संदेश

जुलाई 1, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

IIT मद्रास द्वारा प्रोग्रामिंग एवं डेटा साईंस में दुनिया की पहली ऑनलाईन बी.एससी. डिग्री कोर्स

चित्र
चेन्नई । एनआईआरएफ द्वारा 2020 में भारत में नं. 1 रैंक वाले संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी, मद्रास (आईआईटी मद्रास) ने प्रोग्रामिंग एवं डेटा साईंस में विश्व के पहले ऑनलाईन बी.एससी. डिग्री कार्यक्रम का लॉन्च किया। यह प्रोग्राम कक्षा 12 उत्तीर्ण कर चुके हर विद्यार्थी के लिए खुला है, जिसने कक्षा 10 तक इंग्लिश व मैथ्स का अध्ययन किया हो और किसी ऑन-कैंपस यूजी कोर्स में नामांकन लिया हो। 2020 में कक्षा 12 की परीक्षा देने वाले मौजूदा बैच के विद्यार्थी भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में ग्रेजुएट एवं वर्किंग प्रोफेशनल भी हिस्सा ले सकते हैं। यह अद्वितीय कार्यक्रम उम्र, विषय या भौगोलिक स्थान की समस्त बाधाओं को दूर करेगा तथा डेटा साईंस में विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएगा, जो स्किल्ड प्रोफेशनल्स के लिए भारी मांग में है। यह प्रोग्राम  रमेश पोखरियाल ‘निशांक’, केंद्रीय एचआरडी मंत्री, भारत सरकार एवं संजय धोत्रे, माननीय एचआरडी राज्यमंत्री, संचार व इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी, भारत सरकार तथा डॉक्टर पवन कुमार गोयन्का, चेयरमैन, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, संस्थान के डायरेक्टर एवं फैकल्टी की गणमान

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 125 रीजनल ऑफिस शुरू करेगा

चित्र
नयी दिल्ली : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के हालिया विलीनीकरण के बाद, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का दायरा बढ़ गया है और उसकी अब 9500+ शाखाएं और 13,500+ एटीएम का अखिल भारतीय नेटवर्क हो गया है। विलीनीकरण के बाद, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अब भारत का पांचवा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक और चौथा सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क है, जिसकी देश के हर राज्य में कम से कम एक शाखा है। विलीनीकरण से बड़े पैमाने पर महत्वपूर्ण विस्तार के साथ, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने नई चार-स्तरीय संगठन संरचना तैयार की है। संयुक्त इकाई का केंद्रीय कार्यालय (सीओ) नरीमन पॉइंट, मुंबई में अपने ऐतिहासिक मुख्यालय में जारी रखेगा। केंद्रीय कार्यालय को इससे आगे 18 ज़ोनल ऑफिस और 125 रीजनल ऑफिस का सहयोग मिलेगा। पिछले सप्ताह 18 क्षेत्रीय कार्यालयों के सफल लॉन्च के बाद, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने अब सभी 125 रीजनल ऑफिस शुरू करने की घोषणा की है। वर्चुअल लॉन्च इवेंट में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एमडी और सीईओ, राजकिरण राय ने कहा, “इसके साथ, हमने विलीनीकरण यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है। संगठनात्मक दृ

बायजूस द्वारा व्यापक ऑनलाइन ट्यूशन कार्यक्रम

चित्र
नयी दिल्ली : विश्व की सबसे मूल्यवान एडटेक कंपनी बायजूस ने ‘बायजूस क्लासेस’ के शुभारम्भ की घोषणा की है – यह ऑनलाइन ट्यूशन प्रदान करने वाला एक व्यापक कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य स्कूली छात्रों के लिए ट्यूशन को फिर से परिभाषित करना है। इसके साथ, छात्रों को अब अपने घरों के आराम और सुरक्षा के साथ समर्पित संरक्षकों से एक-पर-एक मार्गदर्शन, भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों से त्वरित संदेह समाधान और उनके निर्धारित ऑनलाइन कक्षाओं तक पहुँच प्राप्त है। अपनी तरह की पहली पेशकश में, ’बायजूस क्लासेस’ का लक्ष्य छात्रों को स्कूल के बाद के ट्यूशन कक्षाओं का सभी व्यक्तिगत लाभ प्रदान करना है। बायजूस की सह-संस्थापक और स्वयं एक समर्पित शिक्षिका दिव्या गोकुलनाथ भी इन कक्षाओं को लेंगी। इस शुभारम्भ की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, "जैसा कि विश्व नए सामान्य का आलिंगन करने को तैयार है, हम विश्वास करते हैं कि छात्रों की शिक्षा को हर दृष्टिकोण से प्राथमिकता मिलनी चाहिए। हमारा नया उत्पाद, ‘बायजूस क्लासेस’ हर छात्र और अभिभावक को उनकी आवश्यकतानुसार देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों की कक्षाओं तक पहुँच, तत्काल संदेह समाधान और

समय भागता जा रहा

चित्र
●●● डॉ• मुक्ता ●●● आजकल एक छत के नीचे रहते संवाद का सिलसिला थम गया सब अपने-अपने द्वीप में क़ैद आत्मजों की झलक पाने को आतुर हज़ारों ग़िले-शिक़वे मन में लिए आंसुओं के सैलाब में डूबते-उतराते मौन का आवरण ओढ़े हक़ीक़त को उजागर करने में असफल खुद से ग़ुफ़्तगू करते और बयान करते दिल की दास्तान आ गया यह कैसा समां हर ओर छाया धुआं ही धुआं और कैसा है यह विचित्र-सा दौर घोर सन्नाटा पसरा चहुंओर शेष रही नहीं संबंधों की गरिमा बढ़ रहा अजनबीपन का अहसास जहां आदमी से आदमी है अनजान न ही कोई संबंध, न ही सरोकार पास रहते मन की दूरियां इतनी बढ़ीं  जिन्हें पाटना, दूर...बहुत दूर तक नहीं मुमक़िन, सर्वथा असंभव   कैसे रिश्ते कैसे रिश्ते नहीं जान पाता मन क्यों बंधे हम इनसे ना स्नेह, ना प्यार, ना विश्वास ना कोई उम्मीद किसी से फिर भी जीवन ढोते चाहकर भी कभी मुक्त नहीं होते   कश्तियां  कश्तियां डूब जातीं तूफ़ान में हस्तियां डूब जाती अभिमान में आकाश की बुलंदियों को छूते वे शख्स जो मिटा डालते सबकी खुशी के लिए अपना अस्तित्व और राग-द्वेष से ऊपर उठ अहं भाव को तज नि:स्वार्थ भाव से सामंजस्यता की राह पर चलते प्रतिशोध नहीं परिवर्तन की अलख जगात