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मार्च 25, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नमक’ नाटक से महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स का आरम्भ

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली- महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा ) की शुरुआत कमानी ऑडिटोरियम में नमक नाटक से हुई| एक हप्ते तक चलने वाले इस फेस्टिवल में चयनित टॉप 10 नाटकों में भारत के विभिन्न वर्गों और विविध विषयों के माध्यम से आशा, प्यार, गम, धोखा और बदले के भाव को प्रदर्शित किया जाएगा| इनमें प्राचीन कला लावणी से लेकर ब्रिटिश राज के अंतर्गत अस्तित्व का संघर्ष करते चाय आदिवासी, वैश्विक शरणार्थी संकट, लैंगिक मुद्दे, दलित दमन, ग्रामीण राजनीति, भोजन की राजनीति और ट्रांसजेंडर समुदाय की व्यथा पेश की जाएगी| इस सीजन के पहले नाटक, नमक का मंचन हुआ| इसके डायरेक्टर हैं श्रीनिवास बीसेट्टी और इसे प्रोड्यूस किया है| हिंदी के पूरे भारत से 395 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम, मणिपुर और राजस्थान का रंगमंच शामिल रहा|  ओपनिंग के अवसर पर, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के वाईस प्रेसिडेंट, जय शाह ने कहा, “हालाँकि मेटा में हम मात्र 10 नाटकों का ही चयन कर सकते हैं, लेकिन ये देखना सुखद है कि हमने भारतीय रंगमंच के बहुरंगों में से सर्वश्रेष्ठ का चयन कर

शाही लवाजमे औऱ परम्परा के साथ निकली गणगौर माता की सवारी

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० आशा पटेल ०  जयपुर, शाही लवाजमे और राजसी ठाठ बा़ट के साथ गणगौर की सवारी निकाली गई। गणगौर माता की सवारी को देखने के लिए मानो पूरा जयपुर शहर उमड़ पड़ा साथ ही विदेशी पर्यटक भी जयपुर की परम्परागत सवारी को कैमरे में कैद करने के लिए आतुर दिखे। पर्यटन विभाग की ओर से त्रिपोलिया गेट के सामने स्थित हिन्द होटल की छत पर विदेशी औऱ देशी सैलानियों के लिए वीआईपी लाउंज बनाया गया था। जिसमें सैलानियों ने जयपुर की परम्परागत मिठाई घेवर का स्वाद भी चखा। कालबेलिया नृतकों के समूह, बहरूपिया कलाकार, मांगणियार औऱ तेरहताली की प्रस्तुतियां दी। सवारी के आगे सबसे पहले निशान का हाथ पंचरंगा ध्वज लेकर चल रहा था। जयपुर के विभिन्न बैंड वालों ने भी राजस्थानी धुनों बजाकर माहौल को उल्लासपूर्ण कर दिया। ऊंट पर रियासतकालीन बूंदेकें लिए ऊंट रिसाला ने भी रियासत कालीन जयपुर की यादें ताजा की। गणगौर माता की सवारी के पीछे परम्परागत परिधानों में सजी महिलाओँ ने कलश यात्रा भी निकाली। इससे पूर्व जनानी ड्योढ़ी में जयपुर राजपरिवार की सदस्यों ने गणगौर माता की पूजन की और फिर गणगौर माता शहर के भ्रमण पर निकली। त्रिपोलिया गेट से निकल कर