आईआईएमसी और यूनीसेफ के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी
० योगेश भट्ट ० भोपाल : भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी), पश्चिमी क्षेत्रीय केन्द्र, अमरावती और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) के संयुक्त तत्वावधान में ‘बच्चों के मुद्दों पर संचारक संवाद’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ता के रूप में सांची यूनिवर्सिटी ऑफ बुद्धिष्ट-इंडिक स्टडीज की कुलपति प्रो. नीरजा ए. गुप्ता, अमर उजाला डिजिटल के सम्पादक जयदीप कर्णिक और ब्रह्मकुमारीज से डॉ. बी.के. रीना ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने की। कार्यक्रम में भोपाल महानगर से बड़ी संख्या में समाजसेवी, पत्रकार, लेखक एवं सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर्स उपस्थित थे। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि जीवन और जीविका दोनों अलग-अलग हैं। संस्कार के अभाव में संस्कृति वाले देश में अनाथालय और वृद्धाश्रम बढ़ रहे हैं। बच्चों में बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति को रोकने के लिए परिवार व्यवस्था को सुदृढ़ करना पड़ेगा। परिवार एक संस्कारशाला है, वहीं से बच्चों की सभी समस्याओं का समाधान निकलेगा। परिवार और