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मई 30, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मीडिया : दरकते भरोसे को बचाएं कैसे

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० प्रो संजय द्विवेदी ०  हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाते समय हम सवालों से घिरे हैं और जवाब नदारद हैं। पं.जुगुलकिशोर शुकुल ने जब 30 मई ,1826 को कोलकाता से उदंत मार्तण्ड की शुरुआत की तो अपने प्रथम संपादकीय में अपनी पत्रकारिता का उद्देश्य लिखते हुए शीर्षक दिया - 'हिंदुस्तानियों के हित के हेत'। यही हमारी पत्रकारिता का मूल्य हमारे पुरखों ने तय किया था। आखिर क्यों हम पर इन दिनों सवालिया निशान लग रहे हैं। हम भटके हैं या समाज बदल गया है? कुछ दिनों पहले दिनों, देश के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी दैनिक द्वारा आयोजित एक सम्‍मान समारोह में मुख्‍य न्‍यायाधीश श्री डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि यदि किसी देश को लोकतांत्रिक रहना है, तो प्रेस को स्‍वतंत्र रहना चाहिए।  जब प्रेस को काम करने से रोका जाता है, तो लोकतंत्र की जीवंतता से समझौता होता है। माननीय मुख्य न्यायाधीश, ऐसा कहने वाली पहली विभूति नहीं हैं। उनसे पहले भी कई बार कई प्रमुख हस्तियां प्रेस और मीडिया की स्‍वतंत्रता को लेकर मिलते-जुलते विचार सार्वजनिक रूप से अभिव्‍यक्‍त कर चुकी हैं। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्‍तम्‍भ कहा जाता है, तो वह अकारण नहीं है

पद्श्री मालती जोशी भारतीय परिवारों की आत्मीय कथाकार

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० प्रो.संजय द्विवेदी ०  ख्यातिनाम कथाकार ,उपन्यासकार मालती जोशी के निधन की सूचना ने साहित्य जगत में जो शून्य रचा है, उसकी भरपाई संभव नहीं है। गत 15 मई, 2024 को उन्होंने अपनी नश्वर देह त्याग दी। अपनी रचनाओं के माध्यम से भारतीय परिवारों के रिश्तों, संवेदनाओं, परंपराओं, मूल्यों की कथा कहने वाली मालती जोशी अपने तरह की विलक्षण कथाकार हैं। उनकी परंपरा में हिंदी साहित्य में कथाकार शिवानी के अलावा दूसरा नाम भी नहीं मिलता। पद्मश्री से अलंकृत मालती जोशी को पढ़ना विरल सुख देता रहा है।  सरलता,सहजता से कथा बुनती ताई अपने कथारस में बहा ले जाती थीं और रोप जाती थीं संस्कारों और मूल्यों की वह थाती जो कहीं बिसराई जा रही है। नारेबाजियों से अलग ताकतवर स्त्रियों पात्रों के माध्यम से पारिवारिक मूल्यों की स्थापना उनके जीवन का ध्येय रहा है। लीक तोड़कर लिखने और अपार लोकप्रियता अर्जित करने के बाद भी मालती जोशी हिंदी साहित्य आलोचना में हाशिए पर हैं। इसका कारण बहुत स्पष्ट है। उनकी रचनाएं भारतीय विचार और भारतीय परिवार के मूल्यों को केंद्र में रखती हैं। वे साहित्य सर्जना में चल रही खेमेबाजी, गुटबाजी से अलग अपनी राह

राजस्थान में ट्रांसजेंडर समुदाय ओबीसी श्रेणी में शामिल

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० आशा पटेल ०  जयपुर। राजस्थान में ट्रांसजेंडर समुदाय ओबीसी श्रेणी में शामिल हो गया है | राजस्थान के ट्रांसजेंडर समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल किए जाने के बाद जयपुर में एक ट्रांसजेंडर को पहला अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र जारी किया गया। प्रदेश की सरकार ने नूर शेखावत को प्रमाण पत्र सौंपा। नूर (30) राजस्थान की पहली व्यक्ति हैं, जिन्हें लिंग-वर्ग ट्रांसजेंडर लिखकर जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया।  राजस्थान सरकार ने ट्रांसजेंडरों को अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी में 92वें नंबर पर शामिल किया है, जिसके बाद ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग नियमानुसार अपना पिछड़ा वर्ग प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं। इससे प्रदेश के ट्रांसजेंडर को आरक्षित श्रेणी का लाभ मिल सकेगा। अब प्रदेश के किसी भी जिले में ट्रांसजेंडर अपने दस्तावेज पेश करके नियमानुसार ओबीसी का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकेंगे। नूर शेखावत वही ट्रांसजेंडर हैं जिन्होंने उभयलिंगी के अधिकारों के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया। कुछ दिनों पहले तक किसी भी ट्रांसजेंडर के नाम से जन आधार कार्ड नहीं बना था क्योंकि जन आधार कार्ड परिवार की महिला मुखिया के नाम से बनता है।

वाराणसी में गांधी प्रपोत्र तुषार,आंनद,चंदन पाल की अपील

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० आशा पटेल ०  वाराणसी। गांधी जी के प्रपौत्र और समाजसेवी तुषार गांधी, सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल और लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान के राष्ट्रीय संयोजक आनंद कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण से पूर्व संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में एक विशेष अपील की है । हम सरोकारी नागरिक के नाते लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण में सभी मतदाताओं से विवेकपूर्ण निर्णय की प्रार्थना करते हैं।  क्योंकि यह चुनाव देश में नफ़रत और भय की राजनीति करने वाले गिरोह और संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाए गए गठबंधन के बीच मुकाबला है।‌ नरेन्द्र मोदी की सरकार ने पिछले दस सालों में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया है और कृषि और उद्योग की समस्याओं की अनदेखी करके नौजवानों को बेरोजगारी के दलदल में फंसाकर सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है। जबकि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टियों और अन्य दलों ने विविधता में एकता को मजबूत करने के लिए लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण के लिए स्पष्ट और समयबद्ध कार्यक्रम प्रस्तुत करके 'भारत जोड़ो ' का रास्ता अपनाया है।  नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी से सांसद बने

मिलावटी 4 हजार 400 लीटर देशी घी 800 लीटर सरसों तेल सीज

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० आशा पटेल ०  जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिलावट के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत विभिन्न प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई करते हुए करीब 4 हजार 400 लीटर देशी घी एवं 800 लीटर खाद्य तेल मिलावटी होने की आशंका पर सीज किया गया। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण विभाग के अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा ने बताया कि सूरजपोल मंडी जयपुर में पंचशील इंडस्ट्रीज फर्म खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापा मारा। यहां पर टैगोर ब्रांड का कच्ची घाणी का 808 लीटर सरसों तेल मिलावटी होने के संदेह पर सीज किया गया। इसी प्रकार गोकुल गाय का 418 लीटर घी अमानक होने की आशंका पर सीज किया गया। एक्ट के तहत सभी के सैंपल भी लिए गए हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद शर्मा, नरेंद्र शर्मा पवन गुप्ता, लोकेश, रतन गोदारा एवं देवेंद्र ने यह कार्यवाही की। अन्य कार्रवाई में विश्वकर्मा रोड नंबर 6 पर झंडेवालाज फर्म के यहां लगभग 4 ​हजार लीटर घी संदेह के आधार पर सीज करने की कार्यवाही की गई।