सिंधी समाज दिल्ली मनाएगा भगवान झूलेलाल का चालीहा

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली : सिंधी समाज दिल्ली राजेंद्र नगर भगवान झूलेलाल का चालीहा 16 जुलाई से 25 अगस्त तक बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा इसकी जानकारी सिंधी समाज दिल्ली के महासचिव नरेश बेलानी ने एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को दिया। उन्होंने बताया सिंधी समाज प्रत्येक वर्ष अपने ईस्ट देवता झूलेलाल की 41 दिनों तक आराधना करते है। हुआं यूं की सिंध जो अब पाकिस्तान मैं हैं वहा एक मुस्लिम राजा था जो उस समय वहां के हिंदुओं को मार मार कर मुसलमान बना रहा था। तब उस समय परेशान होकर हिंदुओं ने सिंधु नदी के किनारे उस राजा से मुक्ति पाने के लिए वरुण देव की कठिन तपस्या करना शुरू किया।

 तब 40 दिन तपस्या करने पर सिंधु नदी में एक बड़ी सी मछली पर वरुण देव सवार होकर प्रकट होते हैं और वो तपस्या करने वालों को कहते हैं आने वाले चैत्र नवरात्रों में वरुण देव अवतार बनकर माता देवकी पिता रत्न राय के यहां जन्म होगा जो आगे चलकर भगवान झूलेलाल के रूप में जाना जायेंगे। फिर वो सभी को इस अत्याचार से मुक्ति दिलाएंगे क्योंकि जब जब मानव पर आत्याचार होता है तब तब कोई अवतार जन्म लेता। तभी से सिंधी समाज भगवान झूलेलाल को वरुण अवतार का रूप मानते हैं और 40 दिन की तपस्या का चालीहा मनाते हैं।

 नरेश बेलानी आगे बताते हैं हम इस वर्ष इस कार्यक्रम को 41 दिनों तक मनाएंगे जिसमें भगवान झूलेलाल की रोजाना आराधना और फिर भंडारा करेंगे, एक दिन भगवान झूलेलाल की बड़ी धूमधाम से राजेंद्र नगर और आस पास के क्षेत्रों में शोभा यात्रा निकालेंगे और कार्यक्रम के समापन पर यमुना नदी मैं जाकर ज्योत जो प्रदूषण मुक्त सामग्री से बनती है उसका विसर्जन करेंगे। नरेश बेलानी आगे कहते हैं इस कार्यक्रम को करने में सिंधी समाज के साथ साथ गैर सिंधी समाज का भी पूरा सहयोग रहता है।

इस अवसर पर अशोक लालवानी ने पत्रकारों को बताया इस कार्यक्रम को पूरी दुनिया के सिंधी समाज तक पहुंचाने के लिए पूरा कार्यक्रम को facebook पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। पत्रकारों को संबोधन करते हुए किशन झुरानी ने बताया कार्यक्रम के दौरान बी एल के-मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा भक्तो के लिए अलग अलग मुद्दों पर स्वास्थ चर्चा करेंगे। इस अवसर पर नरेश बेलानी और  अशोक लालवानी सहित किशन झुरानी,  जगदीश नागरानी,  कमल टेकचंदान उपस्थित थे ।

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