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अक्तूबर 21, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

आयोडीन,लोहा,फोलिक एसिड, विटामिन ए और जिंक जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों4 की कमी "छिपी हुई भूख" का कारण बनती है

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आयोडीन,लोहा,फोलिक एसिड, विटामिन ए और जिंक जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों4 की कमी  "छिपी हुई भूख" का कारण बनती है। हालांकि यह समस्या दुनिया भर में पायी जाती है लेकिन भारत जैसे विकासशील देशों में उसकी गंभीरता अधिक है। आज अधिकांश देशों में आयोडीन की कमी का खतरा है क्योंकि यह खनिज मिट्टी और पर्यावरण में असमान रूप से वितरित किया जाता है। कई क्षेत्रों में, मिट्टी में से आयोडीन की मात्रा तेजी से कम हो रही है और फलस्वरूप उस मिटटी से उगने वाले खाने में भी आयोडीन की कमी होती है।  नयी दिल्ली - हर साल 21 अक्टूबर को विश्व आयोडीन अल्पता दिवस मनाया जाता है। हमारे रोज़ाना खाने में सबसे आवश्यकसूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक है आयोडीन। बच्चों के शारीरिक विकास के लिए पोषक तत्त्व बहुत ज़रूरी होते हैं। शिशु और बढ़ती उम्र के बच्चों के हर दिन के खाने में पोषण, खास कर आयोडीन की कमी आज दुनिया भर में एक गंभीर समस्या बन चुकी है। बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए यह पोषक तत्त्व आवश्यक होते हैं। शुरूआती आयु में शरीर को मिलने वाला पोषण पूरे जीवन भर के लिए मस्तिष्क के विकास को प्रभावित करता है। 5 वर्ष की आयु

कमजोर डॉलर ने गोल्ड और बेस मेटल्स को सपोर्ट किया;लीबिया में ऑयल प्रोडक्शन बढ़ने से क्रूड हुआ कमजोर

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कमजोर अमेरिकी डॉलर ने स्पॉट गोल्ड और बेस मेटल की कीमतों को समर्थन दिया जिससे वह हरे रंग में बंद हुआ। चीन की बढ़ी हुई आर्थिक गतिविधियों ने औद्योगिक धातुओं का समर्थन किया। क्रूड ऑयल में तेल उत्पादन में वृद्धि और महामारी के व्यापक प्रभाव के बीच मामूली रूप से कमजोरी दिखी। सोना स्पॉट गोल्ड 0.28% की तेजी के साथ और डॉलर के कमजोर होने से 1,904.3 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ, जिससे पीली धातु अन्य मुद्राओं के मुकाबले सस्ती रही। हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने स्पष्ट किया कि आगामी राष्ट्रपति चुनावों से पहले अमेरिका में नया कोरोनोवायरस रिलीफ फंड जारी हो सकता है, इससे बढ़ी उम्मीदों ने अमेरिकी डॉलर को कमजोर किया। गोल्ड को इन्फ्लेशन और मौद्रिक कमजोरी के खिलाफ मजबूत बचाव माना जाता है और 2020 में कम ब्याज दर और ग्लोबल सेंट्रल बैंक की ओर से भारी मात्रा में तरलता प्रदान करने से 25% की तेजी आई है। इसके अलावा, यूरोप में महामारी के ट्रिगर पर अंकुश लगाने और ग्लोबल कोरोनावायरस मामलों के 40 मिलियन को पार करने से निवेशकों के बीच सेफ हेवन असेट गोल्ड की अपील बढ़ी है।हालांकि, अतिरिक्त कोरोनावायर रिलीफ फंड पर अनिश्चितता

जना स्मॉल फाइनैंस बैंक ने 500 बैंक शाखाओं की उपलब्धि हासिल की

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देश भर में, जना स्मॉल फाइनैंस बैंक 500 बैंक शाखाओं एवं 100 से अधिक असेट सेंटरों/ आउटलेट्स में कार्यरत 15000 से अधिक कर्मचारियों के माध्यम से 40 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। बैंगलोर , जना स्मॉल फाइनैंस बैंक ने अमृथाहल्ली, बैंगलोर में अपनी 500वीं शाखा की ओपनिंग के साथ बैंक शाखाओं में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर ली है। बैंक अपने शेष असेट सेंटरों को बैंक शाखाओं में बदल देगा और मार्च 2021 तक इसकी 600 से अधिक बैंक शाखाएं होंगी। जना स्मॉल बैंक विभिन्न प्रोडक्ट्स जैसे शून्य शेष राशि बचत खाता, आकर्षक ब्याज़ दरों पर फिक्स्ड डिपॉज़िट, कॉलेटरल रहित ऋण एवं किफ़ायती होम लोन योजनाओं के साथ उन उपभोक्तााओं को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है जो आज भी बैंकिंग सेवाओं से वंचित हैं। अपने वादे ‘पैसे की कदर’ के अनुरूप जना बैंक उपभोक्ताओं की मेहनत की कमाई को महत्व देता है और देश भर में अपने विस्तार के लिए तैयार है। इस अवसर पर अजय अग्रवाल, एमडी एवं सीईओ, जना स्मॉल फाइनैंस बैंक ने कहा, ‘‘कोविड के दौर में भी हमारे बैंकर्स के उत्साह के चलते हम नई बैंक शाखाएं खोल रहे हैं। इन सभी नई शाखाओं में डिजि

फ्लेक्सपे 30 करोड़ भारतीयों को बिना क्रेडिट कार्ड्स के क्रेडिट लेन-देन के लिए सक्षम कर सकता है

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फ्लेक्सपे भारत में पहली बार 400 मिलियन से अधिक अंडर-सर्व्ड ग्राहकों के साथ-साथ प्राइम ग्राहकों को एक सर्वव्यापी, संपर्क रहित क्रेडिट कार्ड जैसा अनुभव प्रदान करने को तैयार है। यह हर व्यापारी को छोटे किराना स्टोर से लेकर बड़े रिटेल विक्रेताओं तक स्वीकार होगा। यूपीआई 2.0 पर निर्मित फ्लेक्सपे पीयर-टू-पीयर लेनदेन को भी सक्षम करेगा। नयी दिल्ली : नेशनल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया के सहयोग से हैदराबाद स्थित एनबीएफसी विविफी इंडिया फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड ने फ्लेक्सपे के तौर पर भारत का पहला पेमेंट ऑप्शन लॉन्च किया है जो यूपीआई पर क्रेडिट प्रदान करता है। फ्लेक्सपे लाखों भारतीयों को उनके बैंक खातों या वर्चुअल वॉलेट्स में पैसा उपलब्ध न होने पर लाइन ऑफ क्रेडिट का उपयोग कर 'स्कैन नाउ एंड पे लेटर' के लिए सक्षम करेगा। यह ऐसे 300 मिलियन भारतीयों को टारगेट करता है जिनके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है। यह भारत का पहला प्रोडक्ट् है जो किसी भी यूपीआई क्यूआर कोड को स्कैन कर या यूपीआई आईडी पर ट्रांसफर द्वारा ऑफ़लाइन खरीद को सक्षम करेगा - यह लेन-देन का ऐसा मॉडल है जिसे पूरे भारत में स्वीकार किया जा रहा है।

टाटा ऑटोकॉम्प को पूरे हुए 25 साल  : 2025 तक 300 करोड़ यूएस डॉलर्स का लक्ष्य 

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टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स दुनिया भर की लगभग सभी ऑटो ओईएम्स को सेवाओं और उत्पादों की आपूर्ति करती है। नए ईवी उद्यम के लिए भी कंपनी ने प्रभावी पोर्टफोलियो विकसित किया है। अनुसंधान और विकास, आधुनिकतम प्रौद्योगिकी और मज़बूत विनिर्माण प्रक्रिया में भी बड़े पैमाने पर निवेश करते हुए टाटा ऑटोकॉम्प वैश्विक स्तर पर ऑटो-कॉम्पोनेन्ट उद्यम की अग्रसर कंपनी बनने के लिए तैयार है। नयी दिल्ली : वाहनों के कल-पुर्जें बनाने वाली भारत की अग्रसर कंपनी टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम्स ने 17 अक्टूबर को अपने 25 साल पूरे किए। कंपनी के रजतोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए वर्चुअल समारोह में दुनिया भर से 16000 से भी ज्यादा लोग उपस्थित थे, इनमें कंपनी के कर्मचारी, साझेदार, ग्राहक, आपूर्तिकर्ता और हितधारक शामिल थे। टाटा ऑटोकॉम्प के संस्थापक चेयरमैन और टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन.रतन एन टाटा ने अपने संदेश में कहा है कि उन दिनों ऑटो इंडस्ट्री का प्रारंभ हो रहा था, इस उद्यम में प्रौद्योगिकी लेकर आ सकें ऐसी वाहनों के अधिकृत कल-पुर्जें बनाने वाली कंपनी वे भारत में शुरू करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि भारत में निवेश के लिए वैश्विक स्तर