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नवंबर 1, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

साहित्य न केवल इतिहास का स्त्रोत है बल्कि इतिहास का निर्धारक तत्व भी है~डाॅ.अविनाश कुमार

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जयपुर - राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास एवं भारतीय संस्कृति के मंच हेरोडोट्स सोसायटी द्वारा 'कहानियों के द्वारा इतिहास' विषय पर डाॅ. अविनाश कुमार के विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। डाॅ.अविनाश कुमार, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीएचडी, लन्दन विश्वविद्यालय से पोस्ट डाॅक एवं वर्धा विश्वविद्यालय में अध्यापन कर चुके हैं। वे वर्तमान में वाॅटरएड, भारत के कार्यक्रम एवं नीति निदेशक हैं। संयोजिका डाॅ.नीकी चतुर्वेदी ने विषय प्रवर्तन करते हुए रेखांकित किया कि साहित्य के सृजन में अन्तर्निहित पहचान के गठन के भाव को चिन्हित करके इतिहास को सही अर्थों में समझा जा सकता है । विभागाध्यक्ष डाॅ. प्रमिला पूनिया ने साहित्य के इतिहास के स्त्रोत के रूप में महत्त्व को बताया। डाॅ.अविनाश कुमार ने अपने व्याख्यान में हिन्दी साहित्य को औपनिवेशिक चुनौती के प्रत्युत्तर रूप में समझाने का प्रयास किया। राष्ट्रीयता के सृजन में इतिहास और साहित्य के योगदान को उद्धरण सहित प्रस्तुत करते हुए डाॅ. कुमार ने बताया कि किस प्रकार साहित्य न केवल इतिहास का स्त्रोत है बल्कि इतिहास का निर्धारक तत्व भी है। अध्यक्ष डाॅ

देशभर के सभी ज़ोनल रेलवे कार्यालयों में ‘रन फॉर यूनिटी’आयोजित की गई

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नयी दिल्ली - देश की अखंडता के लिए उनके अपार योगदान की वजह से उन्‍हें 'लौह पुरुष' के रूप में जाना जाता है। उन्‍होंने कहा कि यदि सरदार वल्‍लभ भाई पटेल ने देशी रियासतों की एकजुटता के लिए पहल न की होती तो देश के मानचित्र के बारे में कल्‍पना करना संभव नहीं हो पाता। भारतीय रेल के लिए भी देश को कई रियासतों के साथ जोड़ने में कठिनाई होती, क्‍योंकि इसके लिए अनुमति की जरूरत होती। भारतीय रेल राष्‍ट्रीय एकता के लिए सरदार पटेल का ऋणी है। सरदार पटेल ने देश में 'सहकारिता आंदोलन' की आधारशिला रखी, जिससे सीधे तौर पर हज़ारों किसान लाभान्वित हुए हैं। सरदार पटेल की जयंती पर, उन्‍होंने कहा कि अपने देश की एकता, सुरक्षा और विकास को कायम रखने के लिए सरदार पटेल के विचारों को अपनाने की जरूरत है।    सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की जयंती पर राष्‍ट्रीय अखंडता और राष्‍ट्र के प्रति उनकी सेवा को ध्‍यान में रखते हुए, भारतीय रेल ने आज राष्‍ट्रीय एकता दिवस मनाया, जिसमें उसके सभी ज़ोनल रेलवे कार्यालय शामिल हैं। इस अवसर पर रेल और वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सरदार वल्‍लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित

दीनी तालीम का सबसे बड़ा मरकज़ देवबंद Devband is the big Markaz of Dini Taleem

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व्यापारियों के लिए इस वर्ष की दिवाली पिछले 20 वर्षों में सबसे ज्यादा खराब रही

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दिवाली के दौरान 2018 में बेचे जाने वाले चीनी सामानों का मूल्य लगभग 8000 करोड़ रुपये था, जबकि इस साल दीपावली के त्योहार पर चीनी सामानों की बिक्री लगभग 3200 करोड़ रुपये की हुई देश भर के व्यापारियों के लिए इस वर्ष की दिवाली पिछले 20 वर्षों में सबसे ज्यादा खराब रही लेकिन निश्चित रूप से इस त्योहार के दौरान हुए बिक्री ने चीन को भी बड़ा झटका दिया है। आम तौर पर दिवाली के त्योहार के दौरान चीनी सामान जो भारी मात्रा में बेचा जाता है, में पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष लगभग 60% की गिरावट दर्ज की गई है, जो चीन के लिए एक खतरनाक संकेत देता है क्योंकि चीन अपने उत्पादों के दुनिया भर में भारत को सबसे बड़ा बाज़ार मानता है और अपने उत्पादों के सहारे लगातार भारतीय खुदरा बाज़ार पर अपना एकाधिकार करने की चेष्टा कर रहा है ! चीनी उत्पादों की बिक्री में 60 प्रतिशत की गिरावट का आंकड़ा कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) द्वारा हाल ही में दिवाली त्यौहार के दौरान देश के 21 शहरों में किये गए एक सर्वे के आधार पर निकल कर आया है ! कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि चीनी उत्पादों की बिक्री में