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जुलाई 10, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भाजपा नें आगामी विधानसभा व लोकसभा चुनावी समर के लिए रणनीति बनाई

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०  विनोद तकियावाला ०  नयी दिल्ली - भाजपा ने चार राज्यों के विधानसभा व आगामी वर्ष लोकसभा 2024 सफलता के लिए संगठन व सरकार में गहन मैराथन मंथन शुरू कर दी है।पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के द्वारा आगामी विधानसभा व लोक सभा के चुनावी समर क्षेत्र में विजयश्री के लिए विशेष रणनीति बनाई है। स्वंय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इन दिनों देश की सम्पूर्ण तुफानी दौरा व नए परियोजनाओं की शिलान्यास ' व नई घोषणा इस बात का सबसे बडा प्रमाण है।वही भाजपा नें पार्टी के संगठनात्मक संरचना में कई बदलाव के बड़े संकेत दिए है।इसी कम में विगत दिनों दो केंद्रीय मंत्रियों को दी बड़ी जिम्मेदारी सौपी है जो चार राज्यों के विधानसभा के चुनाव व आगामी लोकसभा 24 के आम चुनावों में जीत की रणनीति पर काम करेंगे।आप को बता दें कि भाजपा ने चार राज्यों में चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किए है। भूपेंद्र यादव ,केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री को मध्यप्रदेश का चुनाव प्रभारी बनाया है।वहींअश्विनी वैष्णव रेल मंत्री को सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी है।सर्व विदित रहे कि इसी बर्ष के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले है। आप को

पसमांदा मुसलमान ही तो भाजपा का मारा है

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०  डॉ. उदित राज,सांसद ०  भारतीय जनता पार्टी पसमांदा की राजनीति खुलकर कर रही है। वह सिद्धांत वह नारा कि भाजपा किसी जाति और मजहब के आधार पर राजनीति नहीं करती, कहां चला गया? भाजपा करती है लेकिन मानती भी नहीं या कोई जवाब भी नहीं देती। विपक्ष जब तक जवाब माँगे तब तक कोई नया मुद्दा पैदा हो जाता है - जैसे समान नागरिक संहिता के कारण बेरोजगारी और महंगाई को लोग भूल जाएँगे । दूसरे दल तो स्पष्टीकरण भी देते फिरते हैं। उत्तर प्रदेश के हाल के स्थानीय चुनावों में भाजपा को मुस्लिम बाहुल्य इलाके में कुछ सफलता मिली है,  उससे उत्साहित होकर पसमांदा मुसलमानों की बात कर रही है। कुल 395 मुस्लिम उम्मीदवारों को भी टिकट दिया था। जिसमें से 61 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। इस तरह से 15% ने सफलता प्राप्त किया है। क्या वही लोकसभा के चुनावों में भी होगा, यह जरूरी नहीं है। अब यह देखना होगा कि पसमांदा मुस्लिम को कौन ज्यादा क्षति पहुंचा रहा है। पसमांदा मुसलमान की सामाजिक और बौद्धिक पूंजी नहीं के बराबर है जैसे हिंदुओं में दलितों और पिछड़ों की है। सवर्ण मुसलमान की बौद्धिक और सामाजिक पूंजी सवर्ण हिंदू जैसी है। इनके पिछड़न

द लॉरेंस स्कूल, सनावर नशीली दवाओं और तस्करी के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में शामिल हुआ

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली : भारत के प्रतिष्ठित और सबसे पुराने आवासीय स्कूलों में से एक, द लॉरेंस स्कूल, सनावर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए वैश्विक अभियान से जुड़ गया है।  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले इस दिवस ने तत्काल कार्रवाई करने और नशीली दवाओं तथा इसकी अवैध तस्करी के खतरे से लड़ने की जरूरत को उजागर किया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 दिसंबर 1987 के संकल्प 42/112 के तहत, 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में तय किया है। यह महत्वपूर्ण दिन, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उसके दुष्परिणामों से मुक्त एक समाज बनाने के उस वैश्चिक संकल्प की याद दिलाता है। पूरी दुनिया में लोग, समुदाय और संस्थान साथ मिलकर जागरूकता फैलाने और अवैध ड्रग्स द्वारा पेश की गई चुनौतियों को हल करने का प्रयास करने के लिए एकजुट होते हैं। द लॉरेंस स्कूल, सनावर ने सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल की है और साझेदारियां की हैं। ग्लोबल सिटीजनशिप प्रोग्राम हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। महामारी के द

मधु विहार सोलंकी शिव मंदिर में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - द्वारका सेक्टर तीन स्थित मधु विहार सोलंकी शिव मंदिर में विशाल स्वास्थ्य शिविर आयोजित की गई जिसमे महिलाए बच्चे बूढ़ों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। विशेष रूप से महिलाओं एवम वृद्धों की बीमारियों की जांच कर उन्हे निशुल्क दवाइयां दी गई। मधु विहार आरडब्ल्यूए के तत्वावधान में आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर का संचालन एंजल अगस्त्या मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (पालम) ने किया जहां के चिकित्सकों की टीम ने शिविर में आए लोगों का पूरी तरह से जांच कर उन्हे मुफ्त दवाइयां दी। चिकित्सकों की टीम में डॉक्टर आकाश के साथ डा कल्पना अग्रवाल, डा० मनीष गुप्ता, डा० शैलेंद्र जैन, शलभ अग्रवाल, डा० वरुण बजाज, डा० विक्रांत चोपड़ा एवम डा० गोविंद उपस्थित थे। बच्चो के विशेषज्ञ डा० आकाश ने बताया कि वे लोग हर सप्ताह विभिन्न इलाके में स्वास्थ्य शिविर लगाते है। उन्होंने कहा कि आजकल नई नई बीमारियां उत्पन्न हो रही है और जानकारी के अभाव में लोगो को उसका उचित इलाज नहीं मिल पाता। हमारा उद्देश्य है कि हम आम लोगों को जांच के माध्यम से उन्हे सतर्क करें। डा० कल्पना अग्रवाल ने महिलाओं की जांच कर उनमें होने