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मार्च 25, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गौरव गिरि की नई वेब सिरीज़ रिलीज़

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० संत कुमार गोस्वामी ०  बिहार - मुजफ्फरपुर अपराधिक गतिविधियों को लेकर कई बार सुर्ख़ियों में रहा हैं, लुटपाट, हत्या, अपहरण जैसे मामलों में हम अपराधियों को फ़िल्मी अंदाज़ में मामले को अंजाम देते देख चुके हैं। पर ऐसे कई वारदातों के मद्देनज़र एक वेब सीरीज बनाई गयी हैं जिसको लांच किया गया हैं। इस वेब सीरीज के निर्देशक गौरव गिरी ने बताया की BRO6 बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर जिले का code नंबर है। और मुजफ्फरपुर की गतिविधियों से प्रेरित हो कर वेब सीरीज बने जा रही हैं पर वेब सीरीज की कहानी पूरी तरह से काल्पनिक हैं,  इस वेब सीरीज के कहानी का मुजफ्फरपुर के किसी भी बाहुबली, गैंगस्टर या किसी नेता से प्रेरित नहीं हैं। गौरव ने आगे बताया की वेब सीरीज का निर्माण गोस्वामी फ़िल्म प्रोडक्शन के बैनर तले किया गया हैं. पंकज सिंह इस वेब सीरीज के निर्माता हैं। फिल्म के निर्देशक और कलाकार गौरव के साथ वैभव कुमार, मल्लिक मुस्तफ़ा, सुमित सिंह, अभिषेक जाटव, निगम पांडेय नितेश पासवान , अवनीश महादेवन , राजा ,नीलेश कुमार और जयप्रकास गिरी इत्यादि ने इस वेब सीरिज में मुख्य भूमिका निभाई है।

होली मिलन समारोह में जुटे पत्रकार एवम बुद्धिजीवी

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० संवाददाता द्वारा ०   बिहार - मशरक के रीषभ फैमिली रेस्टोरेंट के सभागार में जिले के पत्रकार, बुध्दिजीवी जमात का होली मिलन सम्मान समारोह आयोजित हुआ। आयोजन समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का मुख्य अतिथि डाॅक्टर जौहर शफियाबादी, प्रखंड प्रमुख रविप्रकाश मंटू, डाॅ अवनिन्द्र शरण सिंह, डाॅक्टर लक्ष्मण प्रसाद एवं प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष अजित सिंह ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस मौके पर जिले के बुद्धिजीवी, पत्रकार, कवि, समाजसेवी को फुलमाला पहनाकर एवं अंगवस्त्र स्वरुप शॉल भेंट कर के सम्मानित किया गया। आयोजन समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह के अध्यक्षता में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सूफी संत डाॅक्टर जौहर शफियाबादी ने कहा कि सारण प्रमंडल समेत मशरक की गौरवशाली परंपरा को इस आयोजन ने गौरवांवित करने का कार्य किया है। उन्होंने इसके लिए आयोजन समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक परम्परा रही है जिसमें होली का विशेष महत्व है।  हमारे यहां प्रत्येक ऋतु के अनुसार त्योहार बंटे है जो हमें प्रत

मधु विहार आरडब्ल्यूए के होली मिलन समारोह में हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई का अनूठा संगम

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 ० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली-पालम विधानसभा स्थित मधुविहार (दातानगर) रेसिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में होली मिलन समारोह का आयोजन हुआ। मधु विहार, सोलंकी मार्केट प्रधान कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के रंगारंग कार्यक्रम के बीच लोगों ने आपस में प्रेम एवम सौहार्द्र का परिचय दिया। इस आयोजन में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई एवम समाज के सभी वर्गों के संभ्रांत नागरिकों ने लिया हिस्सा। मधु विहार आरडब्ल्यूए के प्रधान, राष्ट्रीय युवा चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन एवम कार्यक्रम के संयोजक चौधरी रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि हमारी आरडब्ल्यूए जाति, धर्म, राजनीति व पार्टीवाद से ऊपर उठकर कार्य करती है इसी का परिणाम है कि आज हम सभी यहां बड़ी संख्या में एकत्रित हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाने के लिए हमे मानवता के आधार पर कार्य करना होगा तथा आज शहीदी दिवस भी है तो युवाओं को प्रेरणा लेकर नशे आदि से दूर रहना चाहिए तथा देश के विकास में बड़चरकर भागीदारी लेनी चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित पालम 360 गांवों के प्रधान चौधरी सुरे

इन्द्रधनुषी रंगो और उमंगों का पर्व है होली

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० लाल बिहारी लाल ०   भारत में फागुन महीने के पूर्णिंमा या पूर्णमासी के दिन हर्षोउल्लास के साथ मनाये जाने वाला विविध रंगों से भरा हुआ हिदुओं का एक प्रमुख त्योहार है-होली। होली का वृहद मायने ही पवित्र है। पौरानिक मान्यताओं के अनुसार फागुन माह के पूर्णिमा के दिन ही भगवान कृष्ण बाल्य काल में राक्षसणी पुतना का बध किया था । इस प्रकार बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी तभी से इसे होली के रुप में मनाया जाता है। एक अन्य पैरानिक कथा जो शिव एवं पार्वती से जुड़ा हुआ है।  हिमालय पुत्री पार्वती शिव से विवाह करना चाहती थी पर शिव जी तपस्या मैं लीन थे तब उन्होनें भगवान कामदेव की सहायता से भगवान शिव की तपस्या भंग करवाई ।इससे शिवजी क्रोधित हो गये और अपना तीसरे नेत्र खोल दिये जिससे क्रोध की ज्वाला में कामदेव भष्म हो गये । शिव जी ने पार्वती को देखा और पार्वती की आराधना सफल हुई औऱ भगवान शिव पार्वती को अपनी अर्धागिनी के रुप में स्वीकार कर लिया इस प्रकार होली की अग्नी में वासनात्मक आकर्षण को प्रतीकात्मक रुप से जलाकर सच्चे प्रेम का विजय का उत्सव मनाया जाता है। यह पर्व खुशी और सौभाग्य का उत्सव है जो सभी के जीवन