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सितंबर 15, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अंजना टंडन एवं जोशना बैनर्जी को 'दीपक अरोड़ा स्मृति सम्मान

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जयपुर । बोधि प्रकाशन की 'दीपक अरोड़ा स्मृति पांडुलिपि प्रकाशन योजना' के चौथे वर्ष में चयनित-प्रकाशित दो काव्य पुस्तकों का लोकार्पण बोधि सभागार में हुआ। इस दौरान योजना में चयनित कृतियों की रचनाकार अंजना टंडन एवं जोशना बैनर्जी को 'दीपक अरोड़ा स्मृति सम्मान-2019' प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि एवं दूरदर्शन के पूर्व निदेशक कृष्ण कल्पित थे एवं अध्यक्षता प्रसिद्ध कथाकार तथा जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण ने की। कार्यक्रम का संयोजन फिल्मकार और प्रतिष्ठित लेखक अविनाश त्रिपाठी ने किया। इस दौरान दिल्ली से पधारे कवि एवं आलोचक रवीन्द्र कुमार दास ने दीपक अरोड़ा के रचनाकर्म पर विस्तार से चर्चा की। योजना के निर्णायक मंडल के सदस्य गोविन्द माथुर ने पांडुलिपियों की चयन प्रक्रिया पर अपना वक्तव्य दिया। मुख्य अतिथि कृष्ण कल्पित ने कवि दीपक अरोड़ा को याद करते हुए कहा कि वे बेहद प्रतिभावान कवि थे। उनका असमय चले जाना साहित्य की क्षति है। उन्होंने चयनित पुस्तकों पर अपनी पारखी टीप भी दी। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण ने चयनित पु

हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है इसको महत्व देना हम सब का कर्तव्य बनता है

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मसरख  - हिंदी दिवस की अवसर पर जैन पब्लिक स्कूल में भाषण प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति के मुकेश कुमार तुलसीदास भारतेंदु हरिश्चंद्र रामधारी सिंह दिनकर आदि कवियों को याद कर उस पर पुष्प अर्पित किया गया। जैन पब्लिक स्कूल के प्राचार्य राजीव सिंहा की नेतृत्व में यह कार्यक्रम किया गया। शिक्षक दिनेश कुमार ,धनंजय कुमार ,अनिल कुमार ,सविता सिंह ,खुशबू कुमारी आदि लोग मौजूद रहे अपने संबोधन में मुकेश कुमार ने कहा इंग्लिश मीडियम में पढ़ने के साथ-साथ हिंदी का भी ज्ञान बहुत जरूरी है. हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है इसको महत्व देना हम सब का कर्तव्य बनता है, इस की गरिमा बनाए रखना चाहिए । हिंदी के कवि तुलसीदास, सूरदास, प्रेमचंद आदि कवियों का उन्होंने उदाहरण दिया। 

डॉ संजीव भानावत राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी के स्वर्ण जयंती समारोह में सम्मानित

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               जयपुर - राजस्थान विश्वविद्यालय के जन संचार केन्द्र के पूर्व अध्यक्ष डॉ संजीव भानावत को  हिंदी दिवस के अवसर पर जयपुर में  राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान सम्मानित किया गया। अकादमी की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में अकादमी के लिए पुस्तक लिखने वाले लगभग 180 लेखकों को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सम्मानित किया। समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह  डोटासरा, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, शिक्षा सचिव वैभव गालरिया,  आयुक्त कॉलेज शिक्षा प्रदीप कुमार बोरड़ एवं  राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी के निदेशक डॉ. बी.एल.सैनी भी उपस्थित थे।    उल्लेखनीय है प्रो भानावत ने अकादमी के लिए ग्यारह पुस्तकों का लेखन व संपादन किया है। ये सभी पुस्तकें मीडिया के विविध पक्षों पर लिखी गई हैं। प्रो भानावत  राजस्थान साहित्य अकादमी और उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान  सहित विभिन्न संगठनों एवं संस्थाओं  की ओर से भी सम्मानित हो चुके हैं। प्रो भानावत यूजीसी सहित अनेक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय शैक्षिक एजेंसियों

लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कर 790 रुपए का करे भुगतान:सारण डीटीओ

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छपरा - बिहार , ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए दलालों के चक्कर में नहीं पड़े। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है ड्राइविंग लाइसेंस से पूर्व लर्नर लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं  जहां उनका फोटो लेकर 1 सप्ताह में ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। लर्नर लाइसेंस जारी होने पर 1 महीने के बाद तथा 6 माह के पहले कभी भी 23 सौ रुपए का शुल्क जमा कर ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है। लर्नर वाहन चलाए जाने के दौरान उसके साथ ट्रेंड चालक का होना अनिवार्य है. जहां उनका फोटो लेकर 1 सप्ताह में ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। लर्नर लाइसेंस जारी होने पर 1 महीने के बाद तथा 6 माह के पहले कभी भी 23 सौ रुपए का शुल्क जमा कर ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है। लर्नर वाहन चलाए जाने के दौरान उसके साथ ट्रेंड चालक का होना अनिवार्य है. ताकि जोधा ले आजकल चल रही है उसका अंकुश लगे

दिल्ली दिव्यांग शिक्षक संघ द्वारा मीटिंग का आयोजन 

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नयी दिल्ली , दिल्ली के नांगलोई इलाके की कविता कॉलोनी में दिल्ली दिव्यांग शिक्षक संघ(DDTA) के तत्वधान में दिल्ली के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत अध्यापको की मीटिंग संपन्न हुई। मीटिंग की अध्यक्षता सीनियर अध्यापक करमवीर ने की। दिल्ली दिव्यांग शिक्षक संघ के अध्यक्ष जय सिंह अहलावत ने मंच सञ्चालन किया। इस मीटिंग में नीरज, उमेशचन्द शर्मा, संजय शास्त्री, अशोक, निजामुद्दीन कुरैशी सहित हजारों की संख्या में शिक्षक इकठ्ठा हुए। इस मीटिंग में लम्बे समय चली आ रही वेतन विसंगतियों पर  त्रिलोक बिष्ट ने विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि किस तरह सरकार ग्रुप बी में रखे गए शिक्षकों को कम वेतन दे रही है, इसमें 16290, 18460 और 18750 वेतन मान छठे वेतन आयोग में दिए जाने की बाबत बात का जिक्र किया। दिव्यांग श्रेणी से चयनित और कार्यक्रम के अध्यक्ष शिक्षक करमवीर ने दिव्यांग शिक्षकों के पदोन्नति में आरक्षण को ख़त्म किये जाने पर दुःख व्यक्त किया साथ ही 1993 से विभाग और कोर्ट की लडाई के अनुभव गिनाये। DDTA के जनरल सेक्रेट्री सन्दीप तोमर ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शिक्षकों का अपने हितों की खातिर एक लम्बी लडाई लड़ने क

सच बोलने के लिए उकसाता हूं,घास चरने के लिए नहीं कहता-ओम थानवी 

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जयपुर - वरिष्ठ पत्रकार, सम्पादक और वर्तमान में हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति ओम थानवी ने बताया कि वह ३७ वर्ष पहले भी प्रगतिशील लेखक संघ के सम्मेलन में उपस्थित थे। हालांकि वह दौर इतना भयावह और हिंसक नहीं था। चुप्पियों को तोड़ने पर ज़ोर देते हुए थानवी ने कहा - मैं बोलने के लिए उकसाता हूँ। घास चरने के लिए नहीं कहता,बोलने की बहुत ज़रुरत है। समाज में शोषित वर्ग की पीड़ाओं पर चर्चा हुई, वहीं आज़ाद कलम के दायरे पर संवाद हुआ। फासीवाद, राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक प्रतिरोध विषय पर सत्र हुआ, वहीं भारतीय भाषाओं में प्रगतिशील साहित्य विषय पर व्यापक चर्चा हुई।   सत्र में  राजकुमार   ने   बताया   कि   वर्तमान   समय   में   लेखक   संघ   सिकुड़ते   जा   रहे   हैं   और   जनता   विभाजित   होती   जा   रही   है।   इस   समय   की   मांग   है   कि   विकल्पधर्मिता   के   साथ   साहित्य   लेखन   हो।   लेखक   के   लिए   आवश्यक   है   कि   वह   जो   भी   रचे   अथवा   लिखे ,  पाठक   वर्ग   के   साथ   उसका   जुड़ाव   दिखे।   लेखन   सामान्य   जन   के   संघर्षों   तथा   समस्याओं   के