए अवसर उपलब्‍ध कराने की इच्‍छा व्‍यक्‍त की। विकास की नई ऊंचाईयों की ओर कदम बढ़ाते समय ग्रामीण भारत की उपेक्षा नहीं किए जाने का हवाला देते हुए उन्‍होंने समग्र और समावेशी विकास का आह्वान किया।              प्रौद्योगिकी को समाज में समान

1350 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का पता चला

नयी दिल्ली - आयकर महानिदेशालय (जांच) की दिल्ली इकाई ने कुछ सप्ताह पूर्व एक कंपनी समूह पर एनसीआर, भोपाल, इंदौर और गोवा में छापेमारी की थी। यह कार्रवाई बड़े पैमाने पर गैर-कानूनी संपत्ति के संग्रह, स्वामित्व और आवाजाही की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर की गई थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने पूर्व में मध्य प्रदेश में की गई छापेमारी के संबंध में प्रेस नोट जारी किया था। कुछ नई जानकारियों के सामने आने के बाद एनसीआर में 7 अप्रैल, 2019 को सौर ऊर्जा समूह पर की गई छापेमारी के संबंध में। जांच व छापेमारी के दौरान सामने आए कुछ विशेष लेनदेन से संबंधित जानकारी निम्न हैं -  370 करोड़ रुपये की गैर-कानूनी समायोजन प्रविष्टियां  :  जांच के दौरान समूह की मुखौटा (शेल) कंपनियों के बारे में जानकारी मिली जिनका इस्तेमाल सिर्फ प्रविष्टियां देने के लिए किया गया था। जाली असुरक्षित ऋण/शेयर आवेदन धन की आड़ में 370 करोड़ मूल्य की प्रविष्टियां की गई हैं। 330 करोड़ रुपये के फर्जी बिल  :  उक्त समूह के ऊर्जा संयंत्र के मामले में यह साक्ष्य सामने आया कि खर्च को बढ़ाकर दिखाने के लिए 330 करोड़ रुपये मूल्य के फर्जी