शाही लवाजमे औऱ परम्परा के साथ निकली गणगौर माता की सवारी

० आशा पटेल ० 
जयपुर, शाही लवाजमे और राजसी ठाठ बा़ट के साथ गणगौर की सवारी निकाली गई। गणगौर माता की सवारी को देखने के लिए मानो पूरा जयपुर शहर उमड़ पड़ा साथ ही विदेशी पर्यटक भी जयपुर की परम्परागत सवारी को कैमरे में कैद करने के लिए आतुर दिखे। पर्यटन विभाग की ओर से त्रिपोलिया गेट के सामने स्थित हिन्द होटल की छत पर विदेशी औऱ देशी सैलानियों के लिए वीआईपी लाउंज बनाया गया था। जिसमें सैलानियों ने जयपुर की परम्परागत मिठाई घेवर का स्वाद भी चखा।
कालबेलिया नृतकों के समूह, बहरूपिया कलाकार, मांगणियार औऱ तेरहताली की प्रस्तुतियां दी। सवारी के आगे सबसे पहले निशान का हाथ पंचरंगा ध्वज लेकर चल रहा था। जयपुर के विभिन्न बैंड वालों ने भी राजस्थानी धुनों बजाकर माहौल को उल्लासपूर्ण कर दिया। ऊंट पर रियासतकालीन बूंदेकें लिए ऊंट रिसाला ने भी रियासत कालीन जयपुर की यादें ताजा की।

गणगौर माता की सवारी के पीछे परम्परागत परिधानों में सजी महिलाओँ ने कलश यात्रा भी निकाली। इससे पूर्व जनानी ड्योढ़ी में जयपुर राजपरिवार की सदस्यों ने गणगौर माता की पूजन की और फिर गणगौर माता शहर के भ्रमण पर निकली। त्रिपोलिया गेट से निकल कर छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार औऱ वहां से फिर यात्रा जनानी ड्योढ़ी लौटी।

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