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मेरी माटी,मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन : पुलिस,आरडब्ल्यूए ने साथ मिलकर पद यात्रा की

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0  योगेश भट्ट 0 नयी दिल्ली : क्षेत्र तथा देश के उत्थान के लिए मेरी माटी,मेरा देश कार्यक्रम के अंतर्गत डाबड़ी व बिंदापुर पुलिस थाना एवम मधु विहार तथा समस्त आरडब्ल्यूए ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। थाना डाबड़ी एवं थाना बिंदापुर के थानाध्यक्षों ने दोनो थानों के अंदर आने वाले मधु विहार आरडब्ल्यूए एवम समस्त आरडब्ल्यूए के साथ क्षेत्र में पद यात्रा की इस दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने घड़े में स्थानीय निवासियों से माटी डालकर प्रण करवाया। इस यात्रा में महिलाओं, पुरुषों, युवाओं एवम बुजुर्गो ने तिरंगा लहराते हुए देश के लिए अमूल्य बलिदान देने वाले वीरों एवम वीरांगनाओं की तस्वीरों को साथ लेकर सभी क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए थाना डाबड़ी में जाकर यात्रा का समापन किया। थाना डाबड़ी के थानाध्यक्ष धनंजय प्रताप सिंह एवम थाना बिंदापुर के थानाध्यक्ष राजेश मलिक एवम आरडब्ल्यूए मधु विहार के प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी, महासचिव जगदीश नैनवाल एवम उप प्रधान सुरेश लाला तथा क्षेत्र की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने थाना डाबड़ी में थानाध्यक्षों के साथ मिलकर शपथ ली। हम सुसंस्कार एवम व्यक्तित्व निर्माण तथा देश को विकास के

राकेश शर्मा की 'स्मृतिरूपेण' का लोकार्पण

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0  योगेश भट्ट 0 स्मृतियां हमारी संस्कारी ताकत हैं और बौद्धिक बल भी प्रदान करती है। राकेश शर्मा जैसे लेखक हमें समृद्ध करते हैं, क्योंकि वे आधुनिक समय का पाठ भी परंपरा की जमीन पर करते हैं। जो अपनी स्मृतियों से टूट जाता है, वह अपना सब कुछ खो देता है । इंदौर। आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है कि अपनी गौरवशाली परंपरा से भटककर हम एक अलग मार्ग पर चल पड़े, जिसके कारण विश्वगुरु भारत एक साधारण देश बन गया। अब हमारी स्मृतियां ही हमारे खोए हुए बौद्धिक, आध्यात्मिक और आर्थिक वैभव को वापस दिला सकती हैं। इसके लिए 'विचारों की घर वापसी' जरूरी है। इंदौर स्थित श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति में आयोजित राकेश शर्मा की पुस्तक 'स्मृतिरूपेण' के लोकार्पण समारोह में संबोधित कर रहे थे। विशेष अतिथि फगवाड़ा (पंजाब) से आए डॉ. अनिल पांडे ने कहा कि यह कृति 'स्मृति रूपेण' जड़ता में प्राण फूंकती है और संस्कृति तथा व्यावहारिकता को दृष्टि प्रदान करती है। डॉ.वसुधा गाडगिल ने कृति पर विस्तार से समीक्षात्मक विचार व्यक्त किए एवं कृति को साहित्य की धरोहर बताया । इस अवसर विशेष र