संदेश
दिसंबर 28, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
Bihar पीड़ित परिवार को सहायता राशि और चावल का वितरण { Qutub Mail }
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
पीआरएसआई अधिवेशन में एम पी के राज्यपाल मंगुभाई द्वारा अतिरिक्त निदेशक अरुण जोशी को इफेक्टिव गवर्मेंट कम्यूनिकेशन अवार्ड
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
० आशा पटेल ० जयपुर . मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राजस्थान सरकार द्वारा डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में जनक ल्याणकारी योजनाओं को आमजन एवं लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए इफेक्टिव गवमेंट कम्यूनिकेशन अवार्ड प्रदान किया है। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक अरूण जोशी ने पीआरएसआई द्वारा भोपाल में आयोजित 44 वें वार्षिक अधिवेशन में उक्त पुरस्कार ग्रहण किया। इस अवसर प सांसद राव उदय सिंह पी आर एस आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पाठक सहित विभिन्न राज्यों से जनसंपर्क प्रोफेशनल उपस्थित थे। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा सभी 33 जिलों मे वॉट्सप ग्रुप बनाने के साथ ही राज्य की सभी ग्राम पंचायतों एवं वार्ड स्तर पर वॉट्सप ग्रुप बनाकर लगभग 20 लाख लोगों को जोड़ा गया है। जिन्हें प्रतिदिन मोबाइल फोन पर प्रचार-प्रसार सामग्री भिजवायी जा रही है। राजकीय योजनाओं की सूचना आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा सूचना ई-बुलेटिन,सुजस वीडियो बुलेटिन तथा सूजस आवाज (पॉडकास्ट) जैसे नवाचार किये गये हैं जिनसे प्रतिदिन के समाचारों, लाभार्थियों के साक्षात्कार एवं महत्वपूर्ण राजकीय निर्णयों...
राजस्थान सरकार राजस्थानी को तुरंत राजभाषा बनाये - राजवीर सिंह चलकोई।
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
० संवाददाता द्वारा ० अलवर - राजस्थानी भाषा की जागरूकता को लेकर राजस्थानी युवा समिति प्रदेश भर में संभाग स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कर रही है जोधपुर, जयपुर, उदयपुर, वाराणसी में हजारों राजस्थानियों को राजस्थानी की मान्यत हेतु हो रहे संघर्ष से अवगत करवाने के बाद अब अलवर में राजस्थानी युवा समिति का भोळावणी उच्छब "हेलों मायड़ भासा रौ" हुआ। हजारों की संख्या में युवाओ को समिति के राष्ट्रीय सलाहकार राजवीर सिंह चलकोई ने कई सौ साल पहले बृज बोली में बीकानेर के पृथ्वीराज राठौड़ द्वारा लिखे दोहे सुनाकर ये प्रमाणित किया कि बृज, मेवाती और अन्य सभी बोलियां राजस्थानी भाषा का शताब्दियों से अभिन्न अंग है एवं ये बोलियां मिलकर ही राजस्थानी भाषा का निर्माण करती है, लिपि के प्रश्न पर उत्तर देते हुए राजवीर ने बताया मुड़िया, महाजनी ये सब हमारी लिपिया रही है परंतु जिस तरह 8वी अनुसूची में 10 भाषाएँ देवनागरी में लिखी जाती है एक और राजस्थानी भी जुड़ जाएगी, अलवर से समिति का मत स्पष्ठ करते हुए राजवीर सर ने कहा अगर अब 8 करोड़ राजस्थानियों की भाषा को सम्मान नहीं मिलता तो परिणाम सरकार की जिम्मेदारी होगी। रा...
ग़ज़ल, ख़्यालात और अभिनय के रूप में जीवंत हुए ग़ालिब
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
० आशा पटेल ० जयपुर -मशहूर शायर मिर्जा असदउल्ला खां ग़ालिब की 225वीं जयंती पर ग़ालिब की शायरी कभी ग़ज़ल गायिकी के रूप में परवान चढ़ी तो कभी उर्दू ड्रामे में कलाकारों के अभिनय के रूप में जाहिर हुई। राजस्थान उर्दू अकादमी जयपुर की ओर से जवाहर कला केंद्र और स्वागत जयपुर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 'ग़ालिब का ख़्याल आया' कार्यक्रम का। जवाहर कला केंद्र के रंगायन सभागार में यह कार्यक्रम तीन चरणों में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत में गायिका रोली अग्रवाल ने 'नुक्ता-चीं है ग़म-ए-दिल उस को सुनाए न बने...,' ग़ज़ल को पेशकर माहौल को खूबसूरत बनाया। इस मौके पर उस्ताद नाज़िम हुसैन और उनके हमनवाओं ने मिर्जा ग़ालिब की एक से बढ़कर एक ग़ज़लों का गुलदस्ता सजाया। उस्ताद नाजिम हुसैन ने 'इश्क़ मुझको नहीं वहशत ही सही...','इब्न-ए-मरियम हुआ करे कोई, मेरे दुख की दवा करे कोई...,' 'हरेक बात पे कहते हो तुम के तू क्या है... सहित कई ग़ज़लों से ग़ालिब की याद को ताजा किया। उनके साथ प्रिया सैनी और खादिम हुसैन ने भी ग़ज़लों की प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में अलीगढ़ मुस...
Bihar Nagar Nigam Chunav 2022 जो विकास नही हुआ उसको पूरा करेगे : अहमद ...
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप